शंख बजाने के नुकसान और फायदे – शंख बजाने के फायदे और नुकसान

शंख बजाने के नुकसान और फायदे – यदि आपका जन्म भारत के किसी हिंदू परिवार में हुआ है तो आप शंख से जरूर परिचित होंगे। पूजा या कथा जैसे अवसरों पर भगवान के सामने शंख अवश्य बजाया जाता है। शंख से कई धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि शंख बजाने से घर में समृद्धि आती है। शंख की उपयोगिता केवल धर्म तक ही सीमित नहीं है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इसे बजाने से शरीर के कुछ अंग मजबूत होते हैं।

आज के इस लेख में हम आपको शंख बजाने के नुकसान और फायदे (शंख बजाने के फायदे और नुकसान) के बारे में जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है –

शंख बजाने के नुकसान (Shankh Bajane Ke Nuksan In Hindi)

शंख बजाने से कोई नुकसान नहीं है लेकिन अगर आप अधिक मात्रा में शंख बजाते हैं तो इससे आपके कानों में दर्द हो सकता है। शंख बजाने से पहले अपने हाथ धोना बहुत जरूरी है क्योंकि शंख की आंतरिक और बाहरी सतह पर कीटाणु या धूल मौजूद हो सकते हैं जो आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आपको सांस या दिल से जुड़ी बीमारी है तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही शंख बजाएं।

सूर्यास्त के बाद सभी देवी-देवता सोने चले जाते हैं और शंख की ध्वनि से उनकी नींद टूट जाती है। ऐसे में शंख बजाने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।

शंख बजाने के फायदे (Shankh Bajane Ke Fayde In Hindi)

शंख बजाने से फेफड़ों की मांसपेशियां फैलती हैं और फेफड़े मजबूत होते हैं। मांसपेशियों के फैलने से ऑक्सीजन का संचार आसान हो जाता है और हृदय को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। इस लिहाज से शंख बजाना आपके फेफड़ों के साथ-साथ दिल के लिए भी अच्छा है। केवल फेफड़े ही नहीं, शंख बजाने से आपके मूत्र मार्ग, गर्दन, मूत्राशय, पेट के निचले हिस्से और डायाफ्राम का भी व्यायाम होता है।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि शंख बजाने से प्रोस्टेट क्षेत्र पर दबाव पड़ता है। इससे प्रोस्टेट बढ़ने का खतरा कम हो जाता है।

शंख बजाने से सौंदर्य लाभ भी होते हैं। जब आप शंख बजाते हैं तो चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। यह भी फेशियल योगा है।

शंख बजाने के लिए आवश्यक शक्ति मलाशय की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाती है। इससे मूत्र मार्ग सहित पेट के निचले हिस्से का भी व्यायाम हो जाता है।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि शंख बजाने से बोलने से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। हकलाने की समस्या होने पर भी शंख बजाने की सलाह दी जाती है।

शंख में कैल्शियम, गंधक और फास्फोरस भारी मात्रा में पाया जाता है। अगर शंख में पानी भरकर पिया जाए तो इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और दांतों को भी फायदा होता है।

हृदय रोगियों के लिए शंख की ध्वनि बहुत फायदेमंद होती है। कहा जाता है कि लगातार शंख की ध्वनि सुनने से हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।

शंख बजाने से हमारे गुदा और प्रोस्टेट सिस्टम पर सीधा प्रभाव पड़ता है। नियमित शंख बजाने से गुदा की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और बवासीर से राहत मिलती है। इसके अलावा पुरुषों में प्रोस्टेट संबंधी रोग भी कम हो जाते हैं।

एलर्जी, रैशेज, सफेद दाग जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए शंख का जल बहुत

कारगर है। रात भर शंख में पानी भरकर मुंह साफ करने से त्वचा की इन सभी समस्याओं से राहत मिलती है।

शंख की ध्वनि से आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है। मान्यता है कि शंख की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

शंख बजाने से बुरी आत्माएं पास नहीं आतीं। देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के पास शंख रखने से घर में सुख-समृद्धि और वैभव आता है।

वैज्ञानिकों के अनुसार शंख की ध्वनि से वातावरण में मौजूद कई तरह के बैक्टीरिया और कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।

शंख बजाने से गैस्ट्रिक समस्या ठीक हो जाती है। इससे शरीर के आंतरिक अंगों का व्यायाम होता है।

रोजाना शंख बजाने से मस्तिष्क में रक्त संचार बेहतर होता है और इससे तनाव का स्तर नियंत्रित रहता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको शंख बजाने के नुकसान और फायदे – शंख बजाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख शंख बजाने के फायदे और नुकसान (Shankh Bajane Ke Nuksan Aur Fayde In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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