पूजा वाला कपूर खाने से क्या होता है, केला और कपूर खाने से क्या होता है, बवासीर में कपूर के फायदे

Kapoor Khane Se Kya Hota Hai: कपूर के बारे में तो आप जानते ही होंगे। कपूर पूजा में काम आता है। कपूर एक बहुत ही पवित्र और शुद्ध पदार्थ है। इसका उपयोग भारतीय घरों में भगवान की आरती के लिए किया जाता है। इसे जलाने मात्र से वातावरण में उपस्थित कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से पूजा वाला कपूर खाने से क्या होता है, केला और कपूर खाने से क्या होता है, इसके बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप यह जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। तो आइये जानते है कपूर खाने से क्या होता है, कपूर खाने के फायदे और नुकसान (Kapoor Khane Ke Fayde Aur Nuksan) –

कपूर क्या होता है (Kapoor Kya Hota Hai)

कपूर एक प्रकार का तेजी से जलने वाला रासायनिक पदार्थ है। यह सल्फास की गोलियों की तरह एकदम सफेद होता है। हिंदू धर्म में इसका उपयोग भगवान की आरती करने के लिए किया जाता है। सनातन धर्म में पौराणिक मान्यता है कि प्रतिदिन कपूर जलाने से वातावरण शुद्ध होता है।

कपूर सफेद रंग का ज्वलनशील पदार्थ है, जिसकी महक वातावरण में मौजूद कई जीवाणुओं को नष्ट कर देती है। इस पदार्थ का रासायनिक सूत्र है: C₁₀H₁₆0।

बाजार में 3 प्रकार के कपूर उपलब्ध हैं – भीमसेनी/बरास कपूर, हिंदुस्तानी/पत्री कपूर, चीनी / जापानी कपूर।

इन तीन कपूरों के अतिरिक्त और भी कई प्रकार के कपूर आजकल उपलब्ध हैं जिन्हें कुछ रसायनों द्वारा लैब में तैयार किया जाता है।

कपूर ठंडा होता है या गरम हिंदी में (Kapoor Thanda Hota Hai Ya Garam)

कपूर की तासीर ठंडी होती है।

पूजा वाला कपूर खाने से क्या होता है (Puja Wala Kapoor Khane Se Kya Hota Hai)

कपूर एक ज्वलनशील पदार्थ है, इसलिए इसका सेवन करना मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, आप सभी प्रकार के कपूर को यूं ही नहीं खा सकते हैं। बाजार में खाया जाने वाला कपूर अलग ही प्रकार का होता है, जिसे हम भीमसेनी कपूर के नाम से जानते हैं। मनुष्यों में सर्दी, खांसी, कब्ज आदि समस्याओं को दूर करने के लिए इस कपूर का सेवन लाभकारी माना जाता है। इस खास तरह के कपूर का सेवन करने से फेफड़ों में फंसा बलगम बाहर निकल जाता है और सांस न ले पाने की समस्या दूर हो जाती है।

केला और कपूर खाने से क्या होता है (Kapoor Aur Kela Khane Se Kya Hota Hai)

बवासीर में खाने योग्य कपूर को केले के टुकड़े में डालकर निगल लिया जाए तो यह बहुत कारगर होता है। रामदेव भी इसे बवासीर का अचूक इलाज बताते हैं।

बवासीर में कपूर के फायदे (Bawasir Me Kapoor Ke Fayde In Hindi)

कपूर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में कारगर होते हैं। यह गुदों की नसों में सूजन को कम कर बवासीर में आराम देता है।

बवासीर में कपूर के प्रयोग से जलन को कम किया जा सकता है। कपूर में जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं। यह घाव में जलन और संक्रमण को दूर करता है।

कपूर का प्रयोग बवासीर के घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो घावों को जल्दी ठीक कर सकते हैं।

कपूर में खुजली रोधी गुण होते हैं। खुजली वाली जगह पर इसका इस्तेमाल करने से त्वचा को काफी आराम मिलता है।

कपूर खाने के फायदे, कपूर खाने से क्या लाभ होता है (Kapoor Khane Ke Fayde In Hindi)

खाने योग्य कपूर के और भी कई फायदे हैं जैसे –

कपूर का सेवन करने से शरीर का पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।

अगर हमें जी मिचलाना, उल्टी हो रही है तो इसका सेवन करने से राहत मिल सकती है।

सर्दी, खांसी, जुकाम आदि में इसका सेवन करने से हमारे फेफड़ों में जमा हुआ बलगम बाहर निकल जाता है।

इसका सेवन करने से हमारे तंत्रिका तंत्र में होने वाले रोग जैसे मिर्गी आदि में आराम मिलता है। इसका सेवन बहुत ही नियंत्रित तरीके से करना चाहिए, आपको मिर्गी से निजात मिल जाएगी, लेकिन इसके बाद आपको अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

खाने योग्य कपूर का सेवन करने से आपके शरीर में मोटापे की समस्या भी दूर होती है। यह हमारे शरीर में उपलब्ध फैट सेल्स को खत्म करने में मदद करता है।

अगर आप समय-समय पर खाए जाने वाले कपूर का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और आपकी त्वचा में निखार आता है।

कपूर खाने के नुकसान, कपूर खाने से क्या नुकसान होता है (Kapoor Khane Ke Nuksan In Hindi)

2 साल या उससे कम उम्र के बच्चों को कपूर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराने वाली महिला हैं, तो भी आपको कपूर से दूर रहने की जरूरत है।

आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला कपूर एक ज्वलनशील पदार्थ होता है इसलिए अगर आप इसका सेवन करते हैं तो आपको उल्टी, दस्त जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

कपूर के जलने वाले धुएं से आपके फेफड़े खराब हो सकते हैं और आपको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

कपूर खाने का तरीका (Kapoor Khane Ka Tarika)

कपूर खाने के कई अलग-अलग तरीके हैं जिनसे यह हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों को फायदा पहुंचाता है।

अगर आप बवासीर की समस्या से परेशान हैं तो आपको केले के टुकड़े में कपूर के साथ एक बार में ही पूरा निगल लेना है।

अगर आप अपनी खांसी और जुकाम को ठीक करने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप या तो खाने योग्य कपूर को पानी की मदद से एक ही बार में निगल सकते हैं या फिर बाजार में मिलने वाले आम कपूर को गर्म पानी में डालकर भांप भी ले सकते हैं। इससे आपकी स्वांस नाली साफ़ हो जाती है और आपको राहत प्राप्त होती है।

अगर आप अपने स्वास्थ्य के लिए कपूर का सेवन करना चाहते हैं तो सबसे पहले कपूर का एकदम बारीक पिसा हुआ चूर्ण बना लें, इसके बाद सुबह-शाम खाने के बाद गुड़ के साथ इसका सेवन कर सकते हैं। ध्यान रहे कि इसकी मात्रा चुटकी भर ही हो।

अगर आप अपने शरीर के किसी हिस्से पर लगी चोट या सूजन को ठीक करना चाहते हैं तो आप कपूर के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

FAQs Related To Kapoor Kya Hai

खाने वाला कपूर का नाम क्या है?
खाने वाले कपूर को भीमसेनी कपूर के नाम से जानते हैं।

निष्कर्ष

आज इस लेख के माध्यम से हमने आपको पूजा वाला कपूर खाने से क्या होता है, केला और कपूर खाने से क्या होता है, बवासीर में कपूर के फायदे सहित कपूर ठंडा होता है या गरम, कपूर खाने का तरीका, कपूर खाने के फायदे और नुकसान के बारे में भी जानकारी दी है।

हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख कपूर खाने से क्या होता है अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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