घर में में दिख रहे हैं अगर ऐसे संकेत, तो घर बचाने के लिए तुरंत हो जाएं सावधान

घर में गरीबी आने से पहले उसके संकेत मिलते हैं। इन संकेतों के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि भविष्य में घर की आर्थिक स्थिति कैसी हो सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं वो संकेत और क्या कहती है चाणक्य नीति इस बारे में

जिस घर में पूजा नहीं होती या लोग जहां ईश्वर का ध्यान नहीं लगाते उस घर में सुख-समृद्धि आनी बंद हो जाती है। इसके साथ ही घर में रह रही लोगों के बीच प्रेम भी कम हो जाता है और इस कारण लक्ष्मी माता वहां निवास नहीं करतीं। ये आने वाले आर्थिक संकट का बड़ा संकेत है।

घर में सभी बड़े बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। जिस घर में बड़े बुजुर्गों का अपमान होने लगे समझ लीजिए उस घर में बुरे दिन आने वाले हैं। बड़े बुजुर्गों के साथ गलत व्यवहार करने वाले लोग जीवन में कभी भी खुश नहीं रहते। घर में बड़े बूढ़ों का अपमान करने वालों के घर कभी बरकत नहीं होती। ये आर्थिक संकट का एक संकेत माना जा सकता है।

वैसे तो जिस घर में चार लोग रहते हैं वहां थोड़ी बहुत बहस होना लाज़मी है। मतलब यदि आपके घर में कई लोग हैं तो उनके बीच विचारों का मतभेद हो सकता है। लेकिन आचार्य चाणक्य के अनुसार मतभेद मिटाएं जा सकते हैं लेकिन यदि मनभेद हो गया तो उस घर में हमेशा झगड़ा होता रहेगा।

चाणक्य के नीतिशास्त्र के अनुसार जिस घर में 24 घंटे सिर्फ क्लेश होता रहता है उस घर में आर्थिक तरक्की संभव नहीं है। इसलिए ये भी आने वाले संकट का संकेत है।

सामान्यतौर पर हर घर में तुलसी का पौधा लगाया जाता है और उसकी पूजा की जाती है। तुलसी का पौधा शुभता का प्रतीक है। आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि घर पर कोई विपदा आने वाली होती है तो आपके घर का तुलसी का पौधा सूखने लगता है। यह भी आर्थिक संकट का संकेत है, इसलिए ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए।

आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि आपके घर में बार-बार कांच टूटता है तो यह धन-हानि दर्शाता है। साथ ही घर में आने वाली दरिद्रता का भी संकेत होता है। इसलिए कांच का बार टूटना भी आर्थिक संकट का संकेत है।