सरदार वल्लभ भाई पटेल के माता पिता का नाम – लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भारत की एकता और अखंडता की रक्षा का संकल्प लिया जाता है। सरदार पटेल भारत के पहले गृह मंत्री थे, उन्हें अखंड भारत के निर्माण के लिए जाना जाता है।
आजादी के बाद भारत को एक राष्ट्र बनाने के लिए उन्होंने पूरे भारत का भ्रमण किया और सभी रियासतों को एकजुट कर आज के भारत का निर्माण किया। इसलिए 2014 से उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन उनके साहस, नेतृत्व और भारत की अखंडता का जश्न मनाया जाता है।
लेकिन क्या आप जानते है भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल के माता पिता कौन है, उनका नाम क्या है? तो आइये जानते है –
सरदार वल्लभ भाई पटेल के माता पिता का नाम (Name Of Parents Of Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi)
सरदार वल्लभ भाई पटेल की माता का नाम – लाडबा बेन और पिता का नाम – झवेरभाई पटेल है। इनके पिता एक किसान थे। सरदार वल्लभ भाई पटेल इनकी चौथी संतान थे। 16 वर्ष की आयु में ही इनका विवाह हो गया था, जिसके बाद 22 साल की उम्र में मैट्रिक परीक्षा पास की और जिला अधिवक्ता की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनकी देशभक्ति आज भी युवाओं को राष्ट्रहित के लिए प्रेरणा है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक कहानियां –
1) सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम झावेरभाई पटेल और माता का नाम लाडबा बेन था। उनके पिता एक किसान थे। सरदार पटेल के बारे में मशहूर कहानी यह है कि वह कानून की पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड जाना चाहते थे। लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके बड़े भाई भी कानून की पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड जाना चाहते हैं तो उन्होंने ख़ुशी से उन्हें अपना टिकट दे दिया। पटेल ऐसी निस्वार्थ भावना के धनी थे।
2) सरदार पटेल ने अपनी वकालत की शुरूआत गुजरात में ही की। एक बार वह अदालत में मुकदमा लड़ रहे थे तभी उनके पास एक पत्र आया। सरदार पटेल ने उस पत्र को पढ़कर अपनी जेब में रख लिया और फिर से मुकदमा लड़ना शुरू कर दिया। जब सुनवाई ख़त्म हुई तो जज ने उससे पूछा कि उस पत्र में क्या लिखा है तो उसने बताया कि उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई है. यह सुनकर हर कोई अवाक रह गया। ऐसी ही दृढ़ भावना थी हमारे सरदार पटेल की।
3) 1928 में सरदार पटेल ने बारडोली में किसानों को एकजुट किया था और अंग्रेजों द्वारा बढ़ाए गए भूमि कर के खिलाफ आंदोलन चलाया था। बारडोली में सूखे के कारण किसान कोई फसल उगाने में सक्षम नहीं थे और इसलिए कर का भुगतान नहीं कर सके। ब्रिटिश सरकार से अनुरोध करने के बाद भी वे कर माफ़ करने पर सहमत नहीं हुए। तब बारडोली के किसानों ने वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में एक आंदोलन शुरू किया, जिसे बारडोली आंदोलन के नाम से जाना जाता है। यह आंदोलन सफल रहा और तभी से वल्लभभाई पटेल को सरदार कहा जाने लगा।
4) आजादी के बाद 500 से अधिक रियासतें, जो स्वतंत्र रूप से अपने क्षेत्रों पर शासन कर रही थीं, को सरदार पटेल ने भारतीय संघ में शामिल किया। वो भी बिना किसी तरह की हिंसा का सहारा लिए। उनकी सराहनीय इच्छाशक्ति और भारत को एकजुट करने के दृढ़ संकल्प के कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है।
FAQs
सरदार बल्लभ भाई पटेल के माता पिता का क्या नाम था?
सरदार बल्लभ भाई पटेल के पिता का नाम झवेरभाई पटेल और माता का नाम लाडबा बेन था।
सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि किसने दी?
महात्मा गांधी जी ने सरदार पटेल जी को लौह पुरुष की उपाधि दी थी।
सरदार वल्लभभाई पटेल के कितने भाई-बहन थे?
सरदार वल्लभभाई पटेल के पांच भाई और एक बहन थे।
आधुनिक भारत को एकजुट करने में मुख्य भूमिका किसने निभाई?
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने आधुनिक भारत को एकजुट करने में मुख्य भूमिका निभाई।
31 अक्टूबर के दिन कौन सा दिवस मनाया जाता है?
31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस, राष्ट्रीय संकल्प दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय एकता दिवस को किस नाम से भी जाना जाता है?
राष्ट्रीय एकता दिवस को राष्ट्रीय संकल्प दिवस के नाम से भी जाना जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको सरदार वल्लभ भाई पटेल के माता पिता का नाम क्या है (Sardar Vallabhbhai Patel Parents Name In Hindi) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख सरदार वल्लभ भाई पटेल के माता पिता का नाम क्या है अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।