पाना चाहते हैं कामयाबी तो इन 4 चीजों को न करें नजरअंदाज

स्वाभिमान से कभी न करें समझौता - आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी व्यक्ति को अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करना चाहिए। 

उसे अपनी कमजोरी और खूबी दोनों का बखूबी पता होना चाहिए। आजीविका चलाने के लिए उसे पैसा भी कमाना चाहिए लेकिन अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करना चाहिए। 

जो व्यक्ति अपना जमीर बेच देते हैं, वे हमेशा के लिए समाज में सम्मान खो बैठते हैं। 

सच्चे मित्रों को कभी अपने से दूर न होने दें - जीवन में सफलता केवल अपनी मेहनत से ही नहीं मिलती बल्कि इसमें मित्रों और परिवार वालों का भी अहम योगदान होता है। इसलिए जीवन में सच्चे दोस्तों की पहचान करें और उन्हें कभी अपने से दूर न होने दें। 

सच्चा दोस्त आपको गलत रास्ते पर जाने से रोकता है और सही मार्ग की ओर प्रशस्त करता है। बुरे वक्त में वे आपके सामने आई मुश्किलों के आगे ढाल बन जाते हैं। 

हमेशा समय के अनुसार कार्य संपन्न करें - चाणक्य नीति में  कहा गया है कि हमेशा समय की कद्र करें। 

जो समय की कद्र नहीं करता, समय भी उसकी कद्र नहीं करता और वह जीवन में बहुत सारी चीजों को खो बैठते हैं। 

आचार्य चाणक्य का कहना है कि समय के अनुसार सारे कार्य संपन्न करें और उसी जगह पर निवास स्थान बनाएं, जहां पर रोजगार के पर्याप्त साधन उपलब्ध हों।  ऐसा करने से इंसान जीवन में कभी मार नहीं खाता है। 

बेईमानी और छल-कपट से न कमाएं धन - आचार्य चाणक्य कहते हैं कि तरक्की पाने के लिए धन कमाना जरूरी है। 

लेकिन वह हमेशा ईमानदारी से कमाया हुआ होना चाहिए। बेईमानी और छल-कपट से बटोरा गया धन किसी के भी घर में ज्यादा समय तक नहीं रुकता और उस परिवार को हमेशा दुख भोगना पड़ता है। 

पैसे कमाने के साथ ही धन की बचत पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। यह बचत बुरे वक्त में इंसान का संबल बनती है और वह उस कठिन वक्त से बाहर निकल जाता है।