कलयुग से बचने के उपाय – कलयुग के इस युग में कोई भी सत्य और ईमानदारी पर भरोसा नहीं करेगा। सभी लोग बुरे कर्मों में लगे रहेंगे, वासना सबसे बड़ा अधर्म बन जायेगा। व्यभिचार और भ्रष्टाचार चरम पर होगा। महिलाओं और लड़कियों का कोई सम्मान नहीं करेगा। कानून सिर्फ पैसे वालों की तिजोरी में बंद रहेगा। हर किसी की पहली आवश्यकता भौतिक सुख प्राप्त करना होगी और किसी को भी भक्ति में रुचि नहीं होगी।
बच्चे अपने माता-पिता को बहिष्कृत कर देंगे और उन्हें अकेला छोड़ देंगे। पति-पत्नी विवाह जैसे पवित्र संस्कार को कोई महत्व नहीं देंगे। लोग अपने माता-पिता और गुरुओं का अनादर करेंगे, धर्म-कर्म में विश्वास करने वालों की संख्या कम हो जायेगी और हर एक दूसरा पापी हो जायेगा।
इसलिए आज के इस लेख में हम आपको इस कलयुग से बचने के उपाय के बारे में जानकारी देने वाले है, आज के इस लेख में आप जानेगे की कलयुग से कैसे बचें, तो आइये जानते है –
कलयुग से बचने के उपाय (Kalyug Se Bachne Ka Upay)
कलयुग से बचने का एकमात्र उपाय भगवान (परमात्मा) का नाम जपना है। यदि परमात्मा को पाना है तो भजन करना जरूरी है। मोह, माया, छल, ईर्ष्या की भावना को त्यागकर भगवान के नाम का स्मरण ही भगवान के प्रति सच्चे भक्त की सच्ची भक्ति है।
अन्य उपाय –
1) दान – भगवान कृष्ण के कथन के अनुसार कलयुग में जो व्यक्ति दान करता है उसका जीवन आसान हो जाता है, दान का अर्थ है जरूरतमंदों को मुफ्त में वह चीजें प्रदान करना, जो उसे नहीं मिल पाती है, हालांकि दान करने से पहले या दान करने के बाद अपने द्वारा किए गए दान के बारे में किसी को नहीं बताना चाहिए क्योंकि दान वह होता है जिसे गुप्त जाए।
2) ध्यान या जप – कलयुग के इस आधुनिक युग में लोगों के पास भगवान की पूजा करने का समय नहीं है। आज के युग में बहुत कम लोग हैं जो प्रतिदिन ध्यान और जप करते हैं। दरअसल, पूजा केवल भगवान को प्रसन्न करने के लिए नहीं की जाती, बल्कि पूजा व्यक्ति को उसकी अंतरात्मा से जोड़ती है। जो व्यक्ति नियमित रूप से जप और ध्यान करता है वह अपनी आत्मा को शुद्ध करने और अपनी गलतियों को सुधारने का प्रयास करता है। इसलिए ध्यान या जप कलयुग से बचने का उपाय है।
3) आत्मसंयम – कई बार ऐसा होता है कि पैसे के पीछे भागते-भागते व्यक्ति का मन और दिमाग दोनों विपरीत दिशा में चलने लगते हैं और जाने-अनजाने में व्यक्ति कुछ अधर्म कर बैठता है, लेकिन भगवद गीता में भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए ज्ञान के अनुसार, मन और बुद्धि दोनों को नियंत्रित करने के लिए आत्मसंयम रखना बहुत जरूरी है।
4) सच बोलना – कलयुग में असत्य इस कदर सत्य पर हावी होने लगा है कि किसी भी इंसान के लिए सत्य और असत्य का पता लगाना बेहद मुश्किल हो गया है, किसी भी व्यक्ति की बातों से यह अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि वह व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि कलयुग में जो व्यक्ति सदैव सत्य के मार्ग पर चलेगा, उसका जीवन आसान हो जाएगा। श्री कृष्ण द्वारा बताई गई इन चार महत्वपूर्ण बातों का पालन करना कलयुग के लोगों के लिए थोड़ा मुश्किल है, लेकिन जो व्यक्ति इन चार बातों का पालन करेगा उसका जीवन बहुत आसान हो जाएगा।
5) गुरुमंत्र – मन में गुरुमंत्र का जाप करते रहना चाहिए। कुछ भी छोड़ने की जरूरत नहीं है ,दुनिया को सुधारने से पहले आपको खुद को सुधारना होगा। दूसरों की आलोचना न करें, अपना मन भगवान को दे दे, मन ही सब कुछ है। मन सुधर जाए तो हमारा कल्याण हो जाएगा। मन को ईश्वर के चिंतन, ध्यान और मनन में लगाना चाहिए। बुरे कर्मों का परिणाम बुरा ही होगा, इसलिए इन्हें त्यागकर शुभ कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको कलयुग से कैसे बचें – कलयुग से बचने के उपाय के बारे में जान कारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख कलयुग से कैसे बचें – कलयुग से बचने के उपाय अच्छा लगा है, तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।