सोमवार व्रत के नियम – महादेव शिव को भोले भंडारी कहा जाता है, क्योंकि वे भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। महादेव का पसंदीदा दिन सोमवार है और यह दिन महादेव की पूजा और व्रत आदि के लिए सर्वोत्तम बताया गया है। माना जाता है कि इस दिन महादेव का व्रत करने से जहां सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, वहीभगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा और व्रत करने से कुंवारी लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। कई लड़कियां सावन के सोलह सोमवार का व्रत भी रखती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत करने वाले भक्तों को महादेव उनके व्रत के फलस्वरूप पारिवारिक सुख-समृद्धि के साथ-साथ सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी देते हैं।
लेकिन सोमवार का व्रत करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोमवार व्रत के दौरान कुछ गलतियों से बचना चाहिए, क्योंकि इन गलतियों के कारण आपको व्रत का शुभ फल नहीं मिल पाएगा। तो आइये जानते है सोमवार व्रत के नियम (Monday Fast Rules In Hindi) –
सोमवार व्रत के नियम (Somvar Vrat Ke Niyam Hindi Mein)
सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और साफ कपड़े पहनने चाहिए। फिर घर या आसपास के किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का जल से अभिषेक करना चाहिए। जलाभिषेक के बाद भगवान शिव और माता पार्वती की भक्तिपूर्वक पूजा करें और व्रत कथा सुनें।
सोमवार व्रत के दौरान एक ही समय भोजन करना चाहिए। इसके अलावा आप इस व्रत में फलाहार भी ले सकते हैं।
भगवान शिव की पूजा करते समय अभिषेक के समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि दूध से अभिषेक करने के लिए तांबे के कलश का प्रयोग न करें। तांबे के बर्तन में दूध डालने से दूध संक्रमित हो जाता है और चढ़ाने योग्य नहीं रह जाता है।
भगवान शिव की पूजा के दौरान शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई अन्य चीज चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं। अंत में जल चढ़ाने के बाद ही जलाभिषेक पूर्ण माना जाता है।
मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर कभी भी रोली और सिन्दूर का तिलक नहीं लगाना चाहिए। भगवान शिव की पूजा में चंदन का तिलक लगाना चाहिए।
सोमवार व्रत के दौरान इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कभी भी भगवान शिव के मंदिर में जाकर शिवलिंग की पूरी परिक्रमा न करें। परिक्रमा करते समय उस स्थान पर अवश्य रुकें जहां से दूध बह रहा हो और वापस पीछे मूड़ जाएं।
इस दिन हरी सब्जियां जैसे पालक, फूलगोभी, बैंगन और परवल आदि खाने से बचना चाहिए। अगर आप व्रत के दौरान इन चीजों का सेवन करते हैं तो आपका व्रत टूट सकता है और आपको पूजा का पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा।
भगवान शिव के भक्तों को सोमवार के दिन मांसाहार नहीं करना चाहिए। वहीं, अगर आप व्रत रख रहे हैं तो खुद को इन चीजों से पूरी तरह दूर रखें। तामसिक भोजन से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं, घर में नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्रत के दौरान नियमों का सख्ती से पालन करने से ही मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। सोमवार व्रत के दौरान मसालेदार भोजन न करें। ऐसे में इसके सेवन से बचें। वहीं व्रत के लिए भोजन बनाते समय सेंधा नमक का प्रयोग करें।
बता दें कि व्रत रखने वाले व्यक्ति को सोमवार के दिन लहसुन, प्याज और अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत के दौरान इन चीजों का सेवन पूरी तरह से वर्जित है। ऐसा माना जाता है कि प्याज और लहसुन जैसी सब्जियां व्यक्ति में जुनून, उत्तेजना और अज्ञानता को बढ़ावा देती हैं। इससे व्यक्ति को अध्यात्म के मार्ग पर चलने में बाधा उत्पन्न होती है।
सोमवार का व्रत करने वाले व्यक्ति को नियमों का पालन करने पर ही पूर्ण फल मिलता है। ज्योतिषियों का कहना है कि सोमवार के व्रत के दौरान व्यक्ति को बेसन का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे में इस दिन बेसन से बने पकौड़े, चीला आदि न खाएं। मवार के दिन आप कुट्टू के आटे से बने पकौड़े या मिर्च का सेवन कर सकते हैं।
पूजा के दौरान शिवलिंग पर मालती, चंपा, चमेली, केतकी आदि जैसे फूल भूलकर भी न चढ़ाएं। भोलेनाथ की पूजा में शंख या करताल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। शमी पत्र और बेलपत्र को शिवलिंग पर उल्टा चढ़ाना चाहिए और उनके पीछे की मोटी डंडियां भी तोड़ देनी चाहिए।
भगवान शिव शंकर को बिल्व पत्र अत्यंत प्रिय है। कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति नियमित रूप से शिवलिंग पर बिल्व पत्र चढ़ाता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसके अलावा हर सोमवार को शिवलिंग पर शमी के पत्ते चढ़ाएं। साथ ही दूध और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करने से भी शुभ फल मिलते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको सोमवार व्रत के नियम (Somvar Vrat Ke Niyam Hindi Mein) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख सोमवार व्रत के नियम (Monday Fasting Rules In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।