नशा करने से क्या होता है (Nasha Karne Se Kya Hota Hai): एंटरटेनमेंट के लिए मशहूर बॉलीवुड आज पूरी दुनिया में ड्रग्स की वजह से चर्चा में है। इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे नशे की लत से जूझ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार विकासशील देशों के मुकाबले विकसित देशों में ड्रग का इस्तेमाल ज्यादा है। दुनिया के कई समृद्ध हिस्सों में कोकीन जैसे ड्रग्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मादक पदार्थों की लत किसी अन्य अंग की तुलना में मस्तिष्क को अधिक नुकसान पहुंचाती है। नशा लत की ओर ले जाता है। किसी को भी नशा नहीं करना चाहिए। सिगरेट के आदी लोगों को लगता है कि सिर्फ उनके फेफड़े कमजोर हो रहे हैं या शराब पीने वालों को लगता है कि इस लत का असर उनके लीवर पर पड़ रहा है, जबकि ऐसा नहीं है। किसी भी प्रकार का नशा लीवर, किडनी व फेफड़ों से अधिक दिमाग को नुकसान पहुंचाता है।
लत यानी एडिक्शनएक मानसिक बीमारी है जो एक ही पदार्थ (शराब, ड्रग्स) के लगातार उपयोग के कारण होती है। व्यक्ति जानता है कि इसका स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन फिर भी वह इसका प्रयोग करता रहता है।
इसलिए इसी क्रम में आज हम आपको नशा करने से क्या होता है, नशा करने के घरेलू उपाय, नशा छोड़ने के बाद क्या होता है आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे है। इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे, तो आइये शुरू करते है और जानते है –
नशा करने से क्या होता है इन हिंदी (Nasha Karne Se Kya Hota Hai)
ज्यादा नशा करने से व्यक्ति को शरीर में कमजोरी महसूस होती है। जिसके कारण उसका किसी भी काम में मन नहीं लगता है। नशा बहुत बुरी लत है। परेशान करने वाली बात यह है कि वर्तमान समय में युवा पीढ़ी इस लत से काफी प्रभावित हो चुकी है।
नशा हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है, नशे के सेवन से न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक परेशानी भी होती है। इस बुरी लत से आज पूरा विश्व परेशान है। यह एक बहुत ही गंभीर समस्या है जो अंततः हमें विनाश की ओर ले जाएगी। क्योंकि आज हर वर्ग का व्यक्ति नशे की गिरफ्त में आ चुका है।
नशा करने के घरेलू उपाय (Nasha Karne Ke Gharelu Upay)
आज हर आयु वर्ग का व्यक्ति नशे की लत से परेशान है। नशा कुछ लोग अपनी मर्जी से करते हैं, कुछ लोग दोस्तों को देखकर करते हैं, और कुछ लोग गम को बुलाने के लिए करते हैं। लेकिन उनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जो अपनी नशे की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं। इसलिए नीचे व्यवस्थित तरीके से नशे की लत से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय दिए जा रहे हैं, जो आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकतेहै।
नियमित रूप से केला, संतरे या नींबू के रस का सेवन करें, इससे शरीर में शराब से जमा हुआ जहर कम होने लगता है और शराब की तलब भी कम होने लगती है।
अगर आपको किसी भी तरह का नशा है तो आप खजूर का सेवन नियमित रूप से करें, यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो इसका सेवन आपके लिए काफी हानिकारक हो सकता है, इससे आप दूसरे नशीले पदार्थों पर कंट्रोल नहीं कर पाएंगे।
इसके अलावा अगर आप एक गिलास पानी में थोड़ी सी अजवाइन मिलाकर नियमित सेवन करते हैं तो आपको नशे की लत से काफी राहत मिलेगी।
नशा करने के नुकसान (Nashe Karne Ke Nuksan)
नशे के कारण व्यक्ति को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ये सभी रोग नशे के प्रकार पर निर्भर करते हैं। क्योंकि नशा कई तरह से किया जाता है। अब इंसान किस चीज का और किस मात्रा में नशा करता है, यह उस पर निर्भर करता है।
नशा किसी भी तरह से किया जा सकता है, यह हमारे शरीर को केवल नुकसान ही पहुंचाता है। अगर बार-बार नशा करने वाला व्यक्ति पीलिया की चपेट में आ जाता है तो उसका लिवर खराब हो गया है।
यदि कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो उसे अस्थमा जैसी फेफड़ों से संबंधित कई अन्य बीमारियां हो सकती हैं और धीरे-धीरे उसके फेफड़े नष्ट हो जाते हैं।
नशा छोड़ने के बाद क्या होता है (Nasha Chodne Ke Baad Kya Hota Hai)
आमतौर पर रोगी के नशा छोड़ने के बाद घबराहट, बेचैनी, निर्णय लेने में कठिनाई, नींद न आना, चिड़चिड़ापन, गुस्सा, सिरदर्द, शरीर में ऐंठन, तनाव, थकान, भूख न लगना, धड़कन तेज होना और अत्यधिक पसीना आना जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
नशा छूटने के बाद व्यक्ति का किसी भी काम में मन नहीं लगता और देखा जाए तो आज के समय में हमारे देश के लगभग 4 प्रतिशत लोग नशे की लत से परेशान हैं।
शराब का नशा कितने समय तक रहता है (Sharab Ka Nasha Kitne Samay Tak Rahta Hai)
शराब का नशा 5 से 6 घंटे तक शरीर में बना रहता है। इसे दूर करने के लिए ब्लैक कॉफी या नींबू के रस का सेवन करना चाहिए। फिलहाल यूरिन टेस्ट की मदद से कोई व्यक्ति 80 घंटे के अंतराल के बीच यह पता लगा सकता है कि उसने शराब कब पी। शराब का सीधा असर हमारे लिवर पर पड़ता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। इसलिए हर जगह शराब के नशे से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
सबसे अच्छा नशा कौन सा है (Sabse Accha Nasha Kaun Sa Hai)
कोक को सबसे महंगी या अच्छा नशा कहा जाता है। एक ग्राम कोक की कीमत 5 से 8 हजार रुपए के बीच होती है। हालांकि असली कोक मिलना इतना आसान नहीं है। मुनाफा कमाने के लिए इसमें मिलावट की जाती है। कभी-कभी कोक में आधा कोक और आधा टैल्कम पाउडर मिला दिया जाता है जो कभी पहचान में नहीं आता।
कोक के कारण वजन कम होता है और चेहरे की चमक भी बढ़ती है। इसलिए ज्यादातर लोग इसका सेवन इसलिए भी करते हैं, लेकिन इसकी लत सबसे खराब होती है। क्योंकि एक बार इसकी लत लग जाने के बाद इसकी लत छुड़ाना इतना आसान नहीं होता है।
सबसे अच्छा नशा कौन सा है (Sabse Accha Nasha Kaun Sa Hai)
कोक को सबसे महंगी या अच्छा नशा कहा जाता है। एक ग्राम कोक की कीमत 5 से 8 हजार रुपए के बीच होती है। हालांकि असली कोक मिलना इतना आसान नहीं है। मुनाफा कमाने के लिए इसमें मिलावट की जाती है। कभी-कभी कोक में आधा कोक और आधा टैल्कम पाउडर मिला दिया जाता है जो कभी पहचान में नहीं आता।
कोक के कारण वजन कम होता है और चेहरे की चमक भी बढ़ती है। इसलिए ज्यादातर लोग इसका सेवन इसलिए भी करते हैं, लेकिन इसकी लत सबसे खराब होती है। क्योंकि एक बार इसकी लत लग जाने के बाद इसकी लत छुड़ाना इतना आसान नहीं होता है।
सबसे ज्यादा नशा किसमें होता है (Sabse Jyada Nasha Kisme Mein Hota Hai)
डॉक्टरों के मुताबिक सबसे ज्यादा नशा हिरोइन में पाया जाता है, 3 में से 2.5 फीसदी नशा हेरोइन में पाया जाता है। जानवरों पर इसका परीक्षण करने के बाद यह बात सामने आई है कि इसकी एक खुराक लेते ही मस्तिष्क में डोपामाइन का स्तर लगभग 200% तक पहुंच जाता है। इसलिए सबसे ज्यादा हिरोइन का सेवन किया जाता है।
नशे से होने वाली बीमारी (Nashe Se Hone Wali Bimari)
जिन लोगों को अधिक शराब या सिगरेट पीने की आदत होती है या जो लोग ड्रग्स लेते हैं, उनकी लत के कारण उनका मानसिक स्वास्थ्य बहुत बुरी तरह प्रभावित होता है, जिसके कारण उन्हें तनाव, अवसाद, सिरदर्द या माइग्रेन जैसी मानसिक समस्याएं होती हैं। नशा दिमाग पर इतना बुरा असर डालता है कि नशा न करने पर व्यक्ति खुद को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अगर किसी को नशा करने की आदत है और उसे समय पर दवा नहीं मिलती है तो वह मानसिक रूप से बीमार हो सकता है या पागल भी हो सकता है।
यह समस्या ज्यादातर उन लोगों को होती है, जो शराब का सेवन करते हैं। वाइन में अल्कोहल की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है। किडनी फेल होने से पाचन संबंधी समस्या समेत कई अन्य तरह की समस्याएं हो सकती हैं। शराब के ज्यादा सेवन से किडनी खराब हो जाती है और इस वजह से किडनी ट्रांसप्लांट भी कराना पड़ सकता है। एक बार किडनी खराब हो जाए तो जीवन भर डायलिसिस की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
शराब में मौजूद एल्कोहल की वजह से लीवर को सबसे ज्यादा खतरा होता है और अगर लीवर बहुत खराब हो गया है तो इसमें सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है। इसके कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है। लीवर फेल होने के कारण भी पीलिया हो सकता है।
धूम्रपान के कारण नशा करने वाले व्यक्ति को फेफड़ों से संबंधित रोग होने का खतरा रहता है। धूम्रपान से व्यक्ति को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा उनके फेफड़े धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। धूम्रपान उन लोगों को बिल्कुल नहीं करना चाहिए जिन्हें पहले से ही अस्थमा की समस्या है क्योंकि ऐसे में फेफड़े पूरी तरह से खराब हो सकते हैं।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने आपको नशा करने से क्या होता है, नशा करने के घरेलू उपाय, नशा छोड़ने के बाद क्या होता है और नशा करने के नुकसान, शराब का नशा कितने समय तक रहता है, आधी के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख नशे से होने वाली बीमारी अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।