ज्योतिष के जानकारों के अनुसार भारत में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
चूंकि भारत में यह चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा इसलिए यहां सूतक का प्रभाव नहीं होगा और सभी तरह के धार्मिक व शुभ कार्य किए जा सकेंगे।
बता दें कि चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है जोकि ग्रहण समाप्त होने के बाद खत्म होता है। सूतक के दौरान पूजा-पाठ से लेकर कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य नहीं होते। यहां तक कि भगवान की आराधना के लिए मंत्र और जाप कर सकते हैं।