लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं, लक्ष्मी पूजा में शंख बजाने से क्या होता है?

लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं – हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में शंख का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में होने वाली हर पूजा में इसका इस्तेमाल किया जाता है। शंख को सनातन धर्म का प्रतीक बताया गया है। इसके अलावा शंख को देवी लक्ष्मी का भाई भी कहा जाता है। माना जाता है कि पूजा में शंख का प्रयोग करने से धन की प्राप्ति होती है। साथ ही इसे दुष्टों का नाश करने वाला भी कहा गया है।

कहा जाता है कि पूजा के दौरान शंख बजाने से व्यक्ति को व्यापार में आर्थिक नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता है। व्यक्ति अपने व्यापार में सदैव प्रगति करता है और नए कीर्तिमान स्थापित करता है।

यह व्यक्ति को सौभाग्य प्रदान करता है। व्यक्ति अपने जीवन में अनेक सफलताएं प्राप्त करता है और अप्रिय घटनाओं से भी बचा रहता है। लेकिन क्या आप जानते है लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं, तो आइये जानते है –

लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं (Lakshmi Puja Me Shankh Bajana Chahiye Ya Nahi)

हाँ, लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए। शंख को देवी लक्ष्मी का विशेष प्रिय माना जाता है। लक्ष्मी जी भगवान विष्णु की पत्नी और धन की देवी हैं। लेकिन रात्रि के समय शंख नहीं बजाना चाहिए। लक्ष्मी जी के पूजन में रात्रि को घंटी अथवा शंख नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि शाम की आरती के बाद देवता शयन के लिए चले जाते हैं।

शास्त्रों में शंख से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं। पूजा में शामिल शंख नहीं बजाना चाहिए। बजाने के लिए आप किसी अन्य शंख का प्रयोग कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पूजनीय शंख बजाने से वह जूठा और अशुद्ध हो जाता है।

पूजा घर में शंख को लाल कपड़े पर रखना चाहिए। पूजा के समय प्रतिष्ठित शंख में शुद्ध जल भरकर पूरे घर में छिड़कें। शंख बजाने से पहले शंख को हमेशा गंगाजल या पवित्र जल से साफ करना जरूरी होता है। पूजा के समय शंख बजाने के इन नियमों का ध्यान रखना चाहिए।

लक्ष्मी पूजा में शंख बजाने से क्या होता है (Lakshmi Puja Me Shankh Bajane Se Kya Hota Hai)

शंख और घंटी बजाने से घर में मौजूद सभी नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है और परिवार में देवी लक्ष्मी के स्वागत के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह परिवार में शांति और समृद्धि लाता है और पूरे वातावरण को भी शुद्ध करता है।

पूजाघर में शंख रखने से मां लक्ष्मी जी का वास होता है। दक्षिणावर्ती शंख और भी अधिक शुभ फलदायी है। सुबह और शाम के समय शंख बजाने से घर में मौजूद बुरी शक्तियां नष्ट हो जाती हैं और सकारात्मक आती है।

FAQs

शंख कब नहीं बजाना चाहिए?
रात के समय शंख नहीं बजाना चाहिए।

शंख बजाने का सही समय क्या है?
शंख बजाने का सही समय सुबह और शाम है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं, लक्ष्मी पूजा में शंख बजाने से क्या होता है के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं (Lakshmi Puja Me Shankh Bajana Chahiye Ya Nahi) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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