गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्रियों को कभी 4 काम नहीं करने चाहिए, जानिए वो 4 काम

गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्रियों को कभी 4 काम नहीं करने चाहिए – गरुड़ पुराण में महिलाओं को कुछ ऐसी आदतों से बचने के लिए कहा गया है, जिनका पालन न करने पर उनका जीवन बर्बाद हो जाता है।

हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण कहा गया है। इस पुराण में भगवान विष्णु के श्रीमुख से निकली हुई बातों का समावेश है। इस पुराण में मृत्यु, आत्मा की मृत्यु के बाद की यात्रा, अच्छे-बुरे कर्म, स्वर्ग-नरक आदि के अलावा सुखी जीवन जीने के उपाय भी बताए गए हैं। गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु का जिक्र किया गया है और कई ऐसे काम बताए गए हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए। इसके श्लोक में महिलाओं को कुछ ऐसी आदतों से बचने के लिए कहा गया है, जिनका पालन न करने पर उनका जीवन बर्बाद हो जाता है। ऐसे में अगर आप भी शादीशुदा हैं तो आपको भूलकर भी ये गलतियां नहीं करनी चाहिए। तो आइये जानते है –

गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्रियों को कभी 4 काम नहीं करने चाहिए इन हिंदी

गरुड़ पुराण में स्त्री को अपने पति से अधिक समय तक दूर रहने की भी मनाही है। ऐसी स्थिति परिवार और उनके रिश्ते के लिए कई परेशानियां खड़ी कर देती है। किसी भी स्त्री को अपने पति से अकारण अधिक समय तक दूर नहीं रहना चाहिए। इस वजह से आपके जीवनसाथी मानसिक रूप से कमजोर हो सकते हैं। इतना ही नहीं अगर कोई महिला बिना वजह अपने पति से दूर रहती है तो उसे समाज में सम्मान नहीं मिलता है।

गरुड़ पुराण में बताया गया है कि महिलाओं को हर व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को कटु वचन कदापि न बोलें। छोटा हो या बड़ा सभी से अच्छे से बात करनी चाहिए। कभी भी किसी के लिए गलत शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

विवाह के बाद स्त्री के पति का घर ही उसका घर होता है। ऐसे में महिलाओं को ज्यादातर समय अपने घर पर ही रहना चाहिए, जो महिलाएं दूसरों के घरों में रहती हैं, उनकी घर में इज्जत कम हो जाती है और परिवार वालों के साथ तनाव भी बढ़ जाता है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि शादी के बाद महिलाएं अपने घर में ही रहें।

पुरुष के साथ अनजान जगहों, सुनसान जगहों, खाली घरों में जाने से महिलाओं को परहेज करना चाहिए। यदि मनुष्य की नीयत बदल जाए तो वह बड़ा नुकसान कर सकता है।

मनुष्य को हमेशा अपने चरित्र को स्वच्छ रखना चाहिए और विशेष रूप से बुरे चरित्र वाले लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। खासकर महिलाओं को इसका खास ख्याल रखना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार महिलाओं को बुरी संगति वाले लोगों से दूर रहना चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों की संगति का आपके जीवन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

गरुड़ पुराण स्त्री के बारे में (Garuda Purana Patni Ke Baare Mein)

गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्री का सबसे बड़ा गुण पतिव्रता है और पत्नी को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पति के होते हुए वह किसी दूसरे पुरुष से संबंध न बनाए। जो पत्नी केवल अपने पति से प्यार करती है और अपने पति के अलावा किसी और के बारे में सोचती नहीं है, ऐसी पत्नी का पति बहुत भाग्यशाली माना जाता है।

जो स्त्री घर को साफ रखती है और मेहमानों का सम्मान करती है वह न केवल अपने पति के लिए बल्कि पूरे परिवार के लिए भाग्यशाली होती है। कम साधनों से घर चलाने वाली स्त्री सुशील कहलाती है और माँ लक्ष्मी उस पर प्रसन्न होती हैं। जिससे घर में बरकत बनी रहती है।

ऐसी पत्नी अपने पति के लिए बहुत भाग्यशाली मानी जाती है, जो पति के साथ-साथ उसके परिवार का भी सम्मान करती है। पत्नी में संयम और मधुर वाणी की उपस्थिति प्रसन्नता का कारण बनती है।

गरुड़ पुराण के अनुसार जो पत्नी अपने पति की सही बातों पर चलना सिखाती है और गलत आदतों और रास्तों पर चलने से रोकती है। वह सुलक्षणा मानी जाती हैं। साथ ही जो पत्नी अपने पति को कष्ट न दे। ऐसी महिला को अपने पति का प्यार और सम्मान दोनों मिलता है।

एक अच्छी पत्नी पति के जीवन को स्वर्ग बना सकती है, जबकि पत्नी आदर्श न हो तो जीवन नर्क बन सकता है। हालाँकि आदर्शवादी होना पत्नी तक ही सीमित नहीं है। पति भी सर्वगुण सम्पन्न होना चाहिए। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जब मनुष्य सौ अच्छे कर्म करता है तो उसे आदर्श पत्नी मिलती है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्रियों को कभी 4 काम नहीं करने चाहिए के अलावा गरुड़ पुराण स्त्री के बारे में भी जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्रियों को कभी 4 काम नहीं करने चाहिए अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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