कुंभ राशि वालों को कौन सा व्रत रखना चाहिए – कुम्भ राशि के जातक शारीरिक रूप से स्वस्थ और विचारों से मजबूत माने जाते हैं। इस राशि के लोग साहसी और दूरदर्शी माने जाते हैं। वे हंसमुख स्वभाव के सामाजिक कार्यकर्ता भी होते हैं।
लेकिन क्या आप जानते है कुंभ राशि वालों को कौन सा व्रत रखना चाहिए, कुंभ राशि वालों को कौन सा व्रत रखना चाहिए, अगर नहीं तो चलिए जानते है –
कुंभ राशि वालों को कौन सा व्रत रखना चाहिए / कुंभ राशि को कौन सा व्रत करना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि भगवान शिव को बेहद प्रिय मानी जाती है। इसके अलावा इस राशि के स्वामी शनिदेव हैं। इसलिए इस राशि के जातको को शनिवार का व्रत करना चाहिए।
कई बार ऐसा होता है कि कुंभ राशि के लोगो पर शनिदेव का बुरा प्रभाव देखने को मिल जाता है। ऐसे में कुंभ राशि के लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप शनिवार के दिन शनि देवता का नाम लेते हैं, और शनिवार के दिन उनके नाम से व्रत शुरू करते है तो इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इससे उनका अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है, साथ ही इस राशि लोगों की बाधाएं दूर होती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि का स्वामी शनिदेव है। इसलिए इस राशि के जातकों पर शनिदेव का प्रभाव मुख्य रूप से देखने को मिलता है। शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है इसलिए वे न्यायप्रिय हैं।
शनिवार व्रत विधि –
शनिवार का व्रत रखने वाले लोगों को सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए। इसके बाद ही किसी पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं। इसके बाद लौह धातु से बनी शनिदेव की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं और फिर इस मूर्ति को चावल या अक्षत से बने 24 पंखुड़ियों वाले कमल के फूल पर स्थापित करें। इसके बाद शनिदेव को काले तिल, फूल, तेल आदि चढ़ाएं और धूपबत्ती और दीपक जलाकर आरती करें। शनिदेव की पूजा करने के बाद पीपल के पेड़ के तने पर सूती धागा बांधकर 7 परिक्रमा करें।
कुंभ राशि वालों को किसकी पूजा करनी चाहिए / कुंभ राशि वालों को किस देवता की पूजा करनी चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं। इस राशि के लोगों को भगवान शिव, हनुमान जी और शनि महाराज की पूजा करनी चाहिए।
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके घर के मंदिर में दीपक जलाएं। शनिदेव को तेल चढ़ाएं और फूल चढ़ाएं। शनिदेव को तिल या गुड़ से बनी चीजें अर्पित करें। शनिदेव की आरती करें और शनि चालीसा का पाठ करें। साथ ही शनिदेव के मंत्रों का जाप करें।ध्यान रखें कि शनिदेव की पूजा सूर्योदय से पहले करें।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि शनिदेव की पूजा के दौरान उनकी आंखों में नहीं देखना चाहिए। पूजा के दौरान अपनी नजरें नीचे रखें। शनिदेव की आंखों में देखने से व्यक्ति को शनिदेव की बुरी नजर का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप शनिदेव की पूजा कर रहे हैं तो भूलकर भी उनकी मूर्ति के सामने न खड़े हों। इससे व्यक्ति को अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है।
ऐसा माना जाता है कि शनिदेव की पूजा के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा भी अवश्य करनी चाहिए। हनुमान जी की मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और सुंदरकांड का पाठ करें। इससे व्यक्ति को अपनी कुंडली में शनि दोष से राहत मिल सकती है।
शनिवार के दिन नीले वस्त्र, काले तिल, जूते-चप्पल और काला कंबल दान करें। इससे शनिदेव की कृपा सदैव बनी रहती है।
FAQs
कुंभ राशि के जातको को कौन से देवता की पूजा करनी चाहिए?
कुंभ राशि वालों को शनि महाराज, शिव जी और हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।
कुंभ राशि के इष्ट देवता कौन है?
कुंभ राशि के इष्ट देवता शनि महाराज, शिव जी और हनुमान जी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको कुंभ राशि वालों को कौन सा व्रत रखना चाहिए, कुंभ राशि वालों को किस देवता की पूजा करनी चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख कुंभ राशि वालों को कौन सा व्रत रखना चाहिए (Kumbh Rashi Walo Ko Kaun Sa Vrat Rakhna Chahiye) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।