प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं (Pratyay Kitne Prakar Ke Hote Hain)

Pratyay Kitne Prakar Ke Hote Hain – आज के इस लेख में हम आपको प्रत्यय क्या होता है, प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप उपरोक्त जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख के अंत तक बने रहे। तो चलिए जानते है –

प्रत्यय क्या होता है (Pratyay Kya Hota Hai In Hindi)

वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में लगाने पर उस शब्द का अर्थ बदल देते हैं अर्थात् नया अर्थ दे देते हैं, प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे –

समाज + इक = सामाजिक
सुगन्ध + इत = सुगन्धित
भूलना + अक्कड़ = भुलक्कड़
मीठा + आस = मिठास

प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं (Pratyay Kitne Prakar Ke Hote Hain In Hindi)

प्रत्यय के दो प्रकार होते हैं यानी प्रत्यय दो प्रकार के होते है – कृत् प्रत्यय और तद्धित प्रत्यय।

1) कृत प्रत्यय

जो प्रत्यय क्रिया या धातु के अंत में लगाये या प्रयुक्त होते हैं उन्हें कृत प्रत्यय या कृदंत कहते हैं। जैसे तैरना+आक (प्रत्यय)= तैराक।

कृत प्रत्य के उदाहरण 

खुद + आई = खुदाई
लिख् + अक = लेखक
राखन + हारा = राखनहारा
घट + इया = घटिया
लिख + आवट = लिखावट

कृत प्रत्यय के प्रकार या भेद 

कर्तृवाचक कृत् प्रत्यय
कर्मवाचक कृत् प्रत्यय
करणवाचक कृत् प्रत्यय
भाववाचक कृत् प्रत्यय
क्रियावाचक कृत् प्रत्यय

2) तद्धित प्रत्यय

जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा कृदंत शब्दों में जोड़े जाते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं। जैसे- आत्मज + आ (प्रत्यय) = आत्मज।

तद्धित प्रत्य के उदाहरण

अच्छा + आई = अच्छाई
अपना + पन = अपनापन
एक + ता = एकता
ड़का + पन = लडकपन
मम + ता = ममता
अपना + त्व = अपनत्व

तद्धित प्रत्यय के प्रकार या भेद 

कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय
भाववाचक तद्धित प्रत्यय
संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय
अप्रत्यवाचक तद्धित प्रत्यय
उनवाचक तद्धित प्रत्यय
स्त्रीवाचक तद्धित प्रत्यय

FAQs

प्रत्यय के प्रकार कितने होते हैं?
प्रत्यय कितने दो प्रकार के होते हैं – कृत् प्रत्यय और तद्धित प्रत्यय।

प्रत्यय के कितने भेद होते हैं?
प्रत्यय के दो भेद होते हैं – कृत् प्रत्यय और तद्धित प्रत्यय।

कृत प्रत्यय किसे कहते है?
जो प्रत्यय क्रिया या धातु के अंत में लगाये या प्रयुक्त होते हैं उन्हें कृत प्रत्यय या कृदंत कहते हैं। जैसे तैरना+आक (प्रत्यय)= तैराक।

तद्धित प्रत्यय किसे कहते है?
जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा कृदंत शब्दों में जोड़े जाते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं। जैसे- आत्मज + आ (प्रत्यय) = आत्मज।

कृत प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं?
कृत प्रत्यय पांच प्रकार के होते हैं – कर्तृवाचक कृत् प्रत्यय, कर्मवाचक कृत् प्रत्यय, करणवाचक कृत् प्रत्यय, भाववाचक कृत् प्रत्यय, और क्रियावाचक कृत् प्रत्यय।

तद्धित प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं?
तद्धित प्रत्यय पांच प्रकार के होते हैं – कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय, भाववाचक तद्धित प्रत्यय, संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय, अप्रत्यवाचक तद्धित प्रत्यय, उनवाचक तद्धित प्रत्यय, और स्त्रीवाचक तद्धित प्रत्यय।

प्रत्यय को कैसे पहचाने?
प्रत्यय को पहचाना बहुत आसान है, प्रत्यय शब्द के अंत में जुड़ता है।

प्रत्यय का अर्थ क्या है?
प्रत्यय का अर्थ है – प्रति का अर्थ है – साथ में, लेकिन बाद में और अय का अर्थ है – चलने या लगने वाला। अतः प्रत्यय का अर्थ होता है – शब्दों के साथ में, पर बाद में लगने वाला। शब्दों के अंत में प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है।

कृत प्रत्यय के भेद कितने हैं?
कृत प्रत्यय के पांच भेद होते हैं – कर्तृवाचक कृत् प्रत्यय, कर्मवाचक कृत् प्रत्यय, करणवाचक कृत् प्रत्यय, भाववाचक कृत् प्रत्यय, और क्रियावाचक कृत् प्रत्यय।

तद्धित प्रत्यय के भेद कितने हैं?
तद्धित प्रत्यय के पांच भेद होते हैं – कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय, भाववाचक तद्धित प्रत्यय, संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय, अप्रत्यवाचक तद्धित प्रत्यय, उनवाचक तद्धित प्रत्यय, और स्त्रीवाचक तद्धित प्रत्यय।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको प्रत्यय क्या होता है, प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं (Pratyay Kitne Prakar Ke Hote Hain In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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