जीवन में रहना है सुखी तो भूलकर भी न बर्दाश्त करें ऐसी चीजें

इंसान को अपने जीवन को सुखी बिताना है तो कुछ चीजों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। चाणक्य के मुताबिक ऐसा करने से व्यक्ति की छवि भी खराब होती है।

कभी सहन न करें अपमान - चाणक्य नीति के मुताबिक हर व्यक्ति को अपमान कभी नहीं सहन करना चाहिए।

अपमान का घूंट जहर के समान होता है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।

कई बार जीवन में ऐसी परिस्थितियां बन जाती है, जब अपमान सहना पड़ता है, लेकिन अपमान सहने से व्यक्ति पहले से ज्यादा निराश और दुखी हो जाता है।

अपमान करने वाले व्यक्ति को करें नजरअंदाज 

आचार्य चाणक्य का कहना है कि अगर कोई एक बार आप को अपमानित करता है तो आप उसे नजरअंदाज कर सकते हैं। 

लेकिन यदि ऐसा बार बार होता है तो उसे करारा जवाब जरूर देना चाहिए क्योंकि बिना वजह से अपमान सहना गलत है।

आचार्य चाणक्य का कहना है कि बार बार अपमान सहने वाले इंसान का समाज में सम्मान भी कम हो जाता है और ऐसे लोगों को कोई भी महत्व नहीं देता है।

ऐसे में अगर कोई बार बार अपमानित कर रहा है तो उसे तत्काल रोक देना चाहिए।