लड़कियां सोमवार का व्रत क्यों करती है – हिंदू धर्म शास्त्रों में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। धार्मिक शास्त्रों में सोमवार के व्रत को बहुत ही शुभ फलदायी माना गया है। इस दिन विधि-विधान से व्रत और पूजा करने से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्तों को उनकी मनोकामनाएं पूरी होने का आशीर्वाद देते हैं। सोमवार का व्रत रखने से शिव भक्त के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसकी मनोकामनाएं जल्द ही पूरी हो जाती हैं।
लेकिन क्या आप जानते है लड़कियां सोमवार का व्रत क्यों करती है और सोमवार व्रत कब से शुरू करना चाहिए? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –
लड़कियां सोमवार का व्रत क्यों करती है (Ladkiyan Somvar Ka Vrat Kyon Karti Hai)
अक्सर कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर और मनोकामना की पूर्ति के लिए सोमवार का व्रत रखती हैं। वही विवाहित महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य के लिए सोमवार का व्रत रखती हैं, और पुरुष भी जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए व्रत रखते हैं।
भगवान भोलनाथ क्षण भर की भक्ति से भी प्रसन्न हो जाते हैं। साथ ही शिव शंकर मनोकामना भी आसानी से पूरी कर देते हैं। ऐसे में लड़कियां अपने उज्जवल भविष्य के लिए सोमवार का व्रत रखती हैं।
ज्यादातर लड़कियां भगवान शंकर को अपना पसंदीदा इष्ट मानती हैं और उनमें बहुत आस्था रखती हैं। कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ बहुत दयालु हैं, जो लड़कियों पर कृपा करते हैं और उन्हें मनचाहा वर देते हैं।
हर लड़की की चाहत होती है कि उसे ऐसा पति मिले जो भोले नाथ जैसा भोला और बातें मानने वाला हो। इसलिए लड़कियां सोमवार का व्रत रखती हैं।
सती का सम्मान बचाने के लिए शिवशंकर ने तीनों लोकों को हिला दिया था और अपनी पत्नी के प्रति प्रेम के कारण उन्होंने कई वर्षों तक विवाह नहीं किया।
पार्वती ने भी भगवान शिव को पाने के लिए कई वर्षों तक शिवलिंग की कठोर तपस्या की। इसके बाद वह भगवान शंकर को मनाने में सफल रहीं।
माता पार्वती ने शिव को प्राप्त करने के लिए सावन माह के सोमवार का व्रत रखा था। इसलिए ऐसा माना जाता है कि अगर लड़कियां चारों सोमवार का व्रत रखती हैं तो उन्हें महादेव जैसा पति मिलता है।
सोमवार व्रत कब से शुरू करें (Somvar Vrat Kab Se Shuru Karen)
वैसे तो सोमवार या 16 सोमवार का व्रत सावन माह के किसी भी सोमवार से शुरू किया जा सकता है, लेकिन अगर किसी कारणवश आप यह व्रत श्रावण माह से शुरू नहीं कर सकते हैं तो आप इसे चैत्र, वैशाख, कार्तिक और मार्गशीर्ष आदि 12 महीनों में किसी भी महीने से शुरू कर सकते हैं। इन महीनों के शुक्लपक्ष के पहले सोमवार से ही 16 सोमवार या सोमवार का व्रत प्रारंभ करना बहुत शुभ माना जाता है।
सोमवार व्रत का लाभ (Somvar Vrat Ke Labha In Hindi)
- भगवान शिव को समर्पित सोमवार का व्रत करने से मनुष्य के दुख और चिंताएं दूर हो जाती हैं और शरीर के रोगों से मुक्ति मिलती है।
- इसके अलावा इस व्रत को करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।
- इस व्रत को करने से अविवाहित लड़कियों को सुयोग्य जीवनसाथी मिलता है और विवाहित महिलाओं का सौभाग्य बरकरार रहता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
भगवान शिव की पूजा क्या ना करें (Shiv Ji Ki Puja Me Kya Karen Aur Kya N Karen)
- कुंवारी लड़कियों को सावन में भगवान शिव को कभी भी हल्दी और तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए।
- अच्छे पति की कामना के लिए कुंवारी लड़कियों को ॐ नमः शिवाय मंत्र के साथ पांच माला का जाप करना चाहिए।
- सावन के व्रत में अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत के दौरान मैदा, आटा, बेसन, सत्तू आदि चीजों का सेवन न करें।
- प्याज, लहसुन, लाल मिर्च, धनिया पाउडर जैसे मसाले और मांस, शराब आदि का सेवन न करें।
- सावन व्रत के दौरान सात्विक भोजन ही करें। साथ ही सादे नमक की जगह सेंधा नमक खाएं।
- मौसमी फलों का सेवन करें और आप पनीर, दूध, दही, छाछ आदि का भी सेवन कर सकते हैं।
- व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर नहाने के पानी में काले तिल या गंगाजल डालकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
- इसके बाद भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग की पूजा करें और जल या पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- अभिषेक के बाद धतूरा, भांग, बेलपत्र और जनेऊ चढ़ाएं। पूजा के बाद ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको लड़कियां सोमवार का व्रत क्यों करती है, सोमवार व्रत कब से शुरू करें आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख लड़कियां सोमवार का व्रत क्यों करती है (Ladkiyan Somvar Ka Vrat Kyon Karti Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।