ऐसी जहरीली स्त्री और कपटी पुरुष दोनों है जानलेवा

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में स्त्री पुरुष की बीच वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के साथ ही दुष्ट लोगों से सतर्क रहने के लिए भी कहा है। 

कभी कभी स्त्री या पुरुष खुद इतने भले होते हैं कि उनको आस पास रह रहे धूर्त नहीं दिखते। ये धूर्त लोग आपके पतन का कारण बन सकते हैं। जिनसे जितनी जल्द हो सके दूरी बना लेनी चाहिए। 

धूर्त - आचार्य चाणक्य के अनुसार एक धूर्त स्त्री अगर पत्नी के स्वरुप में आपके साथ हो तो जीवन नर्क समान हो जाता है। 

ऐसा जीवन मौत से भी बुरा होता है। ऐसी महिला से जो कपटी और दुष्ट हो उसे तुरंत त्याग देना चाहिए।

बिल्कुल वैसे ही एक पुरुष धूर्त और कपटी हो तो ऐसे पुरुष से महिला को भी दूर रहना चाहिए वरना जीवन सुख से विहीन हो जाएगा। 

ज्यादातर लोग आपके आसपास आपकी तारीफ कर घूमते फिरेंगे लेकिन असल वो आस्तीन के सांप की तरह ही होते हैं जो कभी भी ठस सकते हैं। 

ऐसे स्त्री या पुरुष को वक्त रहते समझ लिया तो ठीक वरना जिंदगी भर पछताना पड़ता है। 

चाणक्य नीति में बताया गया है कि एक सांप, चालाक और लालची नौकरी से अच्छा है क्योंकि आप सांप से वैसे भी सतर्क रहते हैं। 

आप जानते हैं कि सांप काट सकता है लेकिन एक नौकर जो चालाक और लालची है, उसे तुरंत दूरी बना लें। ऐसे लोग कभी भी बड़ा नुकसान कर सकते है।