इन गुणों में पुरुषो से आगे है स्त्रियाँ 

हिम्‍मत - सामान्य तौर पर पुरुषों को स्त्री से ज्यादा हिम्मत वाला माना जाता है, लेकिन आचार्य चाणक्य के अनुसार सच इससे परे है। 

आचार्य चामक्य कहते हैं कि हिम्मत एक स्त्री में पुरुष से ज्यादा होती है और एक स्त्री हर मुश्किल का डट कर मुकाबला करती है। 

समझदारी - पुरुषों के मुकाबले एक स्त्री ज्यादा समझदार होती है और हर फैसला सोच समझकर ही लेती है, जबकि पुरुष बिना सोचे समझे फैसले लेकर बाद में पछताते हैं। 

एक स्त्री का धैर्य ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। धैर्य और समझदारी से लिए फैसले परिवार को भी आगे बढ़ने में मदद करते हैं। 

भावुक - एक स्त्री में भावुकता और करुणा के भाव होना स्वभाविक है और ये दोनों की गुण एक स्त्री को एक पुरुष के मुकाबले ज्यादा संवेदनशील बनाते हैं, लेकिन इसे स्त्री की कमजोरी समझने की गलती नहीं करनी चाहिए। 

 संवेदनशीलता के साथ लिए गये फैसले आगे वाले वक्त में प्रभावी होते हैं, और तब आप ऐसी स्त्री के सामने नतमस्तक हो जाते हैं। 

भूख - आचार्य चाणक्य बताते हैं कि एक स्त्री को पुरुष से ज्यादा भूख लगती है।  शारीरिक संरचना के चलते ही स्त्री को ज्यादा पोषण की जरुरत होती है। 

इसलिए महिलाओं को हमेशा पर्याप्त और पौष्टिक भोजन ही करना चाहिए।