मानव मस्तिष्क का अध्ययन क्या कहलाता है?

मानव मस्तिष्क का अध्ययन क्या कहलाता है – मस्तिष्क शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। चीजों को याद रखने और दिनभर शरीर को संचालित करने का काम मस्तिष्क का ही होता है। चूंकि यह सबसे जरूरी अंगों में से एक है, इसलिए दिमाग की खास देखभाल की जरूरत होती है, हालांकि दूसरे अंगों की तरह हम दिमाग को स्वस्थ रखने पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मस्तिष्क की अपर्याप्त देखभाल से कई न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, जो बदले में शरीर के सामान्य कार्यों को प्रभावित कर सकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सभी लोगों को दिमाग को स्वस्थ रखने के उपाय करते रहना चाहिए, स्वस्थ आहार का सेवन इस दिशा में सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम माना जाता है। डाइट में उन पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए, जो दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं।

मानव मस्तिष्क का अध्ययन क्या कहलाता है?

मस्तिष्क के अध्ययन को न्यूरोसाइंस (Neuroscience) कहा जाता हैं।

न्यूरोसाइंस को हिंदी में क्या कहा जाता है?

न्यूरोसाइंस को हिंदी में तंत्रिका विज्ञान कहते हैं।

मानव मस्तिष्क का अध्ययन क्या है?

मानव मस्तिष्क के अध्ययन में मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की संरचना, कार्य व विकास का अध्ययन किया जाता है। मानव मस्तिष्क एक प्रकार का वैज्ञानिक अध्ययन है जिसमें मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी सहित सभी तंत्रिका कोशिकाओं आदि का अध्ययन सम्मिलित है।

यह अध्ययन कई प्रकार के विकारों के इलाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, शोधकर्ता इसमें मस्तिष्क संरचना, गतिविधि और तंत्रिका तन्त्र को समझने की कोशिश करते हैं।

हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग मस्तिष्क है, जो हमारे पूरे शरीर को नियंत्रित करता है। यही सभी प्रकार की गतिविधियों को करने के लिए जिम्मेदार है। इसके लिए इसका अध्ययन अत्यंत आवश्यक है।

मस्तिष्क के बारे में –

  • एक वयस्क के मस्तिष्क का वजन लगभग 3 पाउंड होता है। यह पूरे शरीर के वजन का 2 प्रतिशत होता है। बी ब्रेन फिट की रिपोर्ट के मुताबिक यह कुल एनर्जी और ऑक्सीजन का 20 फीसदी खर्च करता है। यह शरीर का सबसे अधिक ऊर्जा खपत करने वाला अंग है।
  • पर्याप्त पानी नहीं पीने से ग्रे एरिया सिकुड़ने लगता है, जिससे व्यक्ति के लिए सोचने का काम मुश्किल हो सकता है।
  • मनुष्य अपने मस्तिष्क की कुल क्षमता का केवल 20 प्रतिशत ही उपयोग कर पाता है।
  • आपके दिमाग में एक दिन में लगभग 70,000 विचार आते हैं और उनमें से 70 प्रतिशत नकारात्मक होते हैं।
  • इंसान के मस्तिष्क का 40 वर्ष की आयु तक विकास होता रहता है।
  • आपको सुनकर हैरानी होगी लेकिन ये सच है कि सेक्स के दौरान जो डोपामाइन केमिकल दिमाग रिलीज करता है वही डोपामाइन दिमाग संगीत सुनते वक्त रिलीज करता है।
  • शराब पीने के 6 मिनट के अंदर ही दिमाग सक्रिय हो जाता है और नशा शुरू होने लगता है।
  • इंसान का दिमाग किसी भी तरह का दर्द महसूस नहीं करता।
  • अगर सिर्फ 5 से 10 मिनट के लिए भी दिमाग को सही ऑक्सीजन न मिले तो वह पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है और ब्रेन हेमरेज होना तय है।
  • एक साधारण आदमी का दिमाग इतनी बिजली पैदा करता है कि वह आसानी से एक बल्ब जला सकता है।
  • आपके मस्तिष्क का 60 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ चर्बी है।
  • कोई भी नई सूचना हासिल करते ही दिमाग अपना आकार परिवर्तित कर लेता है।
  • आइंस्टीन का दिमाग चोरी करने के पश्चात 20 वर्ष तक एक जार में संभाल कर रखा गया था।

मस्तिष्क के बारे में आश्चर्यजनक बाते

  • मस्तिष्क में दर्द की अनुभूति देने वाले सेल नोसिसेप्टर नहीं होते हैं। इसलिए सर्जन किसी के जागते हुए भी मस्तिष्क की सर्जरी कर सकते हैं।
  • जब आप किसी और को जम्हाई लेते देखते हैं तो आप भी ऐसा ही करते हैं। यह मिरर न्यूरॉन्स के कारण होता है। मिरर न्यूरॉन्स तब सक्रिय होते हैं जब हम किसी और को कुछ करते हुए देखते हैं।
  • दिल के रुकने के छह मिनट बाद भी दिमाग जिंदा रह सकता है। क्योंकि तब तक उसे खून का बहाव मिलता रहता है।

FQAs

मस्तिष्क के अध्ययन को क्या कहते है?
मस्तिष्क के अध्ययन को न्यूरोसाइंस कहते है।

न्यूरोसाइंस को हिंदी में क्या कहते है?
न्यूरोसाइंस को हिंदी में तंत्रिका विज्ञान कहते हैं।

तंत्रिका विज्ञान को इंग्लिश में क्या कहते है?
तंत्रिका विज्ञान को इंग्लिश में न्यूरोसाइंस क्या कहते है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको मानव मस्तिष्क का अध्ययन क्या कहलाता है के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है तो इस अपनों के साथ भी शेयर करे।

Leave a Comment

You cannot copy content of this page