Surya Prithvi Se Kitna Bada Hai: सूर्य से ही हमें जीवन के लिए ऊर्जा और प्रकाश प्राप्त होता है। यदि सूर्य (Sun) न होता तो पृथ्वी अँधेरी और ठण्डी होती। न पेड़-पौधे होंगे और न ही जीवन का चक्र चलता।
सूर्य एक तारा है, जो हमारे सौर मंडल में सबसे बड़ा है। सूर्य सौर मंडल का केंद्र है, जिसके चारों ओर सभी ग्रह, उपग्रह और अन्य पिंड घूमते यानी चक्कर लगाते हैं। हालांकि वैज्ञानिक आज तक इस तक नहीं पहुंच पाए हैं।
आज के इस लेख में हम आपको सूर्य पृथ्वी से कितना बड़ा है, सूर्य धरती से कितना बड़ा है के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप उपरोक्त जानकारी हासिल करना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े, तो आइये जानते है –
सूर्य धरती से कितना बड़ा है गूगल (Surya Dharti Se Kitna Bada Hai Google)
पृथ्वी और सूर्य के बीच की औसत दूरी 150 मिलियन किलोमीटर (15 करोड़ किलोमीटर) है। सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है, इसका व्यास लगभग 13 लाख 90 हजार किलोमीटर है, जो पृथ्वी से लगभग 109 गुना बड़ा है। इसलिए सूर्य धरती से 109 गुना बड़ा है। नासा के आंकड़ों के मुताबिक, सूरज (SUN) के अंदर लगभग 1.3 मिलियन (13 लाख) पृथ्वी समा सकती है।
सूर्य के बारे में (About Surya In Hindi)
सूर्य एक तारा है, जो हमारे सौर मंडल में सबसे बड़ा है। सूर्य सौर मंडल का केंद्र है, जिसके चारों ओर सभी ग्रह, उपग्रह और अन्य पिंड घूमते यानी चक्कर लगाते हैं। हमारे सौरमंडल का भार अकेले सूर्य के भार का 98.8 प्रतिशत है। अपनी पृथ्वी से आप सूर्य और चंद्रमा को एक ही आकार के देखते हैं, लेकिन आकार में उनके बीच कोई मेल नहीं है।
चंद्रमा (चाँद) पृथ्वी से छोटा है, जबकि सूर्य पृथ्वी से 13 लाख गुना बड़ा है। सूर्य का व्यास लगभग 13 लाख 92 हजार किमी है, जो पृथ्वी के व्यास से लगभग 109 गुना बड़ा है। दरअसल, सूर्य हमसे इतना दूर है कि वह छोटा दिखाई पड़ता है।
सूर्य हमसे करीब 15 करोड़ किलोमीटर दूर है। कि प्रकाश की एक किरण एक सेकंड में तीन लाख किलोमीटर चलती है। इसके बावजूद सूर्य की रोशनी को हम तक पहुंचने में 8 मिनट 17 सेकंड का समय लगता है। जिस प्रकार हमारी पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है, उसी प्रकार सूर्य हमारी आकाशगंगा यानी मिल्की-वे के केंद्र के चारों ओर चक्कर लगाता है। आकाशगंगा के केंद्र से लगभग 27 हजार प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित सूर्य 220 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से चक्कर लगा रहा है।
सूर्य हाइड्रोजन, हीलियम आदि का एक गोला है। इसका 73.5 प्रतिशत भाग हाइड्रोजन तथा 24.9 प्रतिशत भाग हीलियम है। इसमें ऑक्सीजन, कार्बन, आयरन, सिलिकॉन, मैग्नीशियम, सल्फर आदि भी होते हैं इसलिए यह इतना चमकदार दिखता है।
FAQs
सूरज के अंदर कितनी पृथ्वी आ सकती है?
नासा के आंकड़ों के मुताबिक, सूरज (SUN) के अंदर लगभग 1.3 मिलियन (13 लाख) पृथ्वी समा सकती है।
सूर्य देव का जन्म कब हुआ था?
सूर्य देव का जन्म करीब 4.60 अरब साल पहले हुआ था।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको सूर्य पृथ्वी से कितना बड़ा है (Surya Prithvi Se Kitna Bada Hai) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख सूर्य धरती से कितना बड़ा है (Surya Dharti Se Kitna Bada Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।