ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार यह सूर्य ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा। इसलिए इस ग्रहण में धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य होंगे।
यह सूर्य ग्रहण यूरोप,अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरपूर्वी भाग,एशिया के दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक में देखने के अलावा भारत के कुछ जगहों पर भी दिखाई देगा।
आपको बता दें हिंदू धर्म में सूतक काल में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करने मना होता हैं। ज्योतिष के अनुसार सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले से शुरू हो जाता है।