इन पर कभी न करे विश्वास, बढ़ सकती हैं परेशानी

बड़े-बड़े नाखूनों वाले शेर और चीते आदि प्राणियों, विशाल नदियों, शृंगीणाम् यानी बड़े-बड़े सींग वाले साड़ आदि पशुओं, शस्त्र धारण करने वालों, स्त्रियों और राजा से संबंधित कुल वाले व्यक्तियों का विश्वास कभी नहीं करना चाहिए।

चाणक्य कहते हैं कि बड़े-बड़े नाखूनों वाले हिंसक प्राणी से बचकर चाहिए, न जाने वे आपके ऊपर हमला कर दें।

जिन नदियों के पुश्ते यानी तट पक्के न हों, उन पर इसलिए विश्वास नहीं करना चाहिए क्योंकि व जाने उनका वेग कब प्रचंड रूप धारण कर ले और कब उनकी दिशा बदल जाए। 

न जाने वे किधर को बहना प्रारंभ कर दें। इसलिए हमेशा नदियों के किनारे रहने वाले लोग उजड़ते रहते हैं।

चाणक्य आगे कहते हैं कि बड़े-बड़े सींग वाले साड़ आदि पशुओं का कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। कौन जाने उनका मिजाज कब बिगड़ जाए।

जिसके पास तलवाल आदि कोई हथियार है, उसका कभी भरोसा नहीं करना चाहिए क्योंकि वह छोटी बातों पर भी गुस्सा होकर कभी भी आक्रामक हो सकता है।

चंचल स्वभाव वाली स्त्रियों का कभी विश्वास नहीं करना चाहिए। वह अपनी चतुरता से कभी भी आपके लिए प्रतिकूल परिस्थितियां पैदा कर सकती है।

इसी तरह से राजा से संबंधित राजसेवकों और राजकुल के व्यक्तियों का कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए। वे कभी भी राजा के कान भरकर अहित करवा सकते हैं।

वे राज नियनों के प्रति समर्पित और निष्ठावान होते हैं। राजहित उनके लिए प्रमुख होता है, संबंध नहीं।