Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi – आजादी के बाद सरदार पटेल ने पूरे देश को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें भारत का लौह पुरुष और भारत का बिस्मार्क भी कहा जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल उन कुछ महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं जिनके योगदान को न केवल आजादी से पहले बल्कि आजादी के बाद भी भुलाया नहीं जा सकता।
बता दे की लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस और राष्ट्रीय संकल्प दिवस के रूप मनाई जाती है। तो आइये जानते है सरदार वल्लभभाई पटेल की जीवनी (Sardar Vallabhbhai Patel Ki Jivani In Hindi) –
सरदार वल्लभभाई पटेल की जीवनी इन हिंदी (Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi)
महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल जी का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात राज्य के नडियाद में एक किसान परिवार में हुआ था। वे अपने माता-पिता की चौथी संतान थे। उनके पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था। सरदार वल्लभभाई पटेल की शादी 16 साल की उम्र में हो गई थी। जब उनकी पत्नी की मृत्यु हुई तब वह केवल 33 वर्ष के थे।
सरदार पटेल आजादी की जंग का हिस्सा रहे थे। उन्होंने इस दौरान छुआछूत, शराबऔर महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई, साथ ही हिंदू मुस्लिम एकता बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करते गए और आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गए।
आजादी और विभाजन के बाद भारत के सामने एक और बड़ी समस्या रियासतों से जुड़ी थी। गांधीजी ने पटेल से कहा था की, “रियासतों की समस्या इतनी कठिन है कि आप ही इसे हल कर सकते हैं।” उनके साहसी कार्यों व सशक्त व्यक्तित्व की वजह से महात्मा गांधी ने सरदार पटेल जी को लौह पुरुष की उपाधि दी थी। उन्हें भारत का बिस्मार्क भी कहा जाता है।
महान स्वतंत्रता सेनानी लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे। आजादी के बाद देशी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलय कराकर भारतीय एकता का निर्माण किया। सरदार पटेल ने 562 रियासतों का बिना किसी युद्ध के भारत संघ में विलय करा दिया।
सरदार पटेल जी कानून के जानकार भी थे। उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई लंदन जाकर की थी और वंहा से वापस आकर अहमदाबाद में वकालत शुरू कर दी। महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उस समय खेड़ा में सूखा पड़ा था और ब्रिटिश सरकार ने किसानों को कर राहत देने से इनकार कर दिया था। पटेल ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया और वकालत छोड़कर सामाजिक जीवन में प्रवेश किया।
1928 में हुए बारडोली सत्याग्रह में भी सरदार पटेल जी ने किसान आंदोलन का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। बारडोली सत्याग्रह आंदोलन की सफलता के पश्चात वहां की महिलाओं ने पटेल जी को ‘सरदार’ की उपाधि दी। गांधीजी उन्हें बारदोली का सरदार कहा जाता था।
भारत की संविधान सभा के वरिष्ठ सदस्य होने के नाते, सरदार पटेल संविधान को आकार देने वाले प्रमुख नेताओं में से एक थे। वह प्रांतीय संविधान समितियों के अध्यक्ष थे।
वे भारत के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय सिविल सेवाओं की महत्वता को समझा और इसकी निरंतरता को भारतीय संघ के लिए जरुरी बताया। उनका दृष्टिकोण था कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएँ देश को एकजुट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। पटेल जी ने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत करने पर बहुत जोर दिया।
31 अक्टूबर 2018 को गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” पटेल जी को समर्पित की गई, जो “देश की एकता में उनके योगदान” को दर्शाती है। पटेल जी की यह प्रतिमा 182 मीटर (597 फीट) ऊंची लौह प्रतिमा है। वल्लभ जी की यह मूर्ति दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की ऊंचाई केवल 93 मीटर है।
सरदार पटेल जी की मृत्यु 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में हुई। 1991 में सरदार पटेल को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।
FAQs
सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का लौह पुरुष क्यों कहते है?
सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बिना किसी जंग से 562 रियासतों का भारत संघ में विलय कराया था, जिस कारण वो भारत के ‘लौह पुरुष’ कहलाए।
भारत का पहला लौह पुरुष कौन है?
सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के पहले लौह पुरुष कौन है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय (Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi) – ardar Vallabhbhai Patel Ka Jivan Parichay के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय (Biography Of Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।