फास्टैग क्या है? और कहां से प्राप्त करें – (What Is FASTag In Hindi)

What Is FASTag In Hindi: टोल गेट पर ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए सरकार ने फास्टैग का इस्तेमाल किया है। इससे न तो आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत पड़ेगी और न ही टोल गेट पर रुकना पड़ेगा। अगर आप फास्टैग का इस्तेमाल करते हैं तो आपके कनेक्टेड अकाउंट से ऑटोमैटिक पैसा कट जाएगा।

19 अक्टूबर, 2019 को अपने राष्ट्रीय राजमार्गों पर फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। देश भर में टोल टैक्स का भुगतान करने के लिए 1 दिसंबर से कार या किसी भी वाहन में फास्टैग होना अनिवार्य है। यदि आप फास्टैग के बिना टोल गेट से गुजरते हैं, तो आपको दोगुना टैक्स या जुर्माना देना पड़ सकता है।

फास्टैग को लेकर कई ऐसे सवाल हैं जो आम जनता को भ्रमित कर रहे हैं जैसे फास्टैग क्या है? इसका उपयोग कैसे करे है, यह क्यों जरूरी है आदि। तो आज के इस लेख में हम आपको फास्टैग क्या है? कैसे काम करता है, इसके फायदे आदि के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे है।

अगर आप फास्टैग के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। तो आइये शुरू करते है और जानते है की फास्टैग क्या होता है (FASTag Kya Hota Hai) –

जैसे ही आपका वाहन देश के किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसी भी टोल प्लाजा पर पहुंचता है, तो टोल प्लाजा पर लगा सेंसर वाहन की विंडस्क्रीन पर लगे फास्टैग स्टिकर को ट्रैक करता है। उस टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क आपके फास्टैग खाते से कट जाता है। इस तरह आप प्लाजा पर रुके बिना भुगतान कर सकते हैं। जब आपके फास्टैग खाते में राशि समाप्त हो जाएगी, तो आपको इसे रिचार्ज करना होगा। इसे चेक या यूपीआई/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/एनईएफटी/नेट बैंकिंग आदि के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है।

फास्टैग क्या है? (FASTag Kya Hai In Hindi)

फास्टैग एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन तकनीक है। जिसे भारत की सरकारी निकाय नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) चलाती है। यह एक ऐसी प्रणाली है जो रेडियो फ्रेक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलोग्य (RFID) तकनीक का उपयोग करती है।

इस तकनीक की मदद से अब आपको टोल बूथ पर कैश या कार्ड का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा। टोल टैक्स सीधे आपके खाते से कट जाता है। और इसके लिए आपको अपनी कार को टोल बूथों की लंबी लाइनों में खड़ी करनी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। RFID चिप के साथ एक स्टिकर आपकी कार के विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है।

टोल बूथ के पास पहुंचने पर या संपर्क में आने पर, सिस्टम सक्रिय हो जाता है और शुल्क का पेमेंट आपके डिजिटल वॉलेट या बैंक खाते से किया जाता है।

फास्टैग का फुल फॉर्म क्या है? (FASTag Full Form In Hindi)

फास्टैग का फुल फॉर्म इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम (Electronic Toll Collection System) है। फास्टैग का संचालन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जाता है।

भारत में फास्टैग की शुरुआत कब हुई थी?

फास्टैग को भारत में 4 नवंबर 2014 को लॉन्च किया गया था। जिसे शुरुआत में अहमदाबाद और मुंबई हाईवे के टोल प्लाजा पर लगाया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे इसे पूरे भारत में लगा दिया गया। वर्तमान में आप ज्यादातर टोल प्लाजा पर फास्टैग की मदद से भुगतान कर सकते हैं।

फास्टैग कैसे काम करता है? (How Fastag Works In Hindi)

फास्टैग, वाहन के विंडस्क्रीन पर चिपका टोल प्लाजा कलैक्शन के लिए एक प्रीपेड रिचार्जेबल टैग है। जैसा कि बताया गया है, यह रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) की मदद से काम करता है। जब आप किसी टोल प्लाजा को पार करते हैं, और आपका वाहन टोल प्लाजा के सेंसर की सीमा के भीतर आता है, तो आपका टोल प्लाजा भुगतान लिंक बैंक खाते या प्रीपेड वॉलेट से स्वचालित रूप से हो जाता है।

जब आपके वॉलेट से पैसे ख़त्म हो जाते है तो आपको फिर से फास्टैग रिचार्ज करना होता है। फास्टैग 5 वर्षों तक मान्य होता है। 5 साल पूरे होने पर आपको अपने वाहन के विंडस्क्रीन पर नया फास्टैग लगाना होता। इसके अलावा आप अपने फास्टैग वॉलेट में जो रिचार्ज करते हैं उसकी किसी भी प्रकार की अवधि नहीं होती है, यह बैलेंस आपके खाते में हमेशा सक्रिय रहता है।

फास्टैग कहां से प्राप्त करें? (How To Get FASTag In Hindi)

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने भारत में 22 बैंकों को फास्टैग कार्ड प्रदान करने के लिए अधिकृत किया है। इन 22 बैंकों ने एनएचआई प्लाजा, कॉमन सर्विस सेंटर, पेट्रोल पंप और ट्रांसपोर्ट हब के साथ पूरे भारत में 28000 से अधिक पॉइंट-ऑफ-सेल टर्मिनल स्थापित किए हैं।

आप फास्टैग को टोल गेट पर, या बैंकों से, या किसी पंजीकृत एजेंसी से प्राप्त कर सकते हैं या आप इस टैग को अमेज़न, फ्लिपकार्ट या पेटीएम से भी मंगवा सकते हैं। या आप MyFASTag के ऑफिशियल ऐप के जरिए भी फास्टैग ऑर्डर कर सकते हैं.

फास्टैग के लिए आवश्यक दस्तावेज़ (Documents Required For Fastag In Hindi)

  • वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC Book)
  • वाहन मालिक का पासपोर्ट साइज फोटो
  • केवाईसी के लिए कोई भी डाक्यूमेंट्स (पासपोर्ट, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि)

फास्टैग एक्टिव कैसे करे (How To Activate Fastag In Hindi)

फास्टैग स्टीकर के आने के बाद आपको अपना फास्टैग एक्टिवेट करना होगा। जिसके लिए आप My FASTag नाम के ऐप का इस्तेमाल करेंगे। आपके द्वारा दिए गए विवरण को भरें और इसे टैग के साथ जोड़कर अपने बैंक खाते से लिंक करें। फिर आप इस वॉलेट में रिचार्ज कर सकते हैं। इसके लिए मिनिमम रिचार्ज 100 रुपये होगा।

अगर आप लिमिटेड केवाईसी फास्टैग होल्डर हैं। तो आप वॉलेट में अधिकतम 50,000 रुपये का रिचार्ज कर सकते हैं। अगर आप फुल केवाईसी होल्डर हैं तो आप अपने फास्टैग वॉलेट में 1 लाख रुपये तक रख सकते हैं।

फिर आपको इस टैग स्टीकर को अपनी कार में लगाना है। इस टैग को आप कार के विंडशील्ड पर अंदर से लगा सकते हैं। जहां यह क्षतिग्रस्त नहीं हो। आप दो कारों में एक टैग स्टिकर का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, इसलिए आपको दो टैग खरीदने होंगे।

फास्टैग कार्ड को कैसे रिचार्ज करें? (How To Recharge Fastag Card In Hindi)

यदि आपने अपने फास्टैग कार्ड को अपने बचत खाते या चालू खाते से लिंक किया है, तो इसे रिचार्ज करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उस स्थिति में, आपको केवल यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आपके लिंक्ड बैंक खाते में टोल टैक्स भुगतान करने के लिए पर्याप्त शेष राशि हो।

यदि आपने कार्ड को किसी प्रीपेड डिजिटल वॉलेट से लिंक किया है, तो आपकी शेष राशि समाप्त होने पर आपको इसे रिचार्ज करने की आवश्यकता होगी। आप यूपीआई, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, एनईएफटी, नेट बैंकिंग आदि के माध्यम से डिजिटल वॉलेट को रिचार्ज कर सकते हैं।

पेटीएम और गूगल पे जैसे यूपीआई ऐप के जरिए फास्टैग को रिचार्ज करना बेहद आसान है।

गूगल पे से फास्टैग कैसे रिचार्ज करें

  • गूगल पे एप्प में लॉग इन करें और नीचे स्क्रॉल करें।
  • वहां आपको कुछ बिज़नेस आइकॉन दिखाई देगा उसके बगल में एक्सप्लोर पर क्लिक करें।
  • अब सर्च बार में फास्टैग टाइप करें।
  • अब, उस बैंक का चयन करें जिसने फास्टैग जारी किया है।
  • उसके बाद अपना वाहन नंबर या वाहन पंजीकरण नंबर दर्ज करें।
  • इसके बाद रिचार्ज राशि दर्ज करें।
  • भुगतान पूरा करें।

फोन पे एप से फास्टैग कैसे रिचार्ज करें

  • सबसे पहले आपको अपने स्मार्टफोन में फोन पे एप्प को ओपन करना है।
  • इसके बाद आपको To Bank/UPI ID पर क्लिक करना होगा। फिर आपको एक राइट साइड में + Plus का बटन मिलेगा।
  • इस बटन पर क्लिक करके आपको यूपीआई विकल्प को चुनना होगा। यहां आपको अपने फास्टैग के रजिस्टर्ड फोन नंबर द्वारा बनाई गयी यूपीआई आईडी डालनी होगी।
  • यूपीआई आईडी डालने के बाद आप जितने का रिचार्ज करना चाहते हैं, उतनी राशि डालकर रिचार्ज कर सकते हैं।

फास्टैग बैलेंस कैसे चेक करें? (How To Check Fastag Balance In Hindi)

जब भी आप किसी टोल गेट से गुजरते हैं, तो आपके फास्टैग से जुड़े खाते से पैसे अपने आप कट जाते हैं। इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एसएमएस के जरिए यह बता दिया जाता है कि आपके फास्टैग से कितना बैलेंस कटा है या कितना बचा है।

आप टोल-फ्री नंबर – +91-8884333331 पर मिस्ड कॉल देकर भी बैलेंस चेक कर सकते हैं। नीचे विभिन्न प्रकार के जारीकर्ताओं के अनुसार फास्टैग बैलेंस की जांच करने के तरीक़े दिए गए हैं।

My FASTag App – इसके लिए आपको फास्टैग का प्रीपेड ग्राहक होना चाहिए और आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड होना चाहिए। अपने स्मार्टफोन में My FASTag ऐप खोलें। वहां आप अपने प्रीपेड वॉलेट की शेष राशि को देखने का विकल्प चुन सकते हैं।

Bank Linked FASTag – फास्टैग का बैलेंस जानने के लिए बैंकों की अपनी वेबसाइट/एप्प पर एक पेज होता है। अपने बैंक के अनुसार बैंक के FASTag लॉगिन पेज पर अपने विवरण के साथ लॉगिन करें। यह आपको आपके खाते के विवरण और फास्टैग बैलेंस वाले पेज पर ले जाएगा।

Paytm Linked FASTag –जिन यूजर्स ने अपने फास्टैग को पेटीएम जैसे प्रीपेड वॉलेट से लिंक किया है, वे वॉलेट ऐप के जरिए बैलेंस चेक कर सकते हैं। पेटीएम यूजर्स फास्टैग बैलेंस चेक करने के लिए ऐप के अकाउंट बैलेंस और हिस्ट्री सेक्शन में जा सकते हैं।

फास्टैग कस्टमर केयर नंबर (FASTag Customer Care Number)

अगर आप फास्टैग से जुड़ा कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो इसके लिए आप कस्टमर केयर नंबर की मदद ले सकते हैं। आपकी सुविधा के लिए इसका कस्टमर केयर नंबर नीचे शेयर किया जा रहा है।

फास्टैग कस्टमर केयर नंबर – 7047959282 ,9163048525

फास्टैग के फायदे (Advantages Of FASTag In Hindi)

  • ट्रैफिक से निजात – भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल प्लाजा को फास्टैग से जोड़कर वाहन चालकों को जाम से बचाया है। पहले टोल प्लाजा पर खुले पैसे उपलब्ध नहीं होने के कारण काफी दिक्कत होती थी। जिससे लंबी कतार लग जाती थी। लेकिन अब फास्टैग की वजह से इन सभी परेशानियों से राहत मिल गई है।
  • फास्टैग कैशबैक की सुविधा – फास्टैग शुरू से ही अपने ग्राहकों को अच्छा कैशबैक दे रहा है। शुरुआत में फास्टैग से पेमेंट करने पर 10 फीसदी तक का कैशबैक मिलता था। हालांकि, अब यह घटकर 2.5 फीसदी पर आ गया है. लेकिन फिर भी अगर आप फास्टैग से पेमेंट करते हैं तो आपको कैशबैक मिलता है।
  • भुगतान की एसएमएस द्वारा जानकारी – जब आप अपने वाहन को टोल प्लाजा से पार करते हैं, तो आप अपने वाहन के विंडस्क्रीन पर लगे फास्टैग से भुगतान करते हैं। जैसे ही आपके खाते से शुल्क कटता है। आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस प्राप्त होता है, जिसमें भुगतान से संबंधित सभी जानकारी होती है।
  • स्थानीय लोगों को बेहतरीन सुविधा – कुछ गांव राष्ट्रीय राजमार्ग के पास हैं। जिन्हें रोजाना टोल प्लाजा पार करके जाना पड़ता है। ऐसे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के पास ऐसे सभी गांव हैं जो राष्ट्रीय राजमार्ग के 20 किलोमीटर के दायरे में आते हैं। उनके लिए मासिक पास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके लिए स्थानीय लोगों को महीने में एक बार 275 रुपये देने पड़ते हैं। इसके लिए स्थानीय लोग अपना आधार कार्ड या वोटर आईडी दिखाकर मंथली पास बनवा सकते हैं।
  • सरल टोल भुगतान।
  • आमतौर पर एक बहुत बड़ी समस्या यह देखने को मिलती है कि आपके पास इस दौरान टोल चुकाने के लिए पैसे नही होते है। अगर आप फास्टैग का इस्तेमाल करते हैं तो आपके कनेक्टेड अकाउंट से पैसे कट जाते हैं।
  • इससे आप जल्दी से टोल प्लाजा पार कर जाते हैं क्योंकि आपको पेमेंट के लिए रुकना नहीं पड़ता।
  • कैशलेस पेमेंट की वजह से मिलने वाली सभी सुविधाएं भी यहां मिल जाती हैं।
  • चूंकि यह कैशलेस पेमेंट है, इसलिए इसमें हेराफेरी की गुंजाइश कम हो जाती है।

जीरो बैलेंस फास्टैग क्या है? (What Is Zero Balance Fastag In Hindi)

जीरो बैलेंस फास्टैग वह फास्टैग होता है, जिसमें किसी भी प्रकार का कोई रिचार्ज नहीं किया जाता है। जिस वाहन पर जीरो बैलेंस फास्टैग लगा होता है उस वाहन के फास्टैग को रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होती है। जबकि आम जनता के लिए फास्टैग में रिचार्ज कराना जरूरी है। तो आइए जानते हैं किन लोगों को जीरो बैलेंस फास्टैग मिलता है।

जीरो बैलेंस फास्टैग का इस्तेमाल करने वाले लोग

जीरो बैलेंस फास्टैग का इस्तेमाल करने वाले लोग आमतौर पर विधायक और संसद के नेता आदि होते हैं। उन्हें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दो वाहनों के लिए जीरो बैलेंस फास्टैग दिया जाता है। जिसमें एक संसदीय क्षेत्र के लिए और दूसरा राजधानी दिल्ली के लिए है। इसके अलावा जीरो बैलेंस फास्टैग का इस्तेमाल करने वाले कुछ और लोगों की लिस्ट इस प्रकार है –

  • भारत के राष्ट्रपति
  • उपराष्ट्रपति
  • प्रधानमंत्री
  • राज्यपाल
  • भारत के मुख्य न्यायधीश
  • लोकसभा के अध्यक्ष
  • कैबिनेट मंत्री
  • मुख्यमंत्री
  • उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश
  • भारत सरकार के सचिव
  • जल थल, और वायु सेना प्रमुख
  • राज्य सरकार प्रमुख

यह भी पढ़े –

FAQs For What Is FASTag In Hindi

फास्टैग क्या होता है?
फास्टैग एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन तकनीक है। जिसे भारत की सरकारी निकाय नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) चलाती है।

फास्टैग किस तकनीक पर काम करता है?
फास्टैग रेडिओ फ्रिक्वेन्सी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर काम करता है।

फास्टैग की शुरुआत कब हुई थी?
फास्टैग को 4 नवंबर 2014 को भारत में शुरू किया गया था।

क्या फास्टटैग अनिवार्य है?
हां, फास्टटैग अनिवार्य हो चुका है। यदि फास्टटैग वाहन से गायब है, तो टोल टैक्स का दोगुना भुगतान करना होगा।

फास्टैग का पूरा नाम क्या है?
फास्टैग का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम (Electronic Toll Collection System) है।

फास्टैग की वैलिडिटी कितने साल की होती है?
फास्टैग की वैलिडिटी 5 वर्ष की होती है।

फास्टैग कस्टमर केयर नंबर क्या है?
फास्टैग कस्टमर केयर नंबर है – 7047959282 ,9163048525

फास्टैग की वैधता अवधि क्या है?
फास्टैग की वैलिडिटी 5 साल की होती है।

टोल प्लाजा कलैक्शन को क्या कहते है?
टोल प्लाजा कलैक्शन को इलेक्ट्रॉनिक कलेक्शन कहते है।

फास्टैग की वैलिडिटी क्या है?
फास्टैग की वैलिडिटी 5 साल की होती है।

क्या एक फास्टटैग का उपयोग दो या अधिक वाहनों के साथ किया जा सकता है?
नहीं, दो वाहनों के लिए दो अलग-अलग फास्टटैग खरीदना होगा।

फास्टैग को रिचार्ज करने के लिए कितना पेमेंट करना होगा?
अगर आप पहली बार बैंक से फास्टैग रिचार्ज करवाते हैं तो इसके लिए आप ₹200 से रिचार्ज करा सकते हैं। इसके बाद आप जितने भी अमाउंट से रिचार्ज कराना चाहें करा सकते हैं।

नए उपयोगकर्ता अपना पहला फास्टैग कहां से खरीद सकते हैं?
इसके लिए आप राष्ट्रीय राजमार्गों के टोल प्लाजा के अलावा बैंक शाखाओं में प्वाइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) में मौजूद विभिन्न चैनलों के माध्यम से फास्टैग प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

अब आपको पता चल गया होगा है की फास्टैग क्या है (What Is FASTag In Hindi) और कैसे काम करता है। उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख फास्टैग क्या है (What Is FASTag In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे।

लेख के अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद

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