What Is Multimedia In Hindi: मल्टीमीडिया कई तत्वों का एक समूह है जैसे पाठ, छवि, आर्ट, ध्वनि, एनिमेशन और वीडियो आदि। इन सभी तत्वों को किसी कंप्यूटर या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से डिलीवर किया जाता है। मल्टीमीडिया आज के समय में सूचना और प्रौद्योगिकी का सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय क्षेत्र है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मल्टीमीडिया क्या है, मल्टीमीडिया के उपयोग, मल्टीमीडिया का महत्व, मल्टीमीडिया के प्रकार और मल्टीमीडिया फायदे और नुकसान क्या है? आज इस लेख में हम आपको “मल्टीमीडिया” से संबंधित सभी जानकारी देने जा रहे हैं। अगर आप “मल्टीमीडिया” के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। तो चलिए शुरू करते है और जानते है मल्टीमीडिया क्या है –
मल्टीमीडिया क्या है? (Multimedia Kya Hai In Hindi)
मल्टीमीडिया शब्द दो शब्दों “मल्टी” (Multi) और “मीडिया” (Media) के मेल से बना है। जंहा मल्टी का अर्थ है “अनेक” और मीडिया का अर्थ है माध्यम (छवि, वीडियो, ऑडियो)। कई प्रकार के मीडिया “मल्टीमीडिया” के रूप में जाने जाते हैं। मल्टीमीडिया एक ऐसी तकनीक है जो विभिन्न प्रकार के मीडिया जैसे टेक्स्ट, फोटो, एनीमेशन, संगीत, वीडियो, ऑडियो आदि के माध्यम से डिजिटल रूप से संचार करने की अनुमति देती है और आवश्यकतानुसार डेटा एकत्र करने और संशोधित करने की एक विधि प्रदान करती है।
सीधे शब्दों में कहें तो मल्टीमीडिया एक ऐसा माध्यम है जो उपयोगकर्ता को डिजिटल रूप से हेरफेर की गई सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से स्थानांतरित करने की अनुमति देता है।
आसान शब्दों में – मल्टीमीडिया एक प्रकार का माध्यम है जो सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने में मदद करता है। दूसरे शब्दों में, मल्टीमीडिया एक दूसरे के साथ संचार करने का माध्यम है जो एक यूजर की जानकारी को टेक्स्ट, ग्राफिक्स, ऑडियो और वीडियो के रूप में दूसरे यूजर तक शेयर करता है।
मल्टीमीडिया के अंतर्गत सूचनाओं को इमेज, ऑडियो, वीडियो, एनिमेशन आदि के माध्यम से प्रस्तुत किया जा सकता है। कंप्यूटर के क्षेत्र में हार्डवेयर के साथ-साथ सॉफ्टवेयर में भी कई सुधार हुए हैं। पहले हम कंप्यूटर के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान यानी एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर के पास केवल स्थिर चित्र या इमेजो ही भेज सकते थे। लेकिन आज के समय में हम एनिमेशन, ऑडियो क्लिप, वीडियो क्लिप आदि को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर के पास संदेश के रूप में भेज सकते हैं।
इसलिए मल्टीमीडिया सूचना टेक्नोलॉजी का वह क्षेत्र है जिसमें टेक्स्ट, ऑडियो, वीडियो, ग्राफिक्स, एनिमेशन आदि को कम्प्यूटर के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है। और डिजिटल रूप में प्रेषित, संसाधित, संग्रहीत और वर्णित किया जाता है।
मल्टीमीडिया का उपयोग डिजिटल इनफार्मेशन साझा करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा मल्टीमीडिया का उपयोग डिजिटल इनफार्मेशन को प्रस्तुत करने या व्यक्त करने के लिए किया जाता है। डिजिटल इनफार्मेशन को टेक्स्ट, वीडियो, ऑडियो और ग्राफिक्स की मदद से प्रस्तुत या दिखाया जा सकता है। इसके अलावा और भी कई तरीके हैं जिनकी मदद से डिजिटल इनफार्मेशन को प्रेजेंट किया जा सकता है जैसे एनिमेशन, ड्राइंग आदि।
मल्टीमीडिया की सहायता से इनफार्मेशन प्राप्त करने के लिए उपयोगकर्ता के पास कंप्यूटर या कोई डिजिटल डिवाइस होना चाहिए। क्योंकि कंप्यूटर या डिजिटल डिवाइस के बिना कोई भी उपयोगकर्ता कम्यूनिकेट या जानकारी प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पायेगा।
मल्टीमीडिया का मतलब (Multimedia Meaning In Hindi)
मल्टीमीडिया दो शब्दों से मिलकर बना है। मल्टीमीडिया में, मल्टी का अर्थ है कई या अनेक और मीडिया का अर्थ है माध्यम जैसे – टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो, एनिमेशन आदि।
मल्टीमीडिया के प्रकार (Types Of Multimedia In Hindi)
मल्टीमीडिया दो प्रकार के होते हैं जो नीचे दिए गए हैं –
- Linear Multimedia
- Non-Linear Multimedia
1 – लीनियर मल्टीमीडिया (Linear Multimedia)
लीनियर मल्टीमीडिया को नॉन-इंटरैक्टिव मल्टीमीडिया भी कहा जाता है। इसमें यूजर किसी भी मीडिया के साथ इंटरैक्ट नहीं कर सकता है।
उदाहरण के लिए – जब हम टीवी पर कोई फिल्म देखते हैं तो हम उस फिल्म को सिर्फ देख सकते हैं लेकिन उससे इंटरैक्ट नहीं कर सकते।
लीनियर मल्टीमीडिया का मुख्य उद्देश्य जानकारी को एक क्रम में प्रस्तुत करना है।यह एक प्रकार का लॉजिकल फ्लो है जिसमें सूचनाओं को शुरू से अंत तक दिखाया जाता है। लीनियर मल्टीमीडिया दर्शकों के साथ इंटरैक्ट नहीं करता है।
इस मल्टीमीडिया का उपयोग ज्यादातर मीटिंग्स, ट्रेनिंग, सेमिनार आदि के लिए किया जाता है।
2 – नॉन-लीनियर मल्टीमीडिया (Non-Linear Multimedia)
नॉन-लीनियर मल्टीमीडिया को इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया भी कहा जाता है। इसमें यूजर मीडिया के साथ इंटरैक्ट कर सकता है।
नॉन-लीनियर मल्टीमीडिया जानकारी को एक क्रम में प्रस्तुत नहीं करता है। यह यूजर की जरूरत के हिसाब से काम करता है।
उदाहरण के लिए – जब हम कंप्यूटर पर कोई गेम खेलते हैं तो हम उस गेम के साथ इंटरैक्ट करते हैं। एक गेम में बटन होते हैं जिनकी मदद से हम उसे खेलते हैं।
मल्टीमीडिया के घटक (Components Of Multimedia In Hindi)
- Text
- Graphics
- Animation
- Video
- Audio
1. टेक्स्ट (Text)
मल्टीमीडिया की रंगीन दुनिया में, जानकारी साझा करने के लिए टेक्स्ट सबसे लोकप्रिय साधनो में से एक है। क्योंकि पुराने समय से लेकर आज तक ज्यादातर जानकारी टेक्स्ट के जरिए ही शेयर की जाती है।
टेक्स्ट एक लिखित जानकारी होती है। जिसकी मदद से लोग पढ़ते हैं और उस जानकारी को प्राप्त करते हैं। मल्टीमीडिया में लिखित जानकारी को बढ़ावा देने के लिए फोटो और ग्राफिक्स को टेक्स्ट में जोड़ा जाता है। ताकि यूजर टेक्स्ट को बेहतर तरीके से पढ़ सके। इसके अलावा टेक्स्ट को और भी आकर्षक बनाने के लिए मल्टीमीडिया में अलग-अलग फॉन्ट का इस्तेमाल किया जाता है। ताकि यूजर टेक्स्ट को पढ़ना पसंद करे।
2. ग्राफिक्स (Graphics)
ग्राफिक्स एक गैर पाठ प्रारूप (नॉन टेक्स्ट फॉर्मेट) है। जिसमें टेक्स्ट का प्रयोग नहीं होता है। ग्राफिक्स का उपयोग तस्वीरों या छवियों के माध्यम से डिजिटल जानकारी साझा करने के लिए किया जाता है। अगर किसी यूजर को ज्यादा मात्रा में टेक्स्ट पढ़ने की आदत नहीं है। ऐसे में उपयोगकर्ता ग्राफिक्स की मदद से डिजिटल इनफार्मेशन को प्राप्त कर सकता है।
इसके अलावा कॉन्सेप्ट को बेहतर तरीके से स्पष्ट करने के लिए ग्राफिक्स का इस्तेमाल किया जाता है। कहने का मतलब यह है की जिस कॉन्सेप्ट को यूज़र आसानी से समझ नहीं पाता है। उन कॉन्सेप्ट को आसानी से समझाने के लिए ग्राफिक्स का उपयोग किया जाता है। ग्राफिक्स बनाने के लिए सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है। और सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर एडोब फोटोशॉप है। ज्यादातर ग्राफिक डिजाइनर इसी सॉफ्टवेयर की मदद से ग्राफिक्स बनाते हैं।
3. एनीमेशन (Animation)
एनिमेशन एक तरह से ग्राफिक्स पिक्चर का मूवमेंट होती है। जो वीडियो की फॉर्म में दिखाई देती है। लेकिन हम एनीमेशन को वीडियो नहीं कह सकते। क्योंकि वीडियो के अंदर सभी हिस्से मूवमेंट कर सकते हैं। लेकिन एनीमेशन में केवल इमेज या ग्राफिक्स ही मूवमेंट कर सकते हैं।
ग्राफिक्स सीक्वेंस में मूव करते हैं। जिसे स्लाइड शो भी कहा जाता है। मल्टीमीडिया में एनिमेशन बहुत लोकप्रिय है। क्योंकि एनीमेशन के माध्यम से यूजर आसानी से डिजिटल इनफार्मेशन प्राप्त कर लेता है और चीजों को आसानी से समझ जाता है।
4. वीडियो (Video)
वीडियो एक तरह से ऑडियो फाइल और इमेज का कॉम्बिनेशन है। वीडियो फ़ाइल इमेज और ऑडियो के साथ जोड़ी में चलती हैं। यानी इमेज ऑडियो के हिसाब से चलती है। वीडियो सीक्वेंस में मूव नहीं करती।
मल्टीमीडिया में वीडियो को सबसे लोकप्रिय माना जाता है। वीडियो में ध्वनि की वजह से ही यूजर जानकारी को अच्छे से रिसीव और शेयर कर पाता है। दूसरी इमेज ऑडियो फ़ाइल के अनुसार मूवमेंट करती है। जिसके कारण उपयोगकर्ता को वीडियो के प्रारूप में जानकारी प्राप्त करना और साझा करना पसंद आता है।
वीडियो का सबसे अच्छा उदाहरण टी.वी. है। वीडियो फ़ाइलों को चलाने के लिए कई प्रोग्राम का उपयोग किया जाता है। जैसे रियल प्लेयर, विंडो मीडिया प्लेयर आदि।
5. ऑडियो (Audio)
ध्वनि मल्टीमीडिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्योंकि बिना ऑडियो के वीडियो देखने लायक नहीं बनाया जा सकता। क्योंकि बिना ऑडियो के कोई भी यूजर वीडियो नहीं देखना चाहेगा। न ही उसे वीडियो के जरिए जानकारी मिलेगी।
इसलिए ऑडियो को मल्टीमीडिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। बातचीत को बढ़ाने के लिए ऑडियो फाइल का उपयोग किया जाता है। हमारे पास ऑडियो फाइल के कई प्रारूप उपलब्ध हैं। जैसे MP3, WMA, Wave, MIDI And RealAudio आदि।
मल्टीमीडिया का महत्व (Importance Of Multimedia In Hindi)
आज के आधुनिक और डिजिटल युग में मल्टीमीडिया का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया है। मल्टीमीडिया की सहायता से हम किसी भी सूचना या जानकारी को आसानी से किसी भी मीडिया जैसे – वीडियो, इमेजेस, ऑडियो, टेक्स्ट, एनिमेशन, आदि के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। यह संचार का सबसे अच्छा और आसान साधन है, इसमें संवाद करने के कई साधन उपलब्ध हैं।
मल्टीमीडिया के अनुप्रयोग (Applications Of Multimedia In Hindi)
1. शिक्षा
मल्टीमीडिया शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। क्योंकि दिन-ब-दिन मल्टीमीडिया शिक्षा को आसान बना रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में, वीडियो, टेक्स्ट, ग्राफिक्स और एनीमेशन के रूप में एक किताब या मटेरियल बनाने के लिए मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है। यह मटेरियल पूरी तरह से डिजिटल होता है। जिसकी सहायता से छात्रों को सभी प्रारूपों में जानकारी प्राप्त होती है। मल्टीमीडिया की मदद से छात्र घर बैठे ही शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आपस में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है।
2. संचार
मल्टीमीडिया ने संचार करने के तरीके को और भी आसान बना दिया है। क्योंकि आज के समय में कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने से एक दूसरे के साथ बात कर सकता है और आपस में जुड़ सकता है। इसके अलावा एक दूसरे के साथ जानकारी साझा कर सकता हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि मल्टीमीडिया ने संचार को बहुत आसान बना दिया है।
3. चिकित्सा
मल्टीमीडिया का उपयोग चिकित्सा के क्षेत्र में भी किया जाता है। वीडियो के माध्यम से सर्जरी को समझने के लिए डॉक्टर द्वारा मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा मल्टीमीडिया का उपयोग सिमुलेशन तकनीक में भी किया जाता है। सिमुलेशन तकनीक वह तकनीक है जिसमें रोगी के रोग की पहचान आसानी से की जा सकती है। और उसके बाद रोग के अनुसार उस रोगी का उपचार किया जाता है। जिससे मरीज की जान आसानी से बचाई जा सकती है।
4. मनोरंजन
मल्टीमीडिया का उपयोग ज्यादातर मनोरंजन के लिए ही किया जाता है। मल्टीमीडिया की मदद से ही मूवी, वीडियो, एनिमेटेड कार्टून बनाए जाते हैं। इसके अलावा मल्टीमीडिया का इस्तेमाल गेमिंग के लिए भी किया जाता है। मल्टीमीडिया का उपयोग गेम की पिक्चर को डिजाइन करने के लिए भी किया जाता है।
5. मार्केटिंग
मल्टीमीडिया का उपयोग मार्केटिंग के लिए भी किया जाता है। मल्टीमीडिया का उपयोग व्यावसायिक विज्ञापन के लिए भी किया जाता है। क्योंकि ऐड बनाने के लिए टेक्स्ट, ग्राफिक्स, ऑडियो और वीडियो की जरूरत होती है। ताकि ऐड अच्छे से तैयार हो सके / किसी कंपनी के प्रचार में मल्टीमीडिया बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।
6. सोशल मीडिया
मल्टीमीडिया का उपयोग सोशल मीडिया के लिए भी किया जाता है। क्योंकि सोशल मीडिया में अच्छी पोस्ट बनाने के लिए मल्टीमीडिया टूल की जरूरत होती है। जैसे टेक्स्ट, ग्राफिक्स, वीडियो और ऑडियो। ये सभी मल्टीमीडिया टूल्स हैं जो यूजर को एक बेहतर पोस्ट बनाने में मदद करते हैं।
7. इंटीरियर डिजाइनिंग
मल्टीमीडिया का उपयोग घर के नक़्शे को डिजाइन करने के लिए भी किया जाता है। आज के समय में ऐसे कई सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं। जिसकी सहायता से घर का नक्शा आसानी से बनाया जा सकता है।
मल्टीमीडिया के उपयोग (Uses Of Multimedia In Hindi)
मल्टीमीडिया का उपयोग आज कई क्षेत्रों में किया जाता है, लेकिन उद्योग में मल्टीमीडिया का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। मल्टीमीडिया विशेष रूप से मीडिया के क्षेत्र में यानी पत्रकारिता में विशेष प्रभाव विकसित करने के लिए उपयोग किया जाता है। मल्टीमीडिया के उपयोग निम्नलिखित हैं –
- मल्टीमीडिया का प्रयोग शिक्षा को रोचक एवं इंटरएक्टिव बनाने के लिए किया जाता है। वर्चुअल क्लास और ई-लर्निंग में मल्टीमीडिया का इस्तेमाल हो रहा है।
- मल्टीमीडिया का उपयोग मूवी देखने, वीडियो गेम खेलने, एनीमेशन और कार्टून फिल्म बनाने में किया जाता है।
- मल्टीमीडिया का उपयोग खेल, कला, ड्राइविंग जैसे कई क्षेत्रों में प्रशिक्षण के लिए किया जाता है।
- व्यवसाय के क्षेत्र में आकर्षक विज्ञापन तैयार करने में मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है।
- वर्चुअल रियलिटी के निर्माण में मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है।
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है।
- फिल्मों में स्पेशल इफेक्ट डालने के लिए मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है।
- किसी सूचना को बेहतर और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करके लोगों तक पहुंचाने के लिए मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है।
मल्टीमीडिया के फायदे (Advantages Of Multimedia In Hindi)
- मल्टीमीडिया संचार के सर्वोत्तम साधनों में से एक माना जाता है।
- इसके माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली प्रस्तुति प्रस्तुत की जा सकती है।
- मल्टीमीडिया के माध्यम से किसी भी विषय के बारे में सीखने की प्रभावशीलता बढ़ जाती है।
- यह प्रशिक्षण लागत को कम करता है।
- इसका उपयोग दर्शकों की एक विस्तृत विविधता के रूप में किया जा सकता है।
- मनोरंजन और शिक्षा के क्षेत्र में इसका बहुत योगदान है।
- मल्टीमीडिया मल्टी सेंसरी है। इसका अर्थ है कि उपयोगकर्ता इसमें मौजूद कंटेंट को देखने, पढ़ने या सुनने के लिए सभी इंद्रियों का उपयोग करते हैं।
- मल्टीमीडिया पूरी तरह से यूजर फ्रेंडली है।
- यह बहुत लचीला होता है। इसमें मीडिया को आसानी से बदला जा सकता है।
- यह सिस्टम पोर्टेबिलिटी प्रदान करता है।
- इसका उपयोग करना बहुत आसान है।
मल्टीमीडिया के नुकसान (Disadvantages Of Multimedia In Hindi)
- चूंकि यह एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया है इसलिए इसे ऑपरेट करने के लिए हमेशा बिजली की जरूरत पड़ती है। कई ऐसे इलाके हैं जहां बिजली नहीं है, वहां यह काम करना मुश्किल है।
- मल्टीमीडिया का उत्पादन महंगा होता है। क्योंकि यह एक से अधिक माध्यमों से मिलकर बना होता है। मल्टीमीडिया बनाने के लिए एक सिस्टम और सॉफ्टवेयर खरीदना पड़ता है।
- यह समय लेने वाला है। कंटेंट तैयार होने के बाद हमें अच्छा लगता है, लेकिन इसमें काफी वक्त लगता है। किसी भी अन्य कठिन काम की तरह मल्टीमीडिया के लिए भी कड़ी मेहनत और लंबे समय तक अभ्यास की आवश्यकता होती है। तभी अच्छा कंटेंट क्रिएट किया जा सकता है।
- मल्टीमीडिया बनाने के लिए आप जिस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं उसका भी ध्यान रखना होगा। किसी भी कारण से डिवाइस को नुकसान होने की स्थिति में, आपको एक दूसरा डिवाइस खरीदना होगा।
- इसके लिए विशेष हार्डवेयर की आवश्यकता होती है।
- कंपाइल होने में समय लगता है।
- यूजर्स द्वारा मल्टीमीडिया का भी कई बार गलत इस्तेमाल किया जाता है।
- कभी-कभी इसमें बहुत अधिक जानकारी होने के कारण इनफार्मेशन ओवरलोड हो जाती है।
- मल्टीमीडिया में कई बार बहुत सारे संसाधनों की आवश्यकता होती है, इसमें यह बहुत महंगा भी हो सकता है।
- हर डिवाइस सभी मल्टीमीडिया फाइल्स को ठीक से सपोर्ट नहीं करता इसलिए इसमें कम्पैटिबिलिटी प्रॉब्लम्स अक्सर देखने को मिलती हैं।
- इसे कॉन्फिगर करना भी आसान नहीं होता है।
- मल्टीमीडिया सिस्टम का उत्पादन अन्य की तुलना में अधिक महंगा है।
- इसके उत्पादन के लिए सामग्री सेट करना महंगा होता है।
- इसे बनाने, चलाने और उपयोग करने हेतु बिजली की आवश्यकता होती है।
- मल्टीमीडिया बनाने में बहुत समय लगता है।
- मल्टीमीडिया में महारत हासिल करने में उपयोगकर्ता का काफी समय और ऊर्जा लग सकती है।
मल्टीमीडिया में कौन सी चीजें सीखी जा सकती हैं?
वर्तमान समय में मल्टीमीडिया उद्योग बहुत तेजी से बढ़ रहा है, यह रोजगार के अवसरों से भरा हुआ है। इसलिए आज के युवा मल्टीमीडिया में करियर बनाने की सोच रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि मल्टीमीडिया के अंतर्गत कौन-कौन सी चीजें आती हैं, जिन्हें देखकर आप भी इसमें अपना करियर बनाने के बारे में सोच सकते हैं –
- डिजिटल एडिटिंग
- ग्राफ़िक डिज़ाइन
- मल्टीमीडिया प्रोग्रामिंग
- एनिमेशन
- इंट्रोडक्टरी फोटोग्राफी
- इलेक्ट्रॉनिक इमेजिंग
- वेबसाइट डिजाइन
- इंटरेक्टिव मीडिया
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FAQs
मल्टीमीडिया का प्रयोग कहाँ किया जाता है?
मल्टीमीडिया का उपयोग विभिन्न स्थानों जैसे नेटवर्किंग, संचार, शिक्षा, मनोरंजन, कला, पत्रकारिता आदि में किया जाता है।
मल्टीमीडिया के 5 तत्व क्या हैं?
मल्टीमीडिया के 5 तत्व हैं – टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो और एनिमेशन।
मल्टीमीडिया के प्रकार क्या है?
मल्टीमीडिया के प्रकार है – Linear Multimedia And Non-Linear Multimedia.
निष्कर्ष
मल्टीमीडिया क्या है पर लिखा गया यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। और आपको काफी जानकारी भी इस लेख से मिल गयी होगी। अगर आपको यह लेख मल्टीमीडिया क्या होता है अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जरूर शेयर करे।
लेख के अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद