पीपल के पेड़ की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए – ऐसे कई पेड़-पौधे हैं जिन्हें हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और उनकी पूजा की जाती है। पीपल भी एक ऐसा ही पेड़ है। पीपल के पेड़ की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा करने और उसकी परिक्रमा करने की परंपरा है।
आज के इस लेख में आप पीपल के पेड़ की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए / पीपल की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए के बारे में जानेगे।
पीपल के पेड़ की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए / पीपल की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए
पीपल के पेड़ की आप – 3, 7, 8, 21 या 108 परिक्रमा कर सकते है। ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ की परिक्रमा करने से मानसिक शांति मिलती है। यदि सुबह मंगल मुहूर्त में पीपल के पेड़ की तीन या सात बार परिक्रमा की जाए तो मन शांत रहता है और बुरे विचार नहीं आते। अगर रोजाना पीपल के पेड़ की परिक्रमा की जाए तो आर्थिक संकट भी टल जाता है।
पीपल के पेड़ में सभीदेवी-देवताओं का वास माना जाता है। अगर आपके घर में किसी सदस्य का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है तो उसे पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करनी चाहिए। इस दौरान उन्हें “ओम नमः शिवाय” मंत्र का जाप करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से शरीर में वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहता है।
अगर किसी की कुंडली में शनि दोष व्याप्त है। तो शनि दोष की पीड़ा से मुक्ति के लिए प्रत्येक शनिवार व अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करनी चाहिए। इसके साथ ही सरसों के तेल का दीपक भी जलाना चाहिए। ऐसा करने से शनि का प्रकोप धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको पीपल के पेड़ की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए / पीपल की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह पीपल के पेड़ की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए (Pipal Ke Ped Ki Kitni Parikrama Karni Chahiye) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।