एमबीबीएस की फीस कितनी है (MBBS Ki Fees Kitni Hai) – MBBS Fees In Hindi

एमबीबीएस की फीस कितनी है – देश में मेडिकल की पढ़ाई करना बहुत महंगा है। स्थिति यह है कि देश के 80 फीसदी लोग निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई नहीं कर सकते। देश में मेडिकल शिक्षा पर होने वाले भारी खर्च को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। देश में प्राइवेट कॉलेजों से मेडिकल की पढ़ाई की फीस इतनी ज्यादा है कि खर्च 1 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है।

सरकारी कॉलेजों में सीटें सीमित होने के कारण देश के 80% से अधिक परिवार अपने बच्चों की मेडिकल शिक्षा का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। ऐसे में देश से बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए रूस, यूक्रेन, बांग्लादेश, नेपाल, स्पेन, जर्मनी जैसे देशों में जाते हैं।
इसका कारण यह है कि इन देशों में चिकित्सा शिक्षा की लागत तुलनात्मक रूप से बहुत कम है।

आज के इस लेख में हम आपको एमबीबीएस की फीस कितनी है आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप निम्नलिखित जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आज के इस लेख एमबीबीएस की फीस को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –

एमबीबीएस की फीस कितनी है (MBBS Ki Fees Kitni Hai In Hindi)

प्राइवेट कॉलेजों की फीस सरकारी कॉलेजों की तुलना में बहुत ही ज्यादा होती है। ऐसा ही कुछ एमबीबीएस की फीस को भी लेकर है। एमबीबीएस की फीस भी प्राइवेट कॉलेजों की तुलना में सरकारी कॉलेजों से अधिक है।

अगर बात करे प्राइवेट कॉलेज में एमबीबीएस की फीस कितनी है तो बता दे की प्राइवेट कॉलेज में एमबीबीएस की फीस 1 लाख रुपये से 60 लाख रुपये तक हो सकती है।

वही बात करे सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की फीस कितनी है तो बता दे की सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की फीस पांच हजार रुपये से 10 लाख रुपये तक हो सकती है।

इन सभी कॉलेजों में शिक्षा के लिए यान एडमिशन के लिए नीट परीक्षा पास करना अनिवार्य है। नीट परीक्षा में रैंकिंग के आधार पर एडमिशन दिया जाता है। हालांकि प्राइवेट कॉलेजों में आपको कम रैंक पर भी एडमिशन मिल सकता है। लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए आपको मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि यहां केवल अच्छी रैंक वाले स्टूडेंस्ट को ही प्रवेश दिया जाता है।

एमबीबीएस के बारे में (About MBBS In Hindi)

एमबीबीएस का पूरा नाम बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी है, जिसे हिंदी में चिकित्सा स्नातक और शल्य चिकित्सा स्नातक कहा जाता है। यह कोर्स चिकित्सा के क्षेत्र में बैचलर डिग्री कोर्स है, जिसे सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्र अपने नाम के आगे डॉक्टर लगा सकते हैं।

इस कोर्स को पूरा करने में 5.5 साल लगते हैं जिसमें 1 साल की इंटर्नशिप शामिल है।11वीं और 12वीं में बायोलॉजी लेने वाले साइंस स्ट्रीम के छात्र इसे कर सकते हैं। इस कोर्स में प्रवेश के लिए NEET पास करना होता है जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली परीक्षा है।

डॉक्टर बनने के बाद कोई भी व्यक्ति आसानी से प्रति माह लाखों रुपये कमा सकता है। एक डॉक्टर का वेतन काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस अस्पताल में काम कर रहा है और एमबीबीएस की डिग्री लेने के बाद उसने किस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल की है। आमतौर पर एक डॉक्टर का औसत वेतन ₹30 लाख से ₹50 लाख प्रति वर्ष के बीच होता है। वहीं, एक विशेषज्ञ का वेतन ₹2 लाख से ₹3 लाख प्रति माह तक हो सकता है।

FAQs

सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की फीस कितनी है?
सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की फीस 5,000 से लेकर 10 लाख तक हो सकती है।

भारत में एमबीबीएस करने में कितना खर्चा आता है?
भारत में अगर बात करे प्राइवेट कॉलेज की तो एमबीबीएस का खर्चा 1 लाख से 60 लाख, वही बात करे गवर्नमेंट कॉलेज की तो एमबीबीएस का खर्चा 5,000 से लाख से 60 लाख तक हो सकता है।

क्या मुझे 300 अंकों के साथ MBBS सीट मिल सकती है?
300 अंकों के साथ MBBS सीट मिलने के चांस कम है।

प्राइवेट एमबीबीएस करने में कितना खर्चा आता है?
प्राइवेट एमबीबीएस करने में 1 लाख से 60 लाख का खर्चा आता है।

सबसे कम एमबीबीएस फीस कितनी है?
सबसे कम एमबीबीएस फीस सालाना 5,000 रुपये हो सकती है।

भारत में सबसे महंगा कोर्स कौन सा है?
मेडिकल की पड़े भारत में सबसे महंगा कोर्स है।

एमबीबीएस का पूरा नाम क्या होता है?
एमबीबीएस का पूरा नाम बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी है।

एमबीबीएस को हिंदी में क्या कहते है?
एमबीबीएस को हिंदी में चिकित्सा स्नातक और शल्य चिकित्सा स्नातक कहा जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको एमबीबीएस की फीस कितनी है आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख एमबीबीएस की फीस कितनी है (MBBS Fees In Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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