गूगल का आविष्कार किसने किया था | Google Ka Avishkar Kisne Kiya Tha: वर्तमान समय में इंटरनेट के बिना दुनिया की कल्पना करना मुश्किल है। कुछ दशक पहले की बात करें तो इंटरनेट नाम की कोई चीज नहीं थी और आज यह दुनिया की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक बन गई है। इंटरनेट आज के समय में इतना महत्वपूर्ण है कि रोटी, कपड़ा और घर के बाद सबसे महत्वपूर्ण चीजों की सूची में अगर कोई चौथी चीज जोड़ दी जाए तो वह इंटरनेट है!
आज हर क्षेत्र में इंटरनेट का बहुत बड़ा योगदान है। 90 प्रतिशत से अधिक तकनीक इंटरनेट पर आधारित है। बड़े व्यवसाय, यहां तक कि पूरे देश, इंटरनेट से जुड़े हुए हैं।
आज के समय में इंटरनेट हम सभी के लिए बहुत जरूरी हो गया है। अगर इंटरनेट नहीं होता, तो आप शायद इस लेख को पढ़ भी नहीं रहे होते। लेकिन इंटरनेट का जो स्वरूप आज हमारे सामने है वह पहले जैसा नहीं था। इंटरनेट के आविष्कार के बाद भी इससे जुड़े कई आविष्कार हुए। जिसने इसे और भी बेहतर बना दिया। और इन्हीं आविष्कारों में से एक था गूगल!
आज हर कोई गूगल के बारे में जानता है। कुछ लोग इसे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक बड़ी कंपनी के रूप में स्वीकार करते हैं और कुछ लोग एक सॉफ्टवेयर कंपनी के रूप में। गूगल कई डिजिटल क्षेत्रों में सक्रिय है लेकिन उसे इसकी असली पहचान अपने सर्च इंजन से मिलती है।
आज के समय में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक ‘गूगल’ की शुरुआत सर्च इंजन के तौर पर हुई थी। जिसका उपयोग वेब पेजों का विश्लेषण करने और लोगों को उन्हें खोजने में मदद करने के लिए किया जाता था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ‘गूगल का आविष्कार किसने किया’ और ‘गूगल का आविष्कार कब हुआ’? यदि नहीं, तो इस लेख को पूरा पढ़ें।
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गूगल का आविष्कार किसने किया था
Included
- गूगल क्या है?
- गूगल का आविष्कार किसने किया था?
- गूगल का आविष्कार कब हुआ था?
- गूगल की प्रमुख सेवाएं
- गूगल सर्च हर मिनट कितना कमाता है?
- गूगल क्या काम करता है?
- क्या आप जानते हैं कि गूगल बिकने वाला था?
- प्रश्नोत्तरी
गूगल का आविष्कार किसने किया था
गूगल क्या है?
गूगल एक सर्च इंजन है जिसके द्वारा आप इंटरनेट पर कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इंटरनेट दुनिया के सबसे बड़े आविष्कारों में से एक है। गूगल ने भले ही सर्च इंजन के तौर पर शुरुआत की हो लेकिन आज के समय में यह एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी है जिसमें हर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करना चाहता है।
गूगल न सिर्फ सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में बल्कि हार्डवेयर के क्षेत्र में भी गूगल धूम मचा रहा है। लोगों ने गूगल के पिक्सल फोन, गूगल होम जैसे प्रॉडक्ट्स को खूब पसंद किया है।
दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्राइड, गूगल का ही है और सबसे अच्छे पीसी ऑपरेटिंग सिस्टमों में से एक, क्रोमओएस भी गूगल का एक प्रोडक्ट है। इसके अतिरिक्त यूट्यूब, ब्लॉगस्पॉट भी शामिल है।
गूगल ने गूगल असिस्टेंट, गूगल कीप, गूगल डॉक्स, जीमेल और गूगल सूट जैसे कई लोकप्रिय उत्पाद लॉन्च किए हैं।
गूगल को सरल भाषा में समझने के लिए, यह एक मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी है जो मुख्य रूप से इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं पर ऑनलाइन विज्ञापन तकनीक, क्लाउड कंप्यूटिंग, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर जैसे उत्पादों के क्षेत्र में काम करती है। विकिपीडिया के अनुसार, गूगल को हाल ही में दुनिया की पांच सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों की सूची में शामिल किया गया है। गूगल कुछ देशों को छोड़कर पूरी दुनिया में अपनी सेवाएं और उत्पाद उपलब्ध कराता है।
गूगल के साथ भारत के संबंध के बारे में बात करते हुए, एक दिलचस्प तथ्य यह है कि गूगल के वर्तमान सीईओ सुंदर पिचाई हैं जो गूगल की पैरेंट कंपनी ‘अल्फाबेट’ का भी नेतृत्व करते हैं। इसके साथ ही सुंदर पिचाई गूगल के मुख्य शेयरधारकों में से एक हैं।
अगर हम गूगल के शुरुआती उत्पाद खोज इंजन के बारे में बात करते हैं, तो यह एक ऐसा ऑनलाइन सॉफ्टवेयर है या यह एक ऐसा उपकरण है जो ग्राहकों को उनकी रुचि से संबंधित वेब पेज (वेबसाइट और ब्लॉग) प्रदान करता है। गूगल सर्च इंजन इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन है।
गूगल का आविष्कार किसने किया था?
गूगल का अविष्कार सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज ने मिलकर किया था। आज की मल्टीनेशनल कंपनी को कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के 2 छात्रों ने प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया था। गूगल के अविष्कारकों के नाम सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज हैं। जो आज के समय में गूगल के सबसे बड़े शेयरधारक भी हैं।
जब सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज ने गूगल का आविष्कार किया तो इसका नाम गूगोल था लेकिन स्पेलिंग की गलती के कारण गूगल बन गया जो आज किसी ब्रांड से कम नहीं है।
सर्गेई ब्रीन और लैरी पेज ने विश्व प्रसिद्ध स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी के दौरान एक शोध परियोजना के रूप में गूगल की शुरुआत की।
स्कॉट हसन उस समय परियोजना के तीसरे संस्थापक भी थे, जिन्होंने गूगल के अधिकांश कोड टाइप किए लेकिन गूगल के एक कंपनी के रूप में स्थापित होने से पहले ही परियोजना छोड़ दी।
स्कॉट ने रोबोटिक्स में अपना करियर बनाने के लिए इस परियोजना को छोड़ दिया और 2006 में ‘विलो गैराज’ नाम की एक कंपनी की स्थापना की। इसलिए, गूगल के आविष्कार में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद, उन्हें आधिकारिक तौर पर इसका संस्थापक नहीं माना जाता है।
गूगल का आविष्कार कब हुआ था?
लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन लंबे समय से गूगल में काम कर रहे थे। उन्होंने 4 सितंबर 1998 को कैलिफ़ोर्निया में एक निजी कंपनी के रूप में गूगल की स्थापना की। यानी सरल भाषा में कहा जा सकता है कि गूगल का आविष्कार 4 सितंबर 1998 को हुआ था।
गूगल का आविष्कार उस समय हुआ था जब वेब निर्देशिकाओं का उपयोग वेबपृष्ठों को खोजने के लिए किया जाता था। गूगल पहला सर्च इंजन नहीं था लेकिन गूगल को एक नई पद्धति पर बनाया गया था। जिसने इसे दूसरों की तुलना में बेहतर बनाया।
गूगल से पहले सर्च इंजन सर्च किए गए कीवर्ड के अनुसार वेब पेजों को रैंक करते थे। जिस वेबपेज में खोजे जाने के लिए अधिक कीवर्ड होते थे, उसे उच्च रैंक दिया जाता था। इस वजह से यूजर्स को सही रिजल्ट नहीं मिल पाता ता।
लेकिन गूगल को एक नई पद्धति पर विकसित किया गया था। गूगल विषय से संबंधित वेबसाइटों और लिंक का विश्लेषण करके पेज को रैंक करता था। सरल भाषा में कहें तो जिस वेबसाइट में अधिक और प्रासंगिक बैकलिंक्स थे, उसे रैंक किया गया। इससे यूजर्स को बेहतर परिणाम मिले।
यह विचार लैरी पेज का था। इस नए विचार को पेजरैंक का नाम दिया गया। लैरी पेज ने स्कॉट के साथ अपना विचार साझा किया और उन्होंने इस विचार पर कोडिंग शुरू कर दी।
इस नए आईडिया पर आधारित Search Engine को पहले BackRub नाम दिया गया था क्योंकि यह वेबपेजों को Backlinks के आधार पर रैंक करता था। बाद में इस पद्धति का इस्तेमाल Baidu जैसे कई अन्य Search Engine बनाने के लिए भी किया गया था।
कुछ समय पश्चात इस नए Search Engine BackRub का नाम बदलकर गूगल कर दिया गया। यह वर्तनी की गलती थी। जबकि BackRub का नाम Googol रखा जाना था जिसका मतलब 100 के बाद 1 जीरो होता है।
इस नाम से, खोजकर्ता Search Engine में रैंक किए गए वेबपृष्ठों की मात्रा का संकेत देना चाहते थे। 15 सितंबर 1997 को www.google.com Domain खरीदा गया था। जिसे एक कॉर्पोरेट कंपनी के रूप में 4 सितंबर 1998 को स्थापित किया गया था।
गूगल की प्रमुख सेवाएं
- गूगल सर्च
- यूट्यूब
- जीमेल
- ब्लॉगर
- गूगल, डूडल
- गूगल क्लाउड
- गूगल पे
- गूगल प्ले
- गूगल आर्ट एंड कल्चर
- गूगल बुक्स
- गूगल मैप्स
- गूगल न्यूज़
गूगल सर्च हर मिनट कितना कमाता है?
गूगल सर्च प्लेटफॉर्म पर हर मिनट लाखों लोग कुछ न कुछ सर्च कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गूगल आपके सर्च से हर मिनट कितना कमाता है? दरअसल गूगल हर गुजरते मिनट के साथ औसतन 2 करोड़ रुपये कमाता है। अल्फाबेट कंपनी गूगल सर्च के बाद यूट्यूब से सबसे ज्यादा कमाई करती है।
गूगल क्या काम करता है?
हम इंटरनेट पर यूआरएल की मदद से कुछ भी सर्च कर सकते हैं, लेकिन अगर यूआरएल न होने पर हमें सर्च इंजन की जरूरत होती है। सर्च इंजन हमें सूचना या वेबसाइट पर ले जाता है जिसमें हमारे द्वारा दिए गए कीवर्ड होते हैं। गूगल का ‘वेब क्रॉलर’ सॉफ्टवेयर इंटरनेट पर सभी वेब पेजों को देखता है और उनमें निहित लिंक और डेटा को गूगल सर्वर को भेजता है। इसके बाद इस डेटा को इंडेक्स किया जाता है और सभी वेब पेजों का डेटा सर्च इंजन को भेजा जाता है। जैसे ही हम गूगल पर कुछ खोजते हैं तोगूगल का एल्गोरिदम उस शब्द का विश्लेषण करता है और सर्वर में मौजूद अरबों वेब पेजों से हमारे अर्थ के बारे में जानकारी निकालता है।
क्या आप जानते हैं कि गूगल बिकने वाला था?
कहा जाता है कि गूगल के शुरुआती दिनों में मुनाफा न होने की वजह से इसके संस्थापक ने कंपनी को बेचने के लिए 1999 में एक्साइट कंपनी के सीईओ जॉर्ज बेल से मुलाकात की थी। लेकिन जॉर्ज ने इसे $1 मिलियन में खरीदने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
प्रश्नोत्तरी
गूगल का अविष्कार कहाँ हुआ था?
गूगल का अविष्कार कैलिफ़ोर्निया (संयुक्त राज्य अमेरिका) में हुआ था।
गूगल का फुल फॉर्म क्या है?
गूगल की फुल फॉर्म ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन ऑफ ओरिएंटेड ग्रुप लैंग्वेज ऑफ अर्थ है।
गूगल का मुख्यालय कहाँ है?
गूगल कामुख्यालय माउंटेन व्यू, कैलिफ़ोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में है।
गूगल का मालिक कौन है?
गूगल का स्वामित्व लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन के पास है।
गूगल के सीईओ कौन हैं?
गूगल के वर्तमान सीईओ सुंदर पिचाई हैं, जो 2 अक्टूबर, 2015 से इस पद पर हैं और एक भारतीय व्यक्ति हैं जो भारत के तमिलनाडु राज्य से हैं।
गूगल कंपनी 1 मिनट में कितना कमाती है?
गूगल हर गुजरते मिनट के साथ औसतन 2 करोड़ रुपये कमाता है।
गूगल का पहला नाम क्या है?
गूगल को पहले BackRub के नाम से जाना जाता था।
गूगल के बाप का नाम क्या है?
गूगल के बाप का नाम सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज है।
गूगल कितने में बिकने वाला था?
गूगल के शुरुआती दिनों में मुनाफा न होने की वजह से इसके संस्थापक ने कंपनी को बेचने के लिए 1999 में एक्साइट कंपनी के सीईओ जॉर्ज बेल से मुलाकात की थी। लेकिन जॉर्ज ने इसे $1 मिलियन में खरीदने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि मैंने आपको गूगल का आविष्कार करने वाले के बारे में पूरी जानकारी दी है और मुझे उम्मीद है कि आपको गूगल के आविष्कारक के बारे में जानकारी मिल गई होगी।
अगर आपको इस लेख (गूगल का आविष्कार किसने था | Google Ka Avishkar Kisne Kiya Tha) के बारे में कोई संदेह है या आप चाहते हैं कि इसमें कुछ सुधार होना चाहिए, तो आप इसके लिए टिप्पणियाँ लिख सकते हैं। आपके इन्हीं विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मौका मिलेगा।
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Very nice I like it