गरुड़ पुराण में कितने अध्याय होते हैं – हिन्दू धर्म के 18 महापुराणों में गरुड़ पुराण का अपना विशेष महत्व है। इसके अधिपति भगवान श्रीहरि विष्णु हैं। गरुड़ पुराण सनातन हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। आमतौर पर लोग गरुड़ पुराण को किसी की मृत्यु के बाद पढ़े जाने वाला ग्रंथ मानते हैं। लेकिन गरुड़ पुराण के 16 अध्यायों में पाप और पुण्य, जीवन और मृत्यु, नरक और पुनर्जन्म का उल्लेख है।
इसके अलावा गरुड़ पुराण के अन्य अध्याय नीति, नियम, ज्ञान और धर्म आदि से संबंधित हैं। जो व्यक्ति गरुड़ पुराण में बताई गई बातों को अपने जीवन में अपनाता है, वह सुखी जीवन व्यतीत करता है।
आज के इस लेख में हम आपको गरुड़ पुराण में कितने अध्याय है, गरुड़ पुराण मरने के बाद क्या होता है आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है –
गरुड़ पुराण में कितने अध्याय होते हैं (Garud Puran Mein Kitne Adhyay Hote Hain)
गरुड़ पुराण में 289 अध्याय हैं जो पूर्वखंड और उत्तरखंड दो भागों में विभाजित हैं।पूर्वखण्ड में जीव और जीवन के संबंध में 240 अध्याय हैं। जबकि उत्तराखंड में 49 अध्याय हैं जो मृत्यु के बाद आत्मा की गति और उसके कर्मकाण्डो से संबंधित हैं।
गरुड़ पुराण में कुल 19 हजार श्लोक हैं। हालाँकि, वर्तमान पांडुलिपियों में केवल 18 हजार श्लोक ही उपलब्ध हैं।
अग्निपुराण के बाद गरुड़ पुराण की रचना हुई। कहा जाता है कि गरुड़ पुराण की कथा सबसे पहले गरुड़ जी ने भगवान श्री विष्णु जी से सुनी और फिर अपने पिता महर्षि कश्यप को सुनाई।
गरुड़ पुराण मरने के बाद क्या होता है / मृत्यु के बाद क्या होता है गरुड़ पुराण?
गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार दंड मिलता है। मरने के बाद सबसे पहले आत्मा को उसके पाप कर्मों के अनुसार नर्क में सजा मिलती है। गरुण पुराण में कर्मों के आधार पर स्वर्ग और नर्क का एक-एक करके विस्तार से वर्णन किया गया है। साथ ही इसके बाद जब उसके अगले जन्म का समय आता है तो उसे अगला जन्म भी उसके कर्मों के आधार पर मिलता है।
गरुण पुराण में मृत्यु से पहले और बाद की स्थिति का वर्णन किया गया है। इसीलिए यह पुराण मृतक को सुनाया जाता है।
मृतक 13 दिनों तक अपने प्रियजनों के बीच रहता है। इस दौरान गरुड़ पुराण का पाठ करने से उसे स्वर्ग-नरक, गति, सद्गति, अधोगति, दुर्गति आदि गतियों का ज्ञान हो जाता है।
आगे की यात्रा में उसे किन चीजों का सामना करना पड़ेगा और वह किस लोक का भ्रमण कर सकता है, यह सब उसे गरुड़ पुराण सुनने से पता चल जाता है।
जब मृत्यु के बाद घर में गरुड़ पुराण का पाठ किया जाता है, तो इस बहाने मृतक के परिवार वालों को यह पता चल जाता है कि पाप क्या है और किस तरह के कर्मों से मोक्ष मिलता है।
गरुड़ पुराण हमें अच्छे कर्मों के लिए प्रेरित करता है। अच्छे कर्मों और ज्ञान से ही मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।
गरुड़ पुराण में व्यक्ति के कर्मों के आधार पर सजा के तौर पर विभिन्न नरकों का वर्णन किया गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार भगवान विष्णु ने इस बात का उत्तर दिया है कि कौन सी चीजें व्यक्ति को मोक्ष की ओर ले जाती हैं।
गरुड़ पुराण में हमारे जीवन से जुड़ी कई रहस्यमयी बातें बताई गई हैं। जिसके बारे में व्यक्ति को जरूर पता होना चाहिए। आत्मज्ञान की चर्चा गरुड़ पुराण का मुख्य विषय है। गरुड़ पुराण के उन्नीस हजार श्लोकों में से शेष सात हजार श्लोकों में ज्ञान, धर्म, नीति, रहस्य, व्यावहारिक जीवन, आत्म, स्वर्ग, नर्क और अन्य लोकों का वर्णन मिलता है।
इसमें भक्ति, ज्ञान, त्याग, सदाचार, निःस्वार्थ कर्म की महिमा के साथ-साथ सभी सामान्य जनों को यज्ञ, दान, तप, तीर्थयात्रा आदि शुभ कर्मों में प्रेरित करने के लिए अनेक लौकिक एवं पारलौकिक फलों का वर्णन किया गया है। इन सभी बातों को जानकर मृतक और उसका परिवार अपनी जिंदगी को खूबसूरत बना सकता है।
इसके अलावा इसमें आयुर्वेद, नीतिसार आदि विषयों के वर्णन के साथ-साथ मृत शरीर के अंतिम क्षणों में की जाने वाली क्रियाओं का भी विस्तार से वर्णन किया गया है।
कहा जाता है कि गरुड़ पुराण का पाठ सुनने मात्र से ही मृत आत्मा को शांति मिलती है और मोक्ष का मार्ग पता चल जाता है। वह अपने सभी दुखों को भूलकर ईश्वर के मार्ग पर चलकर मोक्ष प्राप्त करता है और या तो पितृ लोक में चला जाता है या फिर मनुष्य योनि में जन्म लेता है। उसे भूत बनकर भटकना नहीं पड़ता।
FAQs
गरुड़ पुराण कितने दिन सुनना चाहिए?
गरुड़ पुराण 13 दिन सुनना चाहिए।
गरुड़ पुराण में कुल कितने श्लोक हैं?
गरुड़ पुराण में 19 हजार श्लोक हैं।
क्या गरुड़ पुराण घर में रख सकते हैं?
हाँ, गरुड़ पुराण घर में रख सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusions)
आज के इस लेख में हमने आपको गरुड़ पुराण में कितने अध्याय है, गरुड़ पुराण मरने के बाद क्या होता है आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख गरुड़ पुराण के कितने अध्याय हैं (Garud Puran Mein Kitne Adhyay Hote Hain) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।