नरेंद्र मोदी कौन सी जाति से है (Narendra Modi Caste Details Hindi)

नरेंद्र मोदी कौन सी जाती है – पीएम नरेंद्र मोदी जिस जाति से आते है, उस जाति का नाम भारत सरकार की ओबीसी सूची में शामिल है। यह समुदाय गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में पाया जाता है। एक आंकड़े के मुताबिक गुजरात में इनकी आबादी करीब 6 फीसदी है। तो आइये जानते है –

नरेंद्र मोदी कौन सी जाति है (Narendra Modi Ki Cast Kya Hai)

गुजरात सरकार के समाज कल्याण विभाग के एक आधिकारिक पत्र में गुजराती भाषा में उन जातियों का जिक्र है जिनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें ओबीसी श्रेणी में रखा गया, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें। पीएम नरेंद्र मोदी अपने चुनावी संबोधन के दौरान कई बार अपनी जाति का जिक्र कर चुके हैं, तब उन्होंने देश को बताया कि वह जिस जाति से आते हैं वह ओबीसी श्रेणी में आती है।

नरेंद्र मोदी की जाति – मोध-घांची (तेली) है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात की मोध-घांची (तेली) जाति या समुदाय से आते हैं। मोध-घांची जाति को यूपी और बिहार जैसे राज्यों में तेली जाति भी कहा जाता है।

इस जाति का नाम भारत सरकार की पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सूची में भी शामिल है। घांची जाति को सबसे पहले गुजरात में ओबीसी या अन्य पिछड़ी जाति में शामिल किया गया था। मोध-घांची समुदाय के लोग गुजरात के अलावा राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी पाए जाते हैं। गुजरात में इनकी आबादी करीब 6 फीसदी है।

हालाँकि, मोध-घांची जाति मुख्य रूप से गुजरात में पाई जाती है, खासकर उत्तरी गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्रों में। उत्तरी गुजरात में, वे मेहसाणा, बनासकांठा, साबरकांठा और पाटन जिलों में केंद्रित हैं। वही सौराष्ट्र में, वे राजकोट, जामनगर, अहमदाबाद व भावनगर जिलों में रहते हैं। ऐसा कहते है कि कुछ मोध-घांची दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में भी रहते हैं।

मोध घांची जाति, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं, को 90 के दशक में ओबीसी श्रेणी में शामिल किया गया था जब मंडल आयोग ने गुजरात में किए गए एक सर्वेक्षण के दौरान उनकी खराब स्थिति देखी थी।

गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल में घांची जाति को ओबीसी का दर्जा नहीं दिया गया। वर्ष 1955 में काका कालेकर समिति ने घांची जाति को ओबीसी में शामिल करने की सिफारिश की थी। साल 1994 में गुजरात में मोध घांची जाति को ओबीसी में शामिल किया गया।

जिस समय यह कदम उठाया गया उस समय गुजरात में कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस नेता छबील दास मेहता 17 फरवरी 1994 से 13 मार्च 1995 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। यानी जिस समय गुजरात में कांग्रेस की सरकार थी, उस समय घांची जाति गुजरात की ओबीसी सूची में शामिल थी।

गुजरात सरकार के समाज कल्याण विभाग की सूची में राज्य की 146 ऐसी जातियों का जिक्र है जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी हैं। इसकी तारीख है 25 जुलाई 1994 यानी गुजरात में कांग्रेस शासन शुरू होने के करीब 5 महीने बाद। इस सूची के भाग 25-बी पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसमें घांची और मोद घांची का जिक्र किया गया है, जिन्हें OBC केटेगरी में शामिल किया गया था।

एक जानकारी के अनुसार, गुजरात के वडनगर में मोधेश्वरी देवी का मंदिर स्तिथ है। मोदी का जन्म इसी शहर में हुआ था और उनके परिवार की कई पीढ़ियाँ यहीं रही हैं। यही कारण है कि उनके परिवार के सदस्यों को मोध-घांची कहा जाता था। बाद में किराना दुकानें चलाने के कारण ये लोग मोदी भी कहलाये।

1994 में गुजरात में मुख्यमंत्री छबीलदास मेहता के कार्यकाल के दौरान राज्य सरकार ने मोध-घांची सहित कुल 38 जातियों को पिछड़ी जाति में शामिल किया।

जहां तक गोत्र की बात है तो हर किसी का गोत्र जानना जरूरी नहीं है। हालाँकि, यदि किसी व्यक्ति को अपना गोत्र नहीं पता है तो शास्त्रों के अनुसार वह व्यक्ति अपना गोत्र कश्यप बता सकता है। कहा जाता है कि मनुष्य की उत्पत्ति कश्यप ऋषि से हुई है। सभी हिंदू जातियों के गोत्र ऋषियों पर आधारित हैं।

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निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको नरेंद्र मोदी कौन सी जाति से है (Narendra Modi Cast Details Hindi) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख नरेंद्र मोदी कौन सी जाती है (Narendra Modi Caste Details Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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