What Is IMPS In Hindi: आधुनिक युग में, नेट बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के कई तरीके हैं, जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता कुछ ही सेकंड में एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, वह भी बिना बैंक जाए। ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने की इन प्रक्रियाओं में से एक आईएमपीएस है। जिसके जरिए आप मोबाइल से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईएमपीएस क्या है, आईएमपीएस कैसे काम करता है, आईएमपीएस से फंड कैसे ट्रांसफर किया जाता है, आईएमपीएस की विशेषताएं क्या हैं, आईएमपीएस के फायदे और नुकसान क्या हैं।
अगर आपको ऊपर दिए गए सभी सवालों का जवाब नहीं पता है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। इसमें आपको आईएमपीएस से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिलने वाले हैं। तो चलिए आपका ज्यादा समय ना लेते हुए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं कि आईएमपीएस क्या है –
आईएमपीएस का फुल फॉर्म क्या है? (IMPS Full Form In Hindi)
आईएमपीएस का फुल फॉर्म इमीडियेट पेमेंट सर्विस (Immediate Payment Service) है। जिसे हिंदी में तत्काल भुगतान सेवा कहते है।
आईएमपीएस को हिंदी में क्या कहते है?
आईएमपीएस को हिंदी में तत्काल भुगतान सेवा कहा जाता है।
आईएमपीएस फुल फॉर्म इन हिंदी (IMPS Full Form In Hindi)
आईएमपीएस फुल फॉर्म इन हिंदी – तत्काल भुगतान सेवा।
आईएमपीएस का मतलब (What Is IMPS Meaning in Hindi)
आईएमपीएस का मतलब हिंदी में तत्काल भुगतान सेवा है, यानी एक ऐसी सेवा जिसके द्वारा आप वास्तविक समय में एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धनराशि ट्रान्सफर कर सकते हैं। आईएमपीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर करने में आपको इन्तजार नहीं करना पड़ता है।
आईएमपीएस क्या है? (IMPS Kya Hai In Hindi)
आईएमपीएस यानि तत्काल भुगतान सेवा एक इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग सर्विस है जिसके माध्यम से आप तुरंत एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। पैसे ट्रांसफर करने के अलावा, आप विभिन्न प्रकार के बिलों का भुगतान कर सकते हैं, ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं और आईएमपीएस के माध्यम से ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं।
आईएमपीएस ऑनलाइन फंड ट्रांसफर का एक बहुत तेज़ और सुरक्षित तरीका है, जो रियल टाइम में काम करता है। यानी आईएमपीएस से पैसे ट्रांसफर करने के कुछ सेकेंड बाद ही राशि लाभार्थी के बैंक खाते में जमा हो जाती है. और प्रेषक और लाभार्थी दोनों के मोबाइल नंबर पर बैंक से एक संदेश आता है।
आईएमपीएस की सेवा 365*24*7 उपलब्ध है। आप आईएमपीएस के माध्यम से कभी भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं और किसी भी समय अपने बैंक खाते में पैसे मंगवा सकते हैं। आईएमपीएस से आप कम से कम 1 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 5 लाख रुपये भेज सकते हैं। लेकिन कुछ बैंकों में यह सीमा अभी भी 2 लाख है।
आईएमपीएस का इतिहास (History Of IMPS In Hindi)
IMPS को पहली बार भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा अगस्त 2010 में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। लेकिन 22 नवंबर 2010 को इसे ग्राहकों के लिए भी लॉन्च कर दिया गया ।
शुरुआत में केवल एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, बैंक ऑफ इंडिया आदि बैंकों ने आईएमपीएस स्वीकार किया, लेकिन बाद में धीरे-धीरे और बैंकों ने भी आईएमपीएस की सेवा स्वीकार की। आप एनपीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर बैंकों की पूरी सूची देख सकते हैं।
पहले आईएमपीएस के जरिए सिर्फ 2 लाख रुपये ट्रांसफर किए जा सकते थे, लेकिन कुछ समय बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस लिमिट को बढ़ाकर 5 लाख कर दिया है। अब आप IMPS के जरिए अधिकतम 5 लाख रुपये तक ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन कुछ बैंक अभी भी सिर्फ 2 लाख रुपये ट्रांसफर करने की सुविधा देते हैं।
आईएमपीएस कैसे काम करता है? (How Does IMPS Work In Hindi)
आईएमपीएस को मुख्य रूप से मोबाइल फोन के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उपयोगकर्ता मोबाइल फोन से केवल MMID नंबर के और मोबाइल से IMPS के माध्यम से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
आईएमपीएस की सेवा का लाभ उठाने के लिए, उपयोगकर्ता को पहले नेट बैंकिंग की सेवा को सक्रिय करना होगा और अपने बैंक खाते को अपने मोबाइल से लिंक करना होगा, उसके बाद ही आईएमपीएस से धनराशि स्थानांतरित की जा सकती है।
बैंक खाते और मोबाइल नंबर को लिंक करने के बाद एक मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन की आवश्यकता होती है जिसके माध्यम से आईएमपीएस किया जाता है। आप संबंधित बैंक का एप्लिकेशन डाउनलोड करें और नेट बैंकिंग के यूजरनेम और पासवर्ड का उपयोग करके उसमें लॉग इन करें।
आईएमपीएस के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए, लाभार्थी का MMID नंबर और उसके बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है। बैंकिंग एप्लीकेशन में आपको लाभार्थी का यह विवरण भरकर भुगतान प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
जैसे ही भुगतान किया जाता है तो कुछ सेकंड के भीतर फंड लाभार्थी के खाते में जमा हो जाता है और फंड प्रेषक (Sender) के खाते से डेबिट हो जाता है और बैंक दोनों को सफल लेनदेन का संदेश भेजता है।
आईएमपीएस के लिए आवश्यक जानकारी
आप IMPS से P2P और P2A दोनों में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, और इन दोनों के लिए आपको अलग-अलग जानकारी चाहिए। नीचे हमने आपको दोनों के बारे में बताया है –
फोन टू अकाउंट (P2A) भुगतान के लिए
यदि आप Phone To Account (P2A) भुगतान करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको लाभार्थी के खाते का पूरा विवरण चाहिए, जैसे कि
- लाभार्थी का नाम (जो उसके बैंक खाते में है)
- लाभार्थी खाता नंबर
- लाभार्थी का बैंक और शाखा का नाम
- शाखा IFSC कोड
व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) भुगतान के लिए
अगर आप IMPS से पर्सन टू पर्सन (P2P) पेमेंट करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको निम्नलिखित डिटेल्स की जरूरत होगी।
- लाभार्थी का मोबाइल नंबर
- लाभार्थी का एमएमआईडी नंबर
- अपना MPIN, ट्रांज़ैक्शन सत्यापित करने के लिए
बहुत से लोग एमएमआईडी कोड और एमपिन के बारे में नहीं जानते हैं, उनकी जानकारी के लिए यहां हमने आपको एमएमआईडी और एमपिन के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी है। क्योंकि ये दोनों ही IMPS के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
एमएमआईडी क्या है? (What Is MMID In Hindi)
MMID का फुल फॉर्म मोबाइल मनी आइडेंटिफायर (Mobile Money Identifier) है। यह एक यूनिक सात अंकों का कोड है। इसका उपयोग मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने में किया जाता है। आप अपने बैंक में जाकर भी एमएमआईडी कोड जनरेट कर सकते हैं या आप बैंक के पोर्टल से एमएमआईडी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
एमपिन क्या है? (What Is MPIN In Hindi)
MPIN का फुल फॉर्म मोबाइल बैंकिंग पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (Mobile Banking Personal Identification Number) है। एटीएम पिन की तरह, यह 4 या 6 अंकों का पिन होता है जिसका उपयोग मोबाइल के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने में किया जाता है। आप मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन में एमपिन जेनरेट कर सकते हैं।
आईएमपीएस कैसे करें (How To Do IMPS In Hindi)
आईएमपीएस के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने के कई तरीके हैं, आप नेट बैंकिंग, मोबाइल एप्लिकेशन, एसएमएस आदि चैनलों के माध्यम से आईएमपीएस कर सकते हैं। यहां हमने आपको आईएमपीएस करने के कुछ लोकप्रिय तरीकों के बारे में बताया है –
नेट बैंकिंग से आईएमपीएस (Net Banking To IMPS)
नेट बैंकिंग के जरिए आईएमपीएस करने के लिए आपको नेट बैंकिंग की सर्विस को एक्टिवेट करना होता है और इसके साथ ही आपको लाभार्थी के बैंक अकाउंट डिटेल्स की जरूरत होती है। यदि आपके पास लाभार्थी का खाता विवरण है, तो आप निम्न प्रक्रिया का पालन करके नेट बैंकिंग के माध्यम से आईएमपीएस कर सकते हैं।
- सबसे पहले, अपने बैंक का ऑनलाइन पोर्टल खोलें और अपने नेट बैंकिंग यूजरनेम और पासवर्ड का उपयोग करके उसमें लॉग इन करें।
- इसके बाद आपको प्रोफाइल वाले ऑप्शन में Beneficiary का ऑप्शन मिलेगा उस पर क्लिक करें और Add Beneficiary वाले ऑप्शन पर क्लिककरें।
- अब आपको लाभार्थी के खाते की पूरी जानकारी भरनी है। जिसमें आपको खाते में लाभार्थी का नाम, खाता संख्या, बैंक और शाखा का नाम और IFSC कोड दर्ज करना होगा।
- यह सारी जानकारी भरने के बाद नेक्स्ट पर क्लिक करें और जो अमाउंट भेजना चाहते हैं उसे एंटर करें।
- इसके बाद आपको पेमेंट मेथड सेलेक्ट करने के लिए कहा जाएगा आप यहां आईएमपीएस सिलेक्ट कर सकते हैं।
- अंत में, कन्फर्म विकल्प पर क्लिक करके भुगतान पूरा करें।
- कुछ ही सेकंड में फंड लाभार्थी के बैंक खाते में क्रेडिट कर दिया जाएगा। फंड क्रेडिट होते ही आपके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज भी आएगा।
मोबाइल एप्लीकेशन से आईएमपीएस (Mobile Application To IMPS)
- मोबाइल एप्लिकेशन से आईएमपीएस करने के लिए आपको अपने मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन में लॉग इन करना होगा।
- इसके बाद फंड ट्रांसफर ऑप्शन में जाएं और यहां आईएमपीएस चुनें।
- अब आपको लाभार्थी का मोबाइल नंबर और MMID दर्ज करना है, और फिर जारी रखें विकल्प पर क्लिक करना है।
- ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करने के लिए आपके बैंक से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, आप उस ओटीपी को डालकर ट्रांजेक्शन की प्रक्रिया पूरी करें।
- लेन-देन पूरा होने के बाद कुछ ही सेकंड में लाभार्थी के बैंक खाते में धनराशि जमा कर दी जाएगी। आपको बैंक से राशि डेबिट का संदेश प्राप्त होगा।
- इस तरह आप आईएमपीएस से मोबाइल के जरिए बहुत ही आसानी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
एसएमएस से आईएमपीएस (SMS To IMPS)
अगर आपके पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है तो आप एसएमएस के जरिए भी आईएमपीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन एसएमएस के जरिए फंड ट्रांसफर करने के लिए आपको बैंक का फॉर्मेट पता होना चाहिए। आप इस प्रारूप को अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।
- एसएमएस के जरिए आईएमपीएस करने के लिए सबसे पहले अपने बैंक अकाउंट को अपने मोबाइल नंबर से लिंक करें।
- अब आपको बैंक द्वारा दिए गए फॉर्मेट में एक मैसेज टाइप करना है और फिर उस मैसेज को बैंक द्वारा दिए गए एसएमएस बैंकिंग नंबर पर भेजना है।
- अधिकांश बैंकों में यह प्रारूप हो सकता है – आईएमपीएस> लाभार्थी मोबाइल नंबर> एमएमआईडी> राशि> एमपिन ( IMPS > Beneficiary Mobile Number > MMID >Amount >MPin)। लेकिन फिर भी आपको अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर एक बार जरूर चेक करना चाहिए।
- संदेश भेजने के कुछ ही मिनटों के भीतर, राशि आपके बैंक खाते से क्रेडिट हो जाएगी और पैसे लाभार्थी के खाते में क्रेडिट कर दिए जाएंगे।
- एटीएम से आईएमपीएस (ATM To IMPS)
- आप आईएमपीएस के जरिए एटीएम से भी फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। एटीएम से आईएमपीएस करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को फॉलो करें –
- सबसे पहले अपने नजदीकी एटीएम में जाएं।
- इसके बाद अपना डेबिट कार्ड एटीएम मशीन के अंदर डालें।
- अब अपनी भाषा चुनें और अपना 4 अंकों का एटीएम पिन डालें।
- ऊपर आपको फण्ड ट्रांसफर पर क्लिक करना है।
- लाभार्थी का मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- इसके बाद MMID और जितनी राशि आप भेजना चाहते हैं उसे दर्ज करें।
- ये सारी डिटेल्स डालने के बाद आप कन्फर्म पर क्लिक करें।
- इसके बाद फंड लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा और इसका मैसेज आपके मोबाइल नंबर पर आ जाएगा।
आईएमपीएस शुल्क (IMPS Fee In Hindi)
IMPS की सर्विस फ्री में नहीं मिलती है, आईएमपीएस करने में भेजने वाले को कुछ चार्जेज भी देने पड़ते हैं। लेकिन लाभार्थी को किसी भी प्रकार की राशि का भुगतान नहीं करना पड़ता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि NEFT की तरह IMPS फीस भी फिक्स नहीं होती है। अलग-अलग बैंकों में आईएमपीएस फीस भी अलग-अलग हो सकती है। आईएमपीएस की फीस 2.50 रुपये से लेकर 25 रुपये तक हो सकती है। नीचे दी गई तालिका के माध्यम से हमने आपको आईएमपीएस की औसत फीस के बारे में बताया है –
1 से 1000 रु. – 2.50 रुपये + लागू जीएसटी
1001 से 1 लाख – 5 रुपये + लागू जीएसटी
1 लाख से 2 लाख – 15 रुपये + लागू जीएसटी
2 लाख से ऊपर – 25 रुपये + लागू जीएसटी
आईएमपीएस की विशेषताएं (Features Of IMPS In Hindi)
आईएमपीएस देश में फंड ट्रांसफर के सबसे पसंदीदा तरीकों में से एक है, आईएमपीएस में कई विशेषताएं हैं। आईएमपीएस की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं –
- आईएमपीएस की सेवा 24*7 उपलब्ध है, आप कभी भी IMPS के माध्यम से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- हालांकि आईएमपीएस को विशेष रूप से मोबाइल बैंकिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है लेकिन आप आईएमपीएस का उपयोग नेट बैंकिंग में भी कर सकते हैं।
- आईएमपीएस से फंड ट्रांसफर करने के अलावा, कई प्रकार के कार्य किए जा सकते हैं जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, बिल भुगतान, रिचार्ज आदि। आप आईएमपीएस के माध्यम से P2P (पर्सन टू पर्सन) और P2A (फोन टू अकाउंट) दोनों भुगतान कर सकते हैं।
- आईएमपीएस के जरिए एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में तुरंत पैसा ट्रांसफर किया जाता है। RTGS और NEFT की तरह IMPS में फंड ट्रांसफर में समय नहीं लगता है।
- आईएमपीएस इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर करने का सबसे आसान तरीका है। आप लाभार्थी के मोबाइल नंबर के माध्यम से आसानी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- जब भी आईएमपीएस के जरिए फंड ट्रांसफर किया जाता है, तो बैंक की ओर से भेजने वाले और प्राप्त करने वाले के मोबाइल नंबर पर एक टेक्स्ट मैसेज आता है, जो बैंक अकाउंट से जुड़ा होता है, जिसमें बताया जाता है कि ट्रांजेक्शन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
- जिस तरह RTGS में न्यूनतम फंड ट्रांसफर की सीमा 2 लाख रुपये है, आईएमपीएस में ऐसी कोई सीमा नहीं है। आप आईएमपीएस के जरिए 1 रुपये भी ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन आईएमपीएस में अधिकतम फंड ट्रांसफर की सीमा 5 लाख है।
आईएमपीएस के लाभ (Benefits Of IMPS In Hindi)
आईएमपीएस एक बेहतरीन ऑनलाइन फंड ट्रांसफर सेवा है जिसके कई फायदे हैं। आईएमपीएस के कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं –
- आईएमपीएस की सेवा 24 घंटे और सप्ताह में 7 दिन उपलब्ध है, आप कभी भी आईएमपीएस के माध्यम से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। आप छुट्टियों में भी आईएमपीएस के जरिए फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- आईएमपीएस के जरिए आप सिर्फ MMID, आधार नंबर और मोबाइल नंबर के जरिए फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- आईएमपीएस के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए आपको लाभार्थी के बैंक खाते के विवरण की आवश्यकता नहीं है।
- आईएमपीएस सेवा बहुत ही सुरक्षित और किफायती है।
- आईएमपीएस के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने पर, पैसा कुछ ही सेकंड में लाभार्थी के खाते में तुरंत जमा हो जाता है।
- आईएमपीएस के जरिए आप ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। जिससे आप बैंक में लंबी कतारों में लगंने से बच जाते है।
- आप आईएमपीएस के माध्यम से फंड ट्रांसफर करके अपन समय भी बचाते हैं।
- आईएमपीएस से आप केवल मोबाइल के जरिए ही फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- आप एटीएम, नेट बैंकिंग, एसएमएस, यूएसएसडी और मोबाइल एप्लिकेशन जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से आईएमपीएस कर सकते हैं।
- आईएमपीएस में फंड ट्रांसफर करने का शुल्क बहुत कम होता है।
- आईएमपीएस आपको इंट्राबैंक और इंटरबैंक दोनों में फंड ट्रांसफर करने की सुविधा देता है।
आईएमपीएस के नुकसान (Disadvantage Of IMPS In Hindi)
- आईएमपीएस के फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं। जैसे की –
- आईएमपीएस की सेवा मुफ्त में उपलब्ध नहीं है।
- आप आईएमपीएस ऑफलाइन नहीं कर सकते। आईएमपीएस केवल ऑनलाइन उपलब्ध है।
- आप आईएमपीएस के जरिए 5 लाख से ज्यादा फंड ट्रांसफर नहीं कर सकते।
- बैंक में लेनदेन की सीमा भिन्न हो सकती है।
NEFT और IMPS के बीच अंतर
NEFT और IMPS दोनों का उपयोग ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के लिए किया जाता है, लेकिन दोनों एक दूसरे से बहुत अलग हैं। हमने आपको नीचे टेबल के जरिए NEFT और IMPS में अंतर स्पष्ट रूप से समझाया है।
- NEFT का फुल फॉर्म नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर है। IMPS का फुल फॉर्म इमीडियेट पेमेंट सर्विस है।
- एनईएफटी में फंड ट्रांसफर घंटों के बैच में किया जाता है और एनईएफटी सेवा बैंक और सरकारी छुट्टियों पर बंद रहती है। IMPS की सेवा 24*7 365 दिन उपलब्ध है।
- NEFT के जरिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। आप केवल IMPS के माध्यम से ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- NEFT के माध्यम से अधिकतम फंड ट्रांसफर की कोई सीमा नहीं है। IMPS के जरिए आप अधिकतम 5 लाख रुपये ट्रांसफर कर सकते हैं।
- NEFT के जरिए पैसा भेजने पर लाभार्थी के खाते में क्रेडिट आने में 2 घंटे का समय लगता है। IMPS के माध्यम से पैसा भेजने पर कुछ ही सेकंड में लाभार्थी के खाते में पैसा जमा हो जाता है।
- NEFT फंड ट्रांसफर की धीमी प्रक्रिया है। IMPS फंड ट्रांसफर करने की एक तेज प्रक्रिया है।
IMPS और RTGS के बीच अंतर
IMPS और NEFT में अंतर जानने के बाद अब हम IMPS और RTGS में भी अंतर जानेगे। हमने आपको नीचे टेबल के माध्यम से IMPS और RTGS के बीच का अंतर समझाया है।
- RTGS का फुल फॉर्म रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट है। IMPS का पूर्ण रूप इमीडियेट पेमेंट सर्विस है।
- RTGS से आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। आप IMPS के माध्यम से केवल ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- RTGS के माध्यम से पैसा भेजने पर लाभार्थी के खाते में क्रेडिट आने में अधिकतम 30 मिनट का समय लगता है। IMPS के माध्यम से पैसा भेजने पर कुछ ही सेकंड में लाभार्थी के खाते में पैसा जमा हो जाता है।
- RTGS के जरिए बड़ी मात्रा में फंड ट्रांसफर किया जाता है। आप IMPS के जरिए अधिकतम 5 लाख रुपये तक ट्रांसफर कर सकते हैं। कुछ बैंकों में यह सीमा 2 लाख ही है।
- RTGS के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने की न्यूनतम राशि 2 लाख है। आप IMPS के माध्यम से न्यूनतम 1 रुपये भी ट्रांसफर कर सकते हैं।
- आरटीजीएस के माध्यम से पैसे ट्रान्सफर करने के लिए लाभार्थी के बैंक खाते के विवरण की आवश्यकता होती है। IMPS के साथ, आप केवल लाभार्थी के MMID कोड और मोबाइल नंबर से ही फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
FAQs
आईएमपीएस का मतलब क्या है?
आईएमपीएस का मतलब हिंदी में तत्काल भुगतान सेवा है, यानी एक ऐसी सेवा जिसके द्वारा आप वास्तविक समय में एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धनराशि ट्रान्सफर कर सकते हैं। आईएमपीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर करने में आपको इन्तजार नहीं करना पड़ता है।
आईएमपीएस क्या होता है?
आईएमपीएस एक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सेवा है जिसके माध्यम से कुछ ही सेकंड में एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है। वह भी बिना किसी बैंक विवरण के।
आईएमपीएस का पूरा नाम क्या है?
आईएमपीएस का पूर्ण रूप इमीडियेट पेमेंट सर्विस है। जिसे हिंदी में तत्काल भुगतान सेवा कहा जाता है।
आईएमपीएस से न्यूनतम कितने पैसे ट्रान्सफर कर सकते हैं?
आईएमपीएस से न्यूनतम 1 रुपये और अधिकतम 5 लाख रूपये ट्रान्सफर कर सकते है। लेकिन कुछ बैंको में यह सीमा 2 लाख रूपये ही है।
आईएमपीएस से अधिकतम कितने पैसे ट्रान्सफर कर सकते हैं?
पहले एक यूजर आईएमपीएस के जरिए अधिकतम 2 लाख रुपये ही ट्रांसफर कर सकता था, लेकिन आरबीआई ने अपने नियमों में कुछ संशोधन किए, जिसके बाद कोई भी यूजर आईएमपीएस के जरिए अधिकतम 5 लाख रुपये ट्रांसफर कर सकता है।
आईएमपीएस से कितने पैसे ट्रान्सफर कर सकते हैं?
आईएमपीएस से न्यूनतम 1 रुपये और अधिकतम 5 लाख रूपये ट्रान्सफर कर सकते हैं।
आईएमपीएस करने का समय क्या है?
आईएमपीएसकी सेवा 24 घंटे और सप्ताह में सातों दिन उपलब्ध है।
आईएमपीएस से पैसे ट्रांसफर करने में कितना समय लगता है?
आईएमपीएस के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने में कोई समय नहीं लगता है। इसमें कुछ ही सेकंड में पैसा लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
आईएमपीएस कब शुरू किया गया था?
आईएमपीएस की शुरुआत नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) द्वारा अगस्त 2010 में की गई थी।
इम्प्स का फुल फॉर्म क्या है?
आईएमपीएस का फुल फॉर्म इमीडियेट पेमेंट सर्विस (Immediate Payment Service) है।
क्या रात में इम्प्स किया जा सकता है?
आईएमपीएस कभी भी किया जा सकता है। यह 24*7 उपलब्ध है।
IMPS की सीमा क्या है?
IMPS की न्यूनतम सीमा 1 रुपये और अधिकतम सीमा 5 लाख रूपये है।
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निष्कर्ष
उम्मीद है की आपको यह जानकारी (IMPS In Hindi) पसंद आयी होगी। अगर आपको यह लेख मददगार लगा है तो आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। और अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई सवाल है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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