राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए – रत्नों का हमारे जीवन से गहरा संबंध है, क्योंकि रत्नों का संबंध ग्रहों से होता है और हमारा जीवन चक्र ग्रहों के अनुसार ही चलता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति को देखकर व्यक्ति का भविष्य बता दिया जाता है। इसलिए अगर आप अपनी राशि के अनुसार सही रत्न धारण करें तो आप अपने भविष्य को काफी हद तक बेहतर बना सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्नों में इतनी शक्ति होती है कि रत्न व्यक्ति की किस्मत चमका सकते हैं, लेकिन अगर आप गलत रत्न धारण करते है, तो आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। अगर आपको रत्नों का सही ज्ञान नहीं है तो रत्न न पहनें और रत्न हमेशा किसी ज्योतिषी की सलाह पर ही पहने।
आज के इस लेख में हम आपको राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए के बारे में जानकारी देने वाल है। इसलिए अगर आप यह जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े, तो आइये जानते है –
राशि के अनुसार रत्न (Rashi Ke Anusar Ratna)
1) मेष राशि
मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और मंगल का रत्न मूंगा है, इसलिए मेष राशि के लोगों के लिए मूंगा शुभ होता है। मेष राशि के जातक यदि मूंगा रत्न धारण करते हैं तो उन्हें शारीरिक-मानसिक शक्ति, धन-वैभव, रिश्ते-नाते, मित्र आदि अनेक सुख मिलते हैं। मूंगा रत्न की विशेषता मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। मंगल ग्रह को मजबूती प्रदान करने के लिए मूंगा रत्न धारण किया जाता है। लाल रंग का मूंगा मंगल ग्रह के लिए शुभ माना जाता है। इसलिए अगर आपकी राशि मेष है तो आप लाल रंग का मूंगा पहन सकते हैं। मंगलवार के दिन को सुबह स्नान करने के पश्चात दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली या तर्जनी में मूंगा रत्न धारण करें।
2) वृषभ राशि
वृषभ राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है और शुक्र का रत्न हीरा है, इसलिए वृषभ राशि के जातकों को हीरा पहनना चाहिए। हीरा रत्न वृषभ राशि के जातकों की आकर्षण शक्ति को बढ़ाता है। हीरा रत्न वृषभ राशि के जातकों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है। हीरा रत्न की विशेषता हीरा शुक्र ग्रह का रत्न है। हीरा रत्न शुक्र ग्रह को मजबूत बनाता है। शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में हीरा रत्न पहनना शुभ माना जाता है। हीरा बहुत महंगा रत्न है और इसे धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। वृषभ राशि के जातक यदि हीरा पहनते हैं तो उन्हें जीवन में सभी सुख-सुविधाएं, धन-संपदा प्राप्त होती हैं।
3) मिथुन राशि
मिथुन राशि का स्वामी बुध है और बुध ग्रह का रंग हरा है इसलिए मिथुन राशि के जातकों को हरा पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। यदि मिथुन राशि के जातक पन्ना रत्न धारण करें तो उन्हें अच्छी वाणी, व्यापार में लाभ, अच्छा स्वास्थ्य, धन और भी बहुत कुछ मिलता है। पन्ना रत्न की विशेषता पन्ना रत्न बुध ग्रह को शक्ति प्रदान करने के लिए धारण किया जाता है। पन्ना बहुमूल्य रत्नों में से एक है। पन्ना रत्न को बुधवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनना बहुत शुभ माना जाता है।
4) कर्क राशि
कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा है और चंद्रमा का रत्न मोती है, इसलिए कर्क राशि वालों को मोती पहनना चाहिए। कर्क राशि के जातक अगर सफेद मोती पहनते हैं तो उन्हें मानसिक शांति, अच्छा स्वास्थ्य, विभिन्न सुख-सुविधाएं और लंबी उम्र मिलती है। मोती रत्न की विशेषता मोती रत्न चंद्रमा का रत्न है इसलिए चंद्रमा को बल प्रदान करने के लिए मोती रत्न धारण किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सफेद मोती को सर्वोत्तम माना गया है। मोती रत्न को सोमवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की अनामिका या छोटी उंगली में पहना जाता है।
5) सिंह राशि
सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है और सूर्य का रंग लाल होता है, इसलिए सिंह राशि वाले के जातको को माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए। सिंह राशि के लोग यदि माणिक्य रत्न धारण करें तो उन्हें व्यापार में लाभ, अच्छा स्वास्थ्य, उच्च पद और प्रसिद्धि मिलती है। माणिक्य रत्न की विशेषता माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह का रत्न है इसलिए सूर्य को बल प्रदान करने के लिए माणिक्य रत्न धारण किया जाता है। माणिक्य रत्न को रविवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की छोटी उंगली में धारण किया जाता है।
6) कन्या राशि
कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध है और इसका रंग हरा है, इसलिए कन्या राशि के लोगों के लिए हरे रंग का पन्ना शुभ होता है। अगर कन्या राशि के लोग पन्ना रत्न धारण करें तो इससे उन्हें आत्मविश्वास, धन और अच्छा स्वास्थ्य मिलता है, इसीलिए कन्या राशि के लोगों को पन्ना रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। पन्ना रत्न की विशेषता पन्ना रत्न बुध ग्रह को शक्ति प्रदान करने के लिए धारण किया जाता है। बुधवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पन्ना रत्न को पहनना शुभ माना जाता है।
7) तुला राशि
तुला राशि का स्वामी शुक्र है और शुक्र का रत्न हीरा है, इसलिए तुला राशि के जातकों को हीरा रत्न धारण करना चाहिए। हीरा रत्न वृषभ राशि के जातकों की आकर्षण शक्ति को बढ़ाता है। हीरा रत्न वृषभ राशि के जातकों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है। हीरा रत्न की विशेषता हीरा शुक्र ग्रह का रत्न है। हीरा रत्न शुक्र ग्रह को मजबूत बनाता है। शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में हीरा रत्न पहनना शुभ माना जाता है। हीरा बहुत महंगा रत्न है और इसे धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
8) वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और मंगल का रंग लाल होता है। इसलिए वृश्चिक राशि वाले जातकों को लाल रंग का मूंगा रत्न धारण करना चाहिए। वृश्चिक राशि के लोग यदि मूंगा रत्न धारण करते हैं तो उन्हें शारीरिक-मानसिक शक्ति, धन-वैभव, रिश्ते-नाते, मित्र आदि अनेक सुख मिलते हैं। मूंगा रत्न की विशेषता मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। मंगल ग्रह को मजबूती प्रदान करने के लिए मूंगा रत्न धारण किया जाता है। लाल रंग का मूंगा मंगल ग्रह के लिए शुभ माना जाता है। मंगलवार को सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली या तर्जनी में मूंगा रत्न धारण करें।
9) धनु राशि
धनु राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति है और बृहस्पति का रंग पीला होता है, इसलिए इस राशि के लोगो को पीला पुखराज रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। अगर धनु राशि के जातक पीला पुखराज रत्न धारण करें तो इससे उनका मान-सम्मान बढ़ता है, धन और ज्ञान बढ़ता है, स्वास्थ्य और ऊर्जा हमेशा बनी रहती है। पीला पुखराज रत्न की विशेषता पीला पुखराज बृहस्पति का रत्न है इसलिए बृहस्पति को बल देने के लिए पीला पुखराज धारण किया जाता है। पुखराज रत्न बहुमूल्य रत्नों में से एक है। गुरुवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पुखराज रत्न (Pukhraj Ratn) को धारण करना चाहिए।
10) मकर राशि
मकर राशि का स्वामी ग्रह शनि है। मकर राशि के जातकों को नीला नीलम पहनने की सलाह दी जाती है। यदि मकर राशि के जातक नीलम धारण करते हैं तो इससे उन्हें आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य लाभ, प्रसिद्धि और आत्मविश्वास मिलता है। नीलम रत्न की विशेषता नीलम रत्न शनि ग्रह का रत्न है इसलिए नीलम रत्न शनि ग्रह के लिए धारण किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर नीलम रत्न आपके लिए शुभ है तो यह रातों-रात आपकी जिंदगी बदल सकता है, वही अगर नीलम रत्न आपके लिए अशुभ है तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है, इसलिए नीलम रत्न पहनने से पहले इसकी अच्छी तरह से जांच अवश्य करा लें।शनिवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में नीलम धारण करें।
11) कुंभ राशि
कुंभ राशि का स्वामी ग्रह भी शनि है, इसलिए कुंभ राशि के जातकों को नीला नीलम पहनने की सलाह दी जाती है। यदि कुंभ राशि के जातक नीलम धारण करते हैं तो इससे उन्हें आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य लाभ, प्रसिद्धि और आत्मविश्वास मिलता है। नीलम रत्न की विशेषता नीलम रत्न शनि ग्रह का रत्न है इसलिए नीलम रत्न शनि ग्रह के लिए धारण किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर नीलम रत्न आपके लिए शुभ है तो यह रातों-रात आपकी जिंदगी बदल सकता है, वही अगर नीलम रत्न आपके लिए अशुभ है तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है, इसलिए नीलम रत्न पहनने से पहले इसकी अच्छी तरह से जांच अवश्य करा लें।नीलम रत्न को शनिवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में धारण किया जाता है।
12) मीन राशि
मीन राशि के स्वामी ग्रह राहु और शनि हैं। मीन राशि के लोगों को लंबी उम्र, अच्छा स्वास्थ्य और प्रसिद्धि बनाए रखने के लिए बृहस्पति का रत्न पीला पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही आप मोती और मूंगा भी पहन सकते हैं। आपको अपने ज्योतिषी से अवश्य पूछना चाहिए कि कौन सा रत्न आपके लिए सही है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए अच्छा लगा है, तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।