एसडीएम कैसे बने (एसडीएम कैसे बनते है) – SDM Kaise Bante Hain

SDM Kaise Bane In Hindi – एसडीएम बनना कई लोगों का सपना होता है, जो अपने देश की सेवा करना चाहते हैं और उसकी बेहतरी के लिए काम करना चाहते हैं। हालाँकि, रास्ता आसान नहीं है और इसके लिए धैर्य की आवश्यकता है।

एसडीएम बनने के लिए सिविल सेवा परीक्षा और राज्य पीसीएस परीक्षा देनी पड़ती है। हर साल लाखों लोग इस पद पर नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन कुछ ही लोग इसमें सफल हो पाते हैं। हालाँकि, ऐसे कई व्यक्ति हैं जो ऐसी नौकरियों के लिए आवेदन प्रक्रिया और पात्रता से अनजान हैं। अगर आप भी इस पद पर नौकरी पाने की चाहत रखते हैं तो आज के इस लेख को ध्यान से पढ़े।

आज के इस लेख में हम आपको एसडीएम से सम्बंधित लगभग सभी जानकारी जैसे की – एसडीएम कौन होता है, एसडीएम कैसे बने, एसडीएम बनने के लिए पात्रता, योग्यता आदि। तो आइये जानते है –

एसडीएम कौन होता है (SDM Kaun Hota Hai In Hindi)

एसडीएम का पूरा नाम – सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (Sub Divisional Magistrate) है। इसे हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश कहा जाता है।

एसडीएम एक राज्य सिविल अधिकारी होता है। एक आईएएस या भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी जिसने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है, उसे अपने प्रशिक्षण अवधि में एसडीएम के रूप में सेवा देने के लिए चुना जा सकता है, फिर उन्हें डिप्टी या सहायक कलेक्टर या सहायक कमिश्नर कहा जाता है। इसके अलावा राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित उम्मीदवारों को भी एसडीएम का पद मिल सकता है। लेकिन इसके लिए उन्हें बहुत अच्छी रैंक लानी होगी।

एसडीएम कैसे बने (SDM Kaise Bante Hain In Hindi)

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी परीक्षा) या राज्य लोक सेवा आयोग (पीसीएस परीक्षा) के तहत प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू पास करने के बाद ही कोई आईएएस या पीसीएस अधिकारी बनता है। यूपीएससी पास करने वाले अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद कैडर अलॉटमेंट होने पर राज्यों में एसडीएम का पद मिलता है। इसके अलावा जो अभ्यर्थी पीसीएस पास करते हैं और उनकी रैंक अच्छी होती है उन्हें एसडीएम का पद भी दिया जाता है।

एसडीएम बनने के लिए योग्यता (Qualification To Become SDM In Hindi)

सबसे बुनियादी पात्रता यह है कि आवेदन करने वाला व्यक्ति भारतीय होना चाहिए। स्नातक होना चाहिए या कम से कम स्नातक के अंतिम वर्ष में होना चाहिए। जिन छात्रों ने दूरस्थ शिक्षा ली है या पत्राचार का ऑप्शन चुना है, वे भी सिविल सेवा परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।

पिछले सालो के परिणाम के बिना स्नातक छात्र केवल प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है, क्योंकि मुख्य परीक्षा के लिए प्रमाण पत्र के रूप में मार्कशीट की जरूरत होती है। तकनीकी, पेशेवर, मेडिकल और अकाउंटिंग किसी भी पृष्ठभूमि के उम्मीदवार एसडीएम बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

एसडीएम बनने के लिए आयु सीमा (SDM Age Limit In Hindi)

सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 21 से 32 वर्ष, एससी/एसटी वर्ग के लोगों के लिए 21 से 37 वर्ष, ओबीसी वर्ग के लोगों के लिए 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यह आयु परीक्षा वर्ष के 1 अगस्त तक है। इसके अलावा पीसीएस के लिए आवेदन करने की आयु सीमा अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग है।

रक्षा सेवाओं का व्यक्ति जिसने किसी विदेशी देश के साथ कोई ऑपरेशन पूर्ण नहीं किया है, उसे भी 35 वर्ष की आयु विस्तार प्राप्त होता है। ऑटिज्म, बहरापन, बौद्धिक विकलांगता, लोकोमोटर विकलांगता आदि बीमारियों से पीड़ित लोगों को 10 साल का विस्तार मिलता है और वे 42 वर्ष की आयु तक आवेदन कर सकते हैं।

FAQs

SDM बनने के लिए क्या करना चाहिए?
SDM बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी परीक्षा) या राज्य लोक सेवा आयोग (पीसीएस परीक्षा) पास करे।

12वीं के बाद एसडीएम कैसे बने?
12वीं के बाद स्नातक करे और उसके बाद संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी परीक्षा) या राज्य लोक सेवा आयोग (पीसीएस परीक्षा) पास करे।

एसडीएम की नियुक्ति कैसे होती है?
एसडीएम की नियुक्ति – संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी परीक्षा) या राज्य लोक सेवा आयोग (पीसीएस परीक्षा) से होती है।

एसडीएम की हाइट कितनी होती है?
इसमें एसडीएम की हाइट मायने नहीं रखती।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको एसडीएम कौन होता है, एसडीएम कैसे बने (एसडीएम कैसे बनते है), एसडीएम बनने के लिए योग्यता, एसडीएम बनने के लिए आयु सीमा के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख एसडीएम कैसे बने (SDM Kaise Bane In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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