स्पैम का मतलब क्या होता है? (Spam Ka Matlab Kya Hota Hai) – Spam In Hindi Meaning

What Is Spam Meaning In Hindi: आपने स्पैम के बारे में बहुत बार सुना होगा। इंटरनेट की दुनिया में स्पैम शब्द बहुत बार सुनने को मिल जाता है। लेकिन आपने कभी सोचा है यह स्पैम होता क्या है, स्पैमर्स कौन होते है और स्पैम मेल क्या होता है। अगर नहीं, तो आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले है।

आज के इस लेख में हम आपको स्पैम क्या है, स्पैम का मतलब क्या होता है, स्पैम मेल क्या होता है और स्पैम से कैसे बचे आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे।

तो आइये आपका ज्यादा समय न लेते हुए आज का यह लेख स्पैम क्या है शुरू करते है जानते है की स्पैम का मतलब क्या होता है (Spam Ka Matlab Kya Hota Hai) –

स्पैम का मतलब क्या होता है? (Spam Ka Matlab Kya Hota Hai) - Spam In Hindi Meaning - What Is Spam Meaning In Hindi

स्पैम स्पैम का मतलब क्या होता है? (Meaning Of Spam In Hindi)

स्पैम का मतलब होता है – अवांछित, अप्रांसगिक या अनचाहे सन्देश या मैसेज। यानी की फालतू के मैसेज, मैल।

जब किसी के द्वारा आपको फालतू के मैसेज या मेल किये जाते है तो उसे स्पैम कहा जाता है।

स्पैम किसी भी माध्यम (ईमेल, टेक्स्ट मैसेज और फोन कॉल) आदि से किया जा सकता है। क्योकि इनमे स्पैमर्स का फायदा छुपा रहता है। स्पैमर्स ईमेल, टेक्स्ट मैसेज और फोन कॉल आदि के माध्यम से अपने प्रोडक्ट का प्रचार करते है।

प्रोडक्ट का प्रचार करना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन गलत तरीके से प्रचार करना गलत बात है।

इन स्पैमर्स द्वारा एक बार नहीं बल्कि कई बार ईमेल, टेक्स्ट मैसेज और फोन कॉल किये जाते है, जिससे यूज़र्स परेशान हो जाते है, जो की गलत है।

स्पैम क्या है? (What Is Spam In Hindi)

इंटरनेट पर काम करने के लिए कुछ नियम और कानून होते हैं। ये नियम और कानून हर प्लेटफॉर्म के लिए अलग-अलग होते हैं, जब आप उन नियमों को तोड़कर कोई काम अवैध रूप से करते हैं तो उसे स्पैम कहा जाता हैं।

स्पैम हर जगह होता है जैसे की – ईमेल और सोशल नेटवर्किंग साइट्स फेसबुक, व्हाट्सएप आदि पर।

इंटरनेट पर हर जगह स्पैम होता है, लेकिन इन दोनों प्लेटफॉर्म पर, विशेष रूप से ई-मेल में स्पैम बड़े पैमाने पर होते है। अप्रैल 2008 के एक अध्ययन से पता चला है कि हर दिन कम से कम 100 बिलियन स्पैम मेल भेजे जाते हैं।

स्पैमर्स कौन होते हैं? (Spammers In Hindi)

जो लोग स्पैम करते हैं उन्हें स्पैमर्स कहा जाता है। जो लोग बार-बार एक ही ईमेल या संदेश भेजते हैं या बड़ी संख्या में ईमेल या संदेश भ

स्पैम मेल क्या है? (What Is Spam Mail In Hindi)

जब आपकी ईमेल पर प्रेषक (सेन्डर) द्वारा किसी प्रोडक्ट का विज्ञापन या प्रचार बिना आपकी अनुमति के बड़ी संख्या में मेल भेजकर किया जाता है। जो आपके किसी काम का नहीं होता है, स्पैम मेल कहलाता है।

जब कोई प्रेषक (सेन्डर) किसी को बड़ी संख्या में विज्ञापन के मेल भेजता है तो उसे स्पैम मेल कहा जाता है।

दूसरे शब्दों में, स्पैम मेल एक प्रकार का ईमेल है जो बल्क में भेजा जाता है। यह ईमेल आपकी अनुमति के बिना आता है। ये ईमेल सिर्फ विज्ञापनों से भरे हुए होते हैं।

सोशल नेटवर्किंग साइटों पर स्पैम क्या है? (What Is Spam On Social Networking Sites In Hindi)

सोशल नेटवर्किंग साइटों जैसे की फेसबुक, व्हाट्सएप्प आदि पर भी स्पैम होता है। कई बार आपने व्हाट्सएप्पपर कुछ अजीबोगरीब मैसेज देखे होंगे।

जैसे की, इस लिंक को अपने 10 दोस्तों के साथ शेयर करें और आईफोन जीते। इसके अलावा कुछ मैसेज ऐसे भी आते हैं कि इस लिंक को अपने दस दोस्तों के साथ शेयर करने पर आपको 50 जीबी डेटा मिलेगा। जो बिल्कुल झूठ होता है।

इसलिए अगर आपको ऐसा कोई मैसेज मिले तो उस लिंक पर बिल्कुल भी क्लिक न करें। और उस मैसेज को किसी को भी शेयर भी न करें।

यदि आपका कोई अपना ऐसे संदेश भेजता है, तो उसे बताएं कि यह स्पैम है और इस तरह के मैसेज को शेयर करने से वह कोई IFOE या कुछ भी नहीं जीतेगा।

इसके आलावा फेसबुक पर भी स्पैम होता है, जैसे अगर कोई व्यक्ति एक ही लिंक को बार-बार फेसबुक पर शेयर या कॉपी पेस्ट करता है तो वह फेसबुक की पॉलिसी के अनुसार स्पैमिंग कर रहा है, ऐसे में फेसबुक उसे कुछ दिनों के लिए ब्लॉक कर देता है।

अन्य स्पैम

जैसा कि आपको पहले ही बताया गया है कि स्पैम सिर्फ ईमेल और सोशल नेटवर्किंग साइट्स में ही नहीं होता है, बल्कि यह हर जगह होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि स्पैम, ईमेल में ज्यादा होता है।

स्पैम यूट्यूब और वेबसाइट पर भी होता है। वेबसाइट पर कमेंट के जरिए स्पैम किया जाता है और यूट्यूब पर कमेंट और वीडियो के जरिए स्पैम होता है।

स्पैम करने के फायदे (Benefits Of Spamming In Hindi)

ईमेल स्पैम – ईमेल स्पैमिंग का एक ही फायदा है और वह है प्रोडक्ट का प्रमोशन।

मान लीजिये, किसी कंपनी या किसी व्यक्ति ने 1 हजार लोगों को स्पैम मेल भेजा। जिसमें उन्होंने अपने प्रोडक्ट का प्रचार किया है। अब इन 1 हजार लोगों में से यदि 500 लोगों ने भी वह ईमेल खोला, तो इन 500 लोगों में कंपनी के उत्पाद का प्रचार मुफ्त में हो गया। इसके अलावा अगर इन 500 लोगों में से 100 लोगों ने भी उस प्रोडक्ट को खरीद लिया तो इससे कंपनी की बिक्री भी हो गई।

और ये सब बिलकुल फ्री में हुआ। जबकि इंटरनेट पर प्रोडक्ट को प्रमोट करने के पैसे लगते हैं, ये एक पेड तरीका है जो इन स्पैमर्स ने बिल्कुल फ्री में किया।

नोट – यंहा हम आपको स्पैम करने के लिए नहीं कह रहे, बल्कि आपको जानकारी दे रहे की स्पैमर्स, स्पैम क्यों करते है। यंहा हम आपको स्पैम के फायदे नहीं बता रहे है, बल्कि आपको यह बता रहे है की स्पैम करने से स्पैमर्स को क्या फायदा होता है।इसलिए कभी भी स्पैम करने कि कोशिश न करे।

सोशल नेटवर्किंग साइटों पर स्पैम – कोई भी अपने उत्पाद को बेचने या बढ़ावा देने के लिए फेसबुक पर स्पैम नहीं करता, बल्कि फेसबुक पर लोग अपनी वेबसाइट, ब्लॉग, फेसबुक ग्रुप या फेसबुक पेज को प्रमोट करने और ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक और फॉलोअर्स पाने के लिए ऐसा करते हैं।

अन्य स्पैम – इसी तरह वेबसाइट और यूट्यूब पर भी स्पैम होता है। यहां स्पैम ब्लॉग, वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर व्यूज लाने के लिए किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक मिल सके।

यदि आप यूट्यूब पर विभिन्न वीडियो के नीचे कमेंट में एक ही कमेंट बार – बार या कॉपी-पेस्ट करते हैं, तो यूट्यूब आपको थोड़े समय के लिए प्रतिबंधित भी कर सकता है।

आप यह मान सकते हैं कि स्पैमिंग का एक मुख्य कारण जो है वह है विज्ञापन। विज्ञापन दिखाने के दो फायदे हैं एक तो विज्ञापनों से कमाई और दूसरा अगर कोई विज्ञापन से कुछ खरीदता है तो उसकी बिक्री बढ़ जाती है।

स्पैम ई-मेल की पहचान कैसे करें? (How To Identify Spam Email In Hindi)

अक्सर स्पैम मेल कंपनी के नाम से आते है, क्योंकि स्पैमर्स जानते हैं कि प्राप्तकर्ता किसी प्रसिद्ध कंपनी का नाम देखकर निश्चित रूप से क्लिक करेगा। आपको टाटा, रिलायंस जिओ और बीएसएनएल के नाम से स्पैम मेल मिल सकते हैं। अब आप यही सोचेंगे कि ये मेल कंपनी ने ही किया है जबकि ऐसा नहीं है। ऐसे मेल 95% स्पैम मेल ही होते है। इसलिए ऐसे मेल पर कभी क्लिक न करें।

मेल एड्रेस चेक करे – मेल सच में किस कंपनी का है या स्पैम, इसका पता लगाने के लिए आप मेल एड्रेस चेक कर सकते हैं क्योंकि कंपनी का अपना एक मेल एड्रेस होता है जिसे कोई और कॉपी नहीं कर सकता।

स्पेलिंग करे चेक – बड़े ब्रांड के मेल में कोई गलती नहीं होती है। लेकिन कई बार स्पैम मेल में गलतियां हो जाती हैं क्योंकि स्पैमर मेल बहुत जल्दी -जल्दी लिखते है। ऐसे में कई बार ग्रामर में गलतियां हो जाती हैं। इसलिए आप इन मेल्स को ध्यान से पढ़ें और गलती दिखने पर कभी भी दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।

उपयुक्त मेल पर ही करें क्लिक – यह बेहद जरूरी है कि आप हमेशा संबंधित मेल पर ही क्लिक करें। उदाहरण के लिए, आपका एसबीआई बैंक में खाता है और आप एसबीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं और आपको एचडीएफसी बैंक से एक मेल मिलता है कि आपके क्रेडिट कार्ड में 5000 रिवॉर्ड पॉइंट हैं। रिवॉर्ड प्वॉइंट पाने के लिए अपना कार्ड नंबर और सीवीवी नंबर हमें मेल करें। इसलिए ऐसे अप्रासंगिक मेल पर कभी क्लिक न करें।

ऑनलाइन टूल की मदद से करें चेक – इसके अलावा आप ऑनलाइन टूल की मदद से भी मेल चेक कर सकते हैं। यह मेल एड्रेस वैलिड है या नहीं, यह ऑनलाइन टूल इन स्पैम मेल पर एक टेस्ट मेल भेजता है, अगर मेल बाउंस हो जाता है तो मेल वैलिड नहीं है, यह स्पैम है और अगर चला गया तो मेल असली है।

लेकिन मैं आपको इस तरीके को आजमाने की सलाह नहीं दूंगा। क्योंकि इसमें आपको अपना मेल इसमें डालना होता है। और ऐसा करना पागलपन है, इसलिए इसे तब तक न करें जब तक आपको वास्तव में इसकी आवश्यकता न हो।

स्पैम से कैसे बचें?

  • स्पैम मेल से बचने का सबसे अच्छा तरीका ईमेल पते पर स्पैम बॉक्स में आने वाले मेल को न खोले।
  • यदि आपको संदेह है कि यह स्पैम मेल है तो इसके दिए गए लिंक पर कभी क्लिक न करें।
  • यदि आपको किसी बैंक से मेल प्राप्त होता है और उस लिंक पर क्लिक करने पर वह लिंक आपको किसी भी बैंक के लॉगिन पृष्ठ पर ले जाता है, तो उस लॉगिन पृष्ठ पर कभी भी अपना बैंक विवरण दर्ज न करें।
  • अगर आपको किसी तरह का मेल मिलता है जिसमें वह आपसे आपकी निजी जानकारी मांगे तो उसे कभी भी अपनी निजी जानकारी न बताएं।
  • जब संदेह हो, तो ईमेल के साथ कोई अटैचमेंट डाउनलोड न करें। क्‍योंकि कई बार इन मेल में वायरस होते हैं और जैसे ही आप उस अटैचमेंट को डाउनलोड करते हैं, वह वायरस आपके कंप्‍यूटर या फोन में आ जाता है और ऐसा करना आपको काफी महंगा पड़ सकता है क्‍योंकि इस प्रकार का वायरस आपकी सारी निजी जानकारी को हैक कर सकता है।
  • स्पैम मेल के जरिए ऑनलाइन कुछ भी न खरीदें। भले ही वह आपको सही पेज या वेबसाइट पर ले गया हो, लेकिन फिर भी उस लिंक के जरिए कुछ भी न खरीदें क्योंकि ऐसा करने से हैकर्स आपकी बैंक डिटेल्स चुरा सकते हैं।
  • ईमेल पर आने वाली किसी भी वेबसाइट के लिंक से शॉपिंग न करें। इससे आपके साथ धोखा होने की संभावना है।
  • मेल या मैसेज पर आने वाले किसी भी बैंक लिंक पर कभी भी अपना व्यक्तिगत विवरण या बैंक विवरण दर्ज न करें। इससे आपके अकाउंट के हैक होने का खतरा रहता है।
  • हर जगह अपने व्यक्तिगत ईमेल का प्रयोग न करें। इसके लिए आप एक अलग अस्थायी ईमेल पता बना सकते हैं और उसका उपयोग कर सकते हैं।

यह भी पढ़े –

FAQs For Spam In Hindi Meaning

स्पैम का मतलब क्या होता है? 
स्पैम का मतलब होता है – फालतू के मैसेज या मैल।

स्पैमर्स किसे कहते है?
जो स्पैम करते हैं उन्हें स्पैमर्स कहा जाता है।

स्पैम का हिंदी मतलब क्या होता है?
स्पैम का हिंदी में मतलब होता है – फालतू के मैसेज, मैल।

निष्कर्ष

अब आप जान गए होंगे की स्पैम क्या होता है और स्पैम का मतलब क्या होता है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख स्पैम का मतलब क्या होता है? (What Is Spam Meaning In Hind) अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख स्पैम मीनिंग इन हिंदी अच्छा लगा है तो इसे अपनो के साथ भी शेयर करे।

इस लेख मीनिंग ऑफ़ स्पैम इन हिंदी के अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।

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