विश्व में सबसे पहले सूर्योदय कहां होता है – उगते सूरज का नजारा हर किसी को पसंद होता है। अगर अच्छे दिन की शुरुआत करनी हो तो सूर्योदय अवश्य देखना चाहिए, क्योंकि इससे पूरा दिन स्वास्थ्य और ताजगी से भरा रहता है। इस समय वातावरण में ताजी हवा होती है जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी मानी जाती है।
सुबह जब सूरज निकलता है तो प्रकृति का नजारा देखने को बनता है।लेकिन क्या आप जानते हैं विश्व में सबसे पहले सूर्योदय कहां होता है, विश्व में सबसे पहले सूर्य कहां निकलता है? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –
विश्व में सबसे पहले सूर्योदय कहां होता है (Sabse Pahle Suryoday Kahan Hota Hai)
इसका उत्तर देना कठिन है क्योंकि पृथ्वी घूमती रहती है, इसलिए यह बताना बहुत मुश्किल है। हालाँकि अब मनुष्य ने पृथ्वी को अपने अनुसार अक्षांक और देशांतर के आधार पर विभाजित कर दिया है। इसके साथ ही चार दिशाएं भी तय की गई हैं – पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण।
पृथ्वी के गोले पर उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक काल्पनिक देशांतर रेखाओं के मामले में, जो देश पूर्व में स्थित हैं वे 180 देशांतर पर होंगे। वहां सूर्योदय सबसे पहले माना जाता है। इस आधार पर विश्व में जापान का मिनामी तोरीशिमा सुदूर पूर्व में है। इसलिए सूर्योदय सबसे पहले वहीं होता है।
पहले जापान को सूर्योदय की भूमि (धरती) माना जाता था, लेकिन जब से सभी देशों ने जीएमटी (ग्रीनविच मीन टाइम) को मान्यता दी है, तब से यह सम्मान न्यूजीलैंड को मिल गया है। न्यूज़ीलैंड का समय GMT+13 है, जबकि जापान का समय GMT+9 है।
न्यूजीलैंड में जब सुबह के 6 बजे होते हैं तो जापान में रात के 2 बजे होते हैं। इसके अलावा जब भी नए साल की बात आती है तो सबसे पहले न्यूजीलैंड में नया साल मनाया जाता है। इस नए समय क्षेत्र के अनुसार, दुनिया में सबसे पहले न्यूजीलैंड में सूरज उगता है।
विश्व में सबसे पहले सूर्य कहां निकलता है (Suryoday Pahle Kahan Hota Hai)
विश्व में सबसे पहले सूर्य न्यूजीलैंड से निकलता है।
तो जापान को उगते सूरज की भूमि क्यों कहा जाता है?
जब जापान में सूर्य सबसे पहले नहीं उगता तो उसे सूर्योदय का देश क्यों कहा जाता है? वहां सूरज सबसे पहले नहीं उगता। ऐसा इसलिए है क्योंकि जापानी भाषा में इस देश को निहोन (निप्पॉन) कहा जाता है। निहोन और जापान शब्द एक ही शब्द से आए हैं, जिसका शाब्दिक अर्थ है “जहाँ सूरज उगता है”।
इतालवी व्यापारी और खोजकर्ता मार्को पोलो ने 13वीं शताब्दी में जापान को पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया। दरअसल उन्होंने कभी जापान की यात्रा नहीं की बल्कि चीन के दक्षिणी हिस्से की यात्रा की। जहां लोगों ने उन्हें जापान के बारे में बताया। दक्षिण चीन के लोगों के अनुसार जापान उस दिशा में था जहाँ मार्को पोलो ने यात्रा की थी और जहाँ सूर्य उगता था। इसीलिए लोग इसे जी-पंग या ज़ू-पंग कहते थे, अर्थात वह स्थान जहाँ सूर्य की उत्पत्ति होती है।
अगर हम भारत की बात करें तो भारत में सबसे पहले सूर्योदय अरुणाचल प्रदेश में होता है। अरुणाचल प्रदेश का नाम सूर्योदय का प्रतीक भी माना जाता है। इसके नाम अरुण का अर्थ है सूर्य और चल का अर्थ है उगना। यहां सूरज की किरणें सबसे पहले डोंग वैली नामक जगह पर पड़ती हैं।
वास्तविकता (Reality)
हमारी पृथ्वी लगातार घूम रही है। इस कारण सूर्य हमारे क्षितिज पर आता-जाता दिखता रहता है। भौतिक रूप से पहला सूर्योदय जैसी कोई चीज नहीं होती है। हम तो यही मानते हैं कि यह पहला सूर्योदय है, यह आखिरी सूर्योदय है। जबकि पृथ्वी गोल है, और निरंतर घूमती रहती है, अत: यह प्रक्रिया प्रतिदिन होगी। इसलिए कोई वास्तविक (असली) पहला सूर्योदय नहीं है।
इंसानों ने समय मापने के लिए टाइम-कीपिंग सिस्टम बनाया है। अलग-अलग टाइम जोन बनाए गए हैं। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा (इंटरनेशनल डेट लाइन) भी तय की गई है। सूर्य इसी रेखा पर उगता और अस्त होता है। अगले दिन का समय जानने का यही एकमात्र तरीका है। प्रतिदिन सूर्य इस रेखा के एक भाग पर उगता है, जिससे दिन की शुरुआत होती है। इस रेखा पर दिन के अंत में सूर्यास्त होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको विश्व में सबसे पहले सूर्योदय कहां होता है, विश्व में सबसे पहले सूर्य कहां निकलता है के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख विश्व में सबसे पहले सूर्योदय कहां होता है (Sabse Pahle Suryoday Kahan Hota Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।