शंख रखने का सही तरीका क्या है – किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत शंख बजाकर की जाती थी। शंख का हमेशा से ही बहुत महत्व रहा है। शास्त्रों के अनसार शंख में देवताओं का वास होता है, इसलिए इसे अपने घर में, खासकर पूजा स्थान पर रखना बहुत शुभ माना जाता है। माना जाता है कि शंख के पृष्ठ भाग में ब्रह्मा जी, मध्य भाग में वरुण देव और अग्र भाग में गंगा माता और माँ सरस्वती जी का वास होता है।
वास्तु के अनुसार भी शंख रखना शुभ माना जाता है और जिस घर में नियमित रूप से शंख बजाया जाता है, उस घर में देवी लक्ष्मी का वास होता है और सभी वास्तु दोषों से मुक्ति भी मिलती है।
लेकिन क्या आप जानते है घर में शंख रखने का सही तरीका क्या है, पूजा घर में शंख कैसे रखना चाहिए, अगर नहीं तो आइये जानते है –
शंख रखने का सही तरीका क्या है / पूजा घर में शंख कैसे रखना चाहिए
जब भी आप अपने घर में शंख स्थापित करें, तो सबसे पहले शंख को गंगा जल से शुद्ध करके किसी अच्छे आसन पर रखें। आप चाहें तो शंख को तांबे या पीतल की थाली में भी स्थापित कर सकते हैं।
इसके बाद शंख को हमेशा घर की पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए। इस दिशा में शंख स्थापित करना शुभ माना जाता है।
अगर आप अपने घर के मंदिर में शंख रख रहे हैं, तो आपको शंख का नुकीला भाग अपने घर की ओर और चौड़ा भाग मंदिर के अंदर की ओर रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि हमारे ईश्वर से निकलने वाली ऊर्जा शंख के अंदर जाती है और नुकीले हिस्से से निकलकर पूरे घर में फैल जाती है।
अगर आप अपने घर के मंदिर में शंख रख रहे हैं, तो आपको अपने घर के मंदिर में दक्षिणावर्ती, गोमुखी या कौड़ी शंख रखना चाहिए। इन तीनों शंखों में से किसी एक को घर के मंदिर में रखना लाभकारी माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार शंख को घर की दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना अच्छा माना जाता है। इस दिशा में शंख रखने से हमारे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
जब भी आप शंख की स्थापना करें। इसे किसी भी शुभ दिन पर करें, या फिर शिवरात्रि, नवरात्रि के दिन ऐसा करने से आपको अधिक लाभ मिलेगा।
शंख रखने का एक सही तरीका यह है कि आपको शंख में हमेशा शुद्ध जल भरकर रखना चाहिए। घर में कभी भी खाली शंख स्थापित नहीं करना चाहिए।
भगवान और शंख दोनों की पूजा करनी चाहिए। और एक बात, जो शंख आप अपने घर के मंदिर में रखते हैं उसे नहीं बजाना चाहिए।
शंख को जमीन पर नहीं रखना चाहिए। पूजा स्थान पर शंख रखते समय उसका खुला भाग ऊपर की ओर होना चाहिए। इसे हमेशा भगवान विष्णु, लक्ष्मी या बाल गोपाल की मूर्ति के दाहिनी ओर रखें।
शंख से जुडी कुछ ध्यान देनी वाले बातें
ऐसी मान्यता है कि शंख को उपयोग के बाद हमेशा ढककर रखना चाहिए। घर में पूजा किया जाने वाला शंख पर कभी भी किसी बाहरी व्यक्ति को नजर नहीं जानी चाहिए। शंख को हमेशा उपयोग के बाद पानी से धोकर साफ सफेद कपड़े में ढककर रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर धन-धान्य से भर देती हैं।
भगवान शिव की पूजा में कभी भी शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने दैत्य शंखचूर्ण का वध किया था, तभी से इसका प्रयोग भगवान शिव के लिए वर्जित माना जाता है।
समुद्र मंथन में 14 रत्नों के साथ शंख भी निकला इसलिए इसे देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है। यही कारण है कि भगवान विष्णु की पूजा में शंख का प्रयोग विशेष रूप से करना चाहिए।
शंख और वास्तु
वास्तु दोष दूर करने के लिए भी शंख का उपयोग घर से किया जाता है। भगवान विष्णु अपने विभिन्न अवतारों में दुनिया भर में नकारात्मकता को नष्ट करने के लिए शंख बजाते हैं। ऐसी मान्यता है कि जिस घर में शंख होता है वहां देवी लक्ष्मी जी का वास होता है। यदि आपके घर के किसी भाग में वास्तु दोष है तो दोष और बुरी ऊर्जा को खत्म करने के लिए उस कोने में शंख रखें। दिशा दोष दूर करने के लिए वायव्य कोण में वास्तु शंख यंत्र रखा जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको शंख रखने का सही तरीका क्या है, पूजा घर में शंख कैसे रखना चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख शंख रखने का सही तरीका क्या है (Shankh Rakhne Ka Sahi Tarika Kya Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।