पैसे की बचत - आचार्य चाणक्य के अनुसार, घर के मुखिया को पैसे की बचत करने वाला होना चाहिए।
मुखिया की जिम्मेदारी बनती है कि वह पैसे की बचत करे ताकि भविष्य में जरूरत के समय किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े।
माहौल रखे अनुशासित - चाणक्य कहते हैं कि कोई परिवार तभी तरक्की करता है जब घर का मुखिया अपने लिए गए निर्णय पर अडिग रहे। वह घर का माहौल अनुशासित रखे।
कान का कच्चा न हो - घर के मुखिया को बिना किसी प्रमाण के हर किसी की बात पर यकीन नहीं करना चाहिए।
घर का मुखिया को कान का कच्चा नहीं होना चाहिए।
यदि घर में कोई मन मुटाव चल रहा है तो दोनों पक्षों की बात अच्छी तरह सुने और फिर सुलझाने का प्रयास करे।
खर्च पर रखें कंट्रोल - आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में लिखा है, घर के मुखिया की जिम्मेदारी है कि वह घर के खर्च को आय के हिसाब से करे।
खर्च पर नियंत्रण रखे। घर का मुखिया खर्च नियंत्रित नहीं कर पाता है तो परिवार को आर्थिक संकट झेलना पड़ेगा।
फैसले लेते समय सावधानी - आचार्य चाणक्य के अनुसार, घर के मुखिया को कोई भी फैसला बहुत सोच समझकर लेना चाहिए।
यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फैसले से घर के किसी सदस्य को कोई नुकसान नहीं होगा।