तिल के तेल का दीपक किस दिन लगाना चाहिए, क्या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए?

तिल के तेल का दीपक किस दिन लगाना चाहिए – भगवान की पूजा में दीपक जलाने का अपना ही महत्व है। हम श्रद्धापूर्वक भगवान के सामने दीपक जलाकर समृद्धि की प्रार्थना करते हैं ताकि घर में खुशहाली बनी रहे। ऐसा माना जाता है कि शाम के समय दीपक जलाना बहुत शुभ होता है।

दीपक देवी-देवताओं की पूजा में प्रज्जवलित करने का विशेष महत्व रहा है। जो लोग नियमित रूप से विधि-विधान से पूजा नहीं कर सकते। वे केवल भगवान के सामने श्रद्धापूर्वक दीपक जला लें तो उन्हें शुभ फल प्राप्त हो सकता है।

आमतौर पर घी या तेल के दीपक जलाने की परंपरा रही है। इसी तरह तिल के तेल के दीपक का भी विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि तिल का दीपक जलाने से कई ज्योतिषीय लाभ मिलते हैं। तो आइए जानते है तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए या नहीं, तिल के तेल का दीपक किस दिन लगाना चाहिए, तिल के तेल का दीपक जलाने से क्या होता है, और इसके फायदे –

तिल के तेल का दीपक किस दिन लगाना चाहिए (Til Ke Tel Ka Deepak Kis Din Lagana Chahiye)

तिल के तेल का दीपक प्रतिदिन लगा या जला सकते है। अगर आप प्रतिदिन तिल के तेल का दीपक नहीं जलाना चाहते है तो शनिवार और मंगलवार को तिल के तेल का दीपक जला सकते हैं। शनि मंदिर में तिल के तेल का दीपक जलाने से भी विशेष मनोकामना पूरी होती है।

तिल के तेल का दीपक जलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे तिल के तेल का दीपक जलाने के लिए लाल धागे की बत्ती सर्वोत्तम मानी जाती है। तिल के तेल का दीपक देवताओं के बायीं ओर जलाना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि पूजा के बीच में दीपक बुझना नहीं चाहिए, अन्यथा इसका पूरा फल प्राप्त नहीं होगा।

क्या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए (Kya Til Ke Tel Ka Deepak Jalana Chahiye)

हाँ, तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। तिल के तेल का दीपक वातावरण में व्याप्त नकारात्मकता को समाप्त करता है, जिससे वातावरण शुद्ध रहता है। जिससे साधक को मानसिक शांति मिलती है।

तिल के तेल का दीपक जलाने से क्या होता है (Til Ke Tel Ka Deepak Jalane Se Kya Hota Hai)

अगर आप घर में तिल के तेल का दीपक जलाते हैं तो आपके घर की सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है और आपके जीवन में खुशहाली आती है। तिल के तेल का दीपक आसपास के वातावरण से बुरी शक्तियों को दूर करने में भी सहायता करता है और सकारात्मक वातावरण बनाता है। इस दीपक की लौ चारों ओर पवित्रता फैलाती है और किसी भी प्रकार की बुरी शक्तियों को दूर रखने में मदद करती है।

तिल के तेल का दीपक जलाने के फायदे (Til Ke Tel Ka Deepak Jalane Ke Fayde)

घर में नियमित रूप से तिल के तेल का दीपक जलाने से शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा शनिदेव की पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए आपको नियमित रूप से तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे ग्रहों की शांति के साथ आपको कई समस्याओं से बाहर निकलने की शक्ति भी मिलती है।

अगर जातक की जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है तो इसे सकारात्मक बनाने और सूर्य को मजबूत बनाने के लिए तिल के तेल का दीपक जलाना फायदेमंद हो सकता है। यह आपके आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और समग्र कल्याण को बढ़ा सकता है।

घर में तिल के तेल का दीपक जलाने से चंद्रमा की ऊर्जा को संतुलित करने, शांति की भावना को बढ़ावा देने, भावनात्मक सद्भाव, और स्थिरता आदि मदद में मिल सकती है। अगर आपइस तेल का दीपक नियमित रूप से जलाते हैं तो कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत बनती है।

नियमित रूप से शाम के समय घर में तिल के तेल का दीपक जलाने से मंगल ग्रह प्रसन्न होता है और उसके अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं।

यदि आप मुख्य रूप से शाम के समय मुख्य द्वार पर तिल के तेल का दीपक जलाते हैं तो इससे बुध ग्रह से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं और बुध की स्थिति भी मजबूत होती है।

तिल के तेल का दीपक जलाकर बृहस्पति और शुक्र को मजबूत किया जा सकता है। इनमें से बृहस्पति को ज्ञान, विकास और प्रचुरता का ग्रह माना जाता है। बृहस्पति की कृपा पाने और जीवन में समृद्धि, ज्ञान और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए, साथ ही शुक्र ग्रह को मजबूत करने और जीवन में प्रेम, सद्भाव और सुंदरता बनाए रखने के लिए तिल के तेल का दीपक जलाना फलदायी माना जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको तिल के तेल का दीपक किस दिन लगाना चाहिए, क्या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख तिल के तेल का दीपक किस दिन लगाना चाहिए, क्या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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