बुधवार के दिन गणेश चतुर्थी का होना इस व्रत के महत्व को और भी कई गुणा बढा रहा है क्योंकि गणेशजी स्वयं बुधवार के देवता हैं।
गणेश चतुर्थी यानी भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि का आरंभ 30 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 34 मिनट पर होगा।
इस योग के बारे में कहा जाता है कि इस योग में सभी अशुभ योगों के प्रभाव को नष्ट करने की क्षमता होती है।
इसी दिन मंगलमूर्ति, विघ्नहर्ता, गजानन गणेशजी का जन्म दोपहर के समय हुआ था। इसलिए गणेश चतुर्थी को गणेश जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है।