पीपल के पेड़ में दिया कब जलाना चाहिए – हिंदू सनातन धर्म में केवल भगवान ही नहीं बल्कि पेड़-पौधों को भी भगवान मानकर पूजा करने का प्रावधान है। ऐसे ही पेड़ों में पीपल का पेड़ भी शामिल है जिसके सामने हजारों श्रद्धालु दीपक जलाकर अपनी मनोकामना मांगते हैं। मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर दीपक जलाने से बाधाएं दूर होती हैं।
लेकिन क्या आप जानते है पीपल के पेड़ में दिया कब जलाना चाहिए, पीपल में जल कितने बजे चढ़ाना चाहिए? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –
पीपल के पेड़ में दिया कब जलाना चाहिए / पीपल के नीचे दीपक कब जलाना चाहिए
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने का समय बहुत महत्वपूर्ण है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुबह और शाम के समय पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। इनमें से किसी भी एक समय पर दीपक जलाना चाहिए और पेड़ की सात बार परिक्रमा करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
पीपल में जल कितने बजे चढ़ाना चाहिए (Pipal Me Jal Kitne Baje Chadhana Chahiye)
अगर आप नियमित रूप से पीपल के पेड़ में दीपक जलाते हैं तो सुबह 7 बजे से 10 बजे तक का समय शुभ माना जाता है। वही शाम 5 बजे से 7 बजे तक दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
पीपल के पेड़ पर कभी भी देर रात यानी रात 9 बजे के बाद और सुबह 10 बजे के बाद दीपक न जलाएं। यह समय पीपल के पेड़ की पूजा के लिए शुभ नहीं माना जाता है। वैसे अगर आप सुबह पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और शाम को उसके पास दीपक जलाएं तो यह अधिक शुभ हो सकता है।
दीपक जलाने के नियम
अगर आप शाम के समय दीपक जलाने का समय भूल गए हैं तो रात के समय दीपक जलाने की गलती न करें। ऐसा माना जाता है कि जो लोग रात के समय पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाते हैं उन्हें वांछित फल नहीं मिलता है। इसलिए यह समय अनुकूल नहीं माना जाता है।
दीपक जलाने के लिए केवल समय का चयन करना ही काफी नहीं है। सही दिन का चयन भी महत्वपूर्ण माना जाता है। पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाने के लिए गुरुवार या शनिवार का दिन सही माना जाता है।
पीपल के पेड़ के पास जब भी आप दीपक जलाएं तो प्रयास करें कि उसमें सरसों के तेल का ही उपयोग करें। वैसे आप किसी भी तेल से दीपक जला सकते हैं। लेकिन शनिवार के लिए भी सरसों का तेल उपयुक्त माना गया है।
पीपल के नीचे दीपक जलाने से क्या होता है / पीपल के नीचे दिया जलाने से क्या होता है
पीपल का पेड़ सनातन धर्म में पूजनीय है। यदि व्यक्ति पूरे विधि-विधान से इस वृक्ष की पूजा करता है तो कई प्रकार के ग्रह दोष और दुर्भाग्य समाप्त हो जाते हैं। साथ ही पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से घर में देवी लक्ष्मी का वास होता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से आपको कई बीमारियों से राहत मिल सकती है। अगर आप किसी दोष से परेशान हैं तो दीपक जलाने से आपके सभी दोष दूर हो जाते हैं। आपको पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। ये धन संबंधी समस्याओं को दूर करने में बहुत फायदेमंद होते हैं। अगर आप सालों से इस समस्या से जूझ रहे हैं तो भी आपको पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए।
दीपक जलाने से शनिदेव बहुत प्रसन्न होते हैं और आपके ऊपर जो भी शनि दोष हो वह दूर हो जाता है। इसलिए आपको शनिवार के दिन शनिदेव के मंदिर जाना चाहिए। अगर आप पीपल के पेड़ की पूजा करते हैं तो आपको कभी भी वंश संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पीपल के पेड़ की पूजा किस दिन नहीं करनी चाहिए (Pipal Ke Ped Ki Puja Kis Din Nahi Karni Chahiye)
पीपल के पेड़ की पूजा रविवार के दिन नहीं करनी चाहिए और न ही रविवार के दिन जल चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को जीवन में दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है।
FAQs
पीपल में जल कितने बजे देना चाहिए?
पीपल में जल देने के लिए सुबह 7 बजे से 10 बजे तक का समय शुभ माना जाता है। वही शाम 5 बजे से 7 बजे तक दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
पीपल के पेड़ में दीपक कब लगाना चाहिए?
पीपल के पेड़ में दीपक सुबह 7 बजे से 10 बजे तक, वही शाम 5 बजे से 7 बजे तक दीपक लगाना चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको पीपल के पेड़ में दिया कब जलाना चाहिए, पीपल में जल कितने बजे चढ़ाना चाहिए आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख पीपल के पेड़ में दिया कब जलाना चाहिए (Pipal Ke Ped Me Diya Kab Jalana Chahiye) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।