सुबह 7 बजे का सपना सच होता है या नहीं – इस दुनिया में हर कोई सपने देखता है, हर व्यक्ति को सोने के बाद कोई न कोई सपना जरूर आता है। कई बार कोई सपना हमारे लिए बुरा होता है, तो कोई सपना ख़ुशी देने वाला होता है। ये सपने हमें कभी भी आ सकते हैंयानि कि सोने के बाद सपने सुबह, शाम दिन और रात में भी आ सकते हैं। लेकिन कई लोगों के मन में ये सवाल आता है कि क्या ये सपने सच होते हैं या फिर ऐसे ही आते रहते हैं।
आज के इस लेख में हम आपको सुबह 7 बजे का सपना सच होता है या नहीं, क्या सुबह 7 बजे का सपना सच होता है के बारे में जानकारी देने वाले है, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे, तो आइये जानते है –
क्या सुबह 7 बजे का सपना सच होता है / सुबह 7 बजे का सपना सच होता है या नहीं
अगर आप स्वप्न शास्त्र पर विश्वास करते हैं, तो स्वप्न शास्त्र के अनुसार सुबह 7 बजे देखा गया सपना सच होता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अगर आप सुबह 3 बजे से 7 बजे के बीच कोई सपना देखते हैं, तो वह सच होता है। फिर चाहे वह सपना बुरा हो या अच्छा, इसका असर आपके जीवन पर पड़ता है।
ऐसा माना जाता है कि सुबह 3 बजे से लेकर 7 बजे के बीच का समय गोधूलि का समय माना जाता है और गोधूलि के समय में सपना देखने से वह सपना सच हो जाता है। प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व इसकी किरणों की जो लालिमा दिखाई देती है, उसे गोधूलि के नाम से जाना जाता है।
स्वप्न शास्त्र के अनुसार इस गोधूलि बेला में देखे गए सपने 99 प्रतिशत सच होते हैं। लेकिन स्वप्न शास्त्र में इसका भी जिक्र किया गया है, इस समय देखे गए सपने सच होने में थोड़ा समय लग सकता है। इन सपनों को सच होने में एक से छह महीने लग सकते हैं।
सुबह 1.1 बजे का सपना सच होता है (Shubah 1.1 Baje Ka Sapna Sach Hota Hai)
अगर आप सुबह 1 बजकर 1 मिनट पर सपना देखते हैं, तो आपका ये सपना भी सच हो जाता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार ऐसे समय में जो देखा जाता है वह वास्तव में सच होता है। ऐसा माना जाता है कि अगर आप 1 बजकर 1 मिनट पर सपना देखते हैं, तो इसे सच होने में कुछ समय लगता है। लेकिन ऐसे सपने को सच होने में एक साल लग सकता है।
शाम का सपना कैसा है (Sham Ka Sapna Kaisa Hota Hai)
अगर आप शाम 6 बजे से रात 10 बजे के बीच सोते हैं, तो फिर ये सपना आपका हकीकत बन सकता है, लेकिन ऐसा सपना सच होने की संभावना सिर्फ 50 फीसदी ही होती है। अगर आप शाम को सोते हैं और आप अपने पूरे दिन से जुड़ा कोई सपना देखते हैं, तो आपका ऐसा कोई भी सपना पूरा नहीं होगा।
लेकिन शाम को आपको ऐसा सपना दिखता है, जिसका आपके दैनिक कार्य से कोई संबंध नहीं है और सपना भी अलग प्रकार का हैं, तो ऐसे सपनों के सच होने की संभावना 50 प्रतिशत होती है।
सपना किसी को बताना चाहिए या नहीं (Sapna Kisi Ko Bataye Ya Nahi)
स्वप्न शास्त्र के अनुसार आपको अपने सारे सपने किसी को नहीं बताने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि आपने कोई लाभ वाला सपना देखा है, तो ऐसा सपना किसी को नहीं बताना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको मिलने वाला लाभ रुक जाता है, इसलिए आपको लाभ देने वाला सपना किसी को नहीं बताना चाहिए।
कितनी बजे के सपने होते है सच (Kitni Baje Ke Sapne Hote Hai Sach)
स्वप्न शास्त्र के अनुसार सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच देखे गए सपने का कोई मतलब नहीं होता है। ऐसे सपनों का कोई फल नहीं होता। आमतौर पर कहा जाता है कि इन सपनों का दिन में घटित हुई घटनाओं का दिमाग पर प्रभाव होता है।
स्वप्न शास्त्र के अनुसार रात के पहले प्रहर यानी 1 से 2 बजे के बीच देखे गए सपनों का फल आमतौर पर एक साल के भीतर मिलता है।
ऐसा माना जाता है कि रात के दूसरे पहर यानी सुबह 3 से 4 बजे के बीच देखे गए सपने अक्सर सच होते हैं। स्वप्न शास्त्र के अनुसार इस दौरान देखे गए सपनों का फल छ: महीने के भीतर मिलता है।
स्वप्न शास्त्र के अनुसार रात के तीसरे पहर यानी सुबह 4 से 5 बजे के बीच देखे गए सपने अक्सर सच होते हैं। शास्त्रों में इस समय को अमृत बेला, चंद्र बेला और ब्रह्म मुहूर्त के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि इस दौरान पृथ्वी की वस्तुओं पर दैवीय शक्तियों का प्रभाव होता है। ऐसे सपने का फल आपको 3 माह के अंदर मिलता है।
रात्रि के चौथे प्रहर यानि 5 से 6 बजे के बीच देखे गए सपनों का फल एक महीने के अंदर मिलता है। यह वह समय है जब रात ख़त्म होने वाली होती है, इसलिए इसे प्रातः स्वप्न भी कहा जाता है। अगर आप इस समय कोई सपना देखते हैं तो उसका फल आपको जल्द ही मिल सकता है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको क्या सुबह 7 बजे का सपना सच होता है (Subah 7 Baje Ka Sapna Sach Hota Hai Kya) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख क्या सुबह 7 बजे का सपना सच होता है (Kya Subah 7 Baje Ka Sapna Sach Hota Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।