ऐसे दोस्त जिनका स्वभाव अच्छा न हो। जो अपने माता-पिता का सम्मान न करता हो और अपनी पत्नी और बच्चों की इज्जत न करता हो। ऐसे मित्र का साथ हमें कभी नहीं पकड़ना चाहिए।
ऐसा इंसान जो जन्म देने वाले माता-पिता का सम्मान न कर सके, वह किसी और के साथ कैसे मित्रता निभा सकता है।
चाणक्य के मुताबिक मानें तो हमें किसी ऐसे मनुष्य से भी मित्रता नहीं करनी चाहिए जो बुरे स्थान पर रहता है।
बुरे स्थान पर रहने वाला मनुष्य खुद को उस स्थान की बुराइयों से दूर नहीं रख पाता और ऐसे व्यक्ति के साथ मित्रता करने से आपके जीवन पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
सही होगा कि अच्छे लोगों के बीच अच्छे स्थान पर रहने वाले लोगों के साथ ही दोस्ती करें।
चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे व्यक्ति की मित्रता को भी हानिकारक बताया है जिसकी नजर में पाप हो।
ऐसी व्यक्ति के साथ मित्रता करने से आप भी मुश्किल में फंस सकते हैं। अगर मनुष्य की दृष्टि में पाप है तो वह आपके घर वालों को भी कभी अच्छी दृष्टि से नहीं देखेगा।
चाणक्य के अनुसार ऐसा व्यक्ति जो बुरी आदतों से घिरा हो कभी भी उसके साथ दोस्ती न करें।
उसकी खराब आदतें आपके जीवन को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकती हैं। हमेशा सही लोगों के साथ रहना चाहिए।