सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं – Characteristics Of Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi

सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं – भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल को देश की आजादी के समय देश के एकीकरण के वीरतापूर्ण कार्य के लिए जाना जाता है। वह देश के पहले गृह मंत्री थे। आज़ादी के समय भारत और पाकिस्तान के विभाजन की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के अलावा उस समय देश भर में चल रहे हिंदू मुस्लिम दंगों से निपटने में उनका अविस्मरणीय योगदान था। तो आइये जाने है –

सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं – Sardar Vallabhbhai Patel Ki Visheshtayen

सरदार पटेल कुशल नेतृत्व वाले अग्रणी नेताओं में से एक थे।

सरदार वल्लभभाई पटेल ने युवाओं में राष्ट्रवाद की अलख जगाने में अग्रणी भूमिका निभाई, जिनके आदेश पर लाखों युवा तैयार हुए।

सरदार वल्लभ पटेल जी को दृढ़ इच्छा शक्ति या प्रबल इच्छा शक्ति वाले व्यक्तित्व के रूप में भी पहचाना जाता है।

सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने नेतृत्व कौशल से छोटी-बड़ी हर रियासत को भारत का अभिन्न अंग बनाया।

सरदार वल्लभभाई पटेल कठिन से कठिन समय में भी अपने निर्णयों पर अडिग रहने के लिए भी जाने जाते थे।

सरदार पटेल को अपनी भारतीय सनातन संस्कृति और अपनी हिंदू पहचान पर गर्व था, जो सोमनाथ मंदिर के निर्माण के लिए किए गए उनके प्रयासों में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है।

सरदार वल्लभभाई पटेल के लिए मातृभूमि और राष्ट्रहित सर्वोपरि था, जो भारत-पाकिस्तान विभाजन के दौरान उनके द्वारा लिए गए कठोर निर्णयों से परिलक्षित होता है।

उन्होंने आजादी के बाद रियासतों का भारत में विलय कराने में अहम भूमिका निभाई। उनके योगदान ने उन्हें भारत के लौह पुरुष और भारत को एकजुट करने वाले जैसे विभिन्न खिताब दिलाए।

भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल का स्वतंत्रता के बाद भारत के एकीकरण में सबसे महत्वपूर्ण योगदान था, इसलिए उन्हें राष्ट्रीय एकता का प्रणेता माना जाता है।

उनके साहसी कार्यों और सशक्त व्यक्तित्व के कारण महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि दी थी। उन्हें भारत का बिस्मार्क भी कहा जाता है।

महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। गांधी जी द्वारा किये गये सभी स्वतंत्रता आंदोलनों जैसे असहयोग आंदोलन, स्वराज आंदोलन, दांडी मार्च, भारत छोड़ो आंदोलन आदि में सरदार पटेल की भूमिका महत्वपूर्ण थी।

स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारडोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का भी सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। बारडोली सत्याग्रह आंदोलन की सफलता के बाद वहां की महिलाओं ने उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि दी।

देश की आजादी के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल उपप्रधानमंत्री के साथ पहले गृह, सूचना और राज्य विभाग के मंत्री बने।

सरदार पटेल ने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत करने पर बहुत जोर दिया।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है। यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है जिसकी ऊंचाई 240 मीटर है। गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने स्थित इस प्रतिमा का लोकार्पण 31 अक्टूबर 2018 को किया गया था। इसके बाद दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा चीन में स्प्रिंग टेम्पल बुद्ध की है, जिसकी ऊंचाई 208 मीटर है।

1991 में सरदार पटेल को मरणोपरांत के पश्चात भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

सरदार वल्लभ भाई पटेल का संक्षिप्त जीवन परिचय

31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। देश की एकता में सरदार वल्लभभाई पटेल के अविश्वसनीय योगदान का सम्मान करने के लिए 31 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। वल्लभभाई झावेरभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को हुआ था। उनकी मृत्यु 15 दिसंबर, 1950 को हुई थी। वह एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे और स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले उप प्रधान मंत्री बने। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के पहले कमांडर-इन-चीफ के रूप में भी कार्य किया। उनका जन्मदिन भारत की एकता और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद करने का दिन है।

वल्लभभाई पटेल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान नेता थे। सरदार पटेल ने हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ की रियासतों को भारतीय संघ में शामिल करने में मदद की। विभाजित भारत को एक साथ लाने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण सरदार पटेल को “लौह पुरुष” कहा जाता है। वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नडियाद गाँव में हुआ था। उन्होंने इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई की और अपनी डिग्री पूरी करने के बाद 1913 में भारत लौट आए। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर सरदार पटेल ब्रिटिश शासन के प्रबल विरोधी बन गये।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं – Characteristics Of Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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