भारत के त्योहार (National Festival Of India In Hindi) – India Festival In Hindi

Religious Festival In Hindi – भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहां साल भर त्योहार मनाए जाते हैं। भारत त्योहारों और मेलों का देश है। यहां हर रोज त्यौहार मनाए जाते हैं और हर त्योहार का अपना महत्व है। भारत एक ऐसा देश है जहां फसलों की कटाई के लिए, वर्षा ऋतु या पूर्णिमा के स्वागत के लिए भी त्योहार मनाए जाते हैं। भारत में साल के 12 महीने कोई न कोई त्योहार आता रहता है। त्योहारों का हमारे जीवन में बहुत ही खास महत्व है। यह हमारे जीवन में उमंग और उत्साह का संचार करते है। तो आइये जानते है भारत के त्योहार (Hindi Festival) –

भारत के त्योहार (India Festival In Hindi)

तारीख़ त्यौहार
15 जनवरी 2023 मकर संक्रंति/ पोंगल
26 जनवरी 2023 बसंत पंचमी
18 फरवरी 2023 महाशिवरात्रि
08 मार्च 2023 होली
22 मार्च 2023 चैत्र नवरात्रि
30 मार्च 2023 राम नवमी
22 अप्रैल 2023 अक्षय तृतीया
21 अगस्त 2023 नाग पंचमी
30 अगस्त 2023 रक्षा बंधन
07 सितंबर 2023 जन्माष्टमी
19 सितंबर 2023 गणेश चतुर्थी
15 अक्टूबर 2023 शरद नवरात्रि
24 अक्टूबर 2023 दशहरा
01 नवंबर 2023 करवा चौथ
10 नवंबर 2023 धनतेरस
12 नवंबर 2023 दिवाली
19 नवंबर छठ पूजा
25 दिसंबर 2023 क्रिसमस

भारत के राष्ट्रीय त्योहार (National Festival Of India In Hindi)

  • होली
  • रक्षाबंधन
  • दिवाली
  • नवरात्रि
  • दुर्गा पूजा
  • दशहरा
  • जन्माष्टमी
  • क्रिसमस
  • ओणम
  • बैसाखी
  • पोंगल
  • बिहू
  • लोहड़ी
  • गुरुपुरबी
  • छठ पूजा
  • गणेश चतुर्थी
  • मकर संक्रांति
  • महाशिवरात्रि
  • गुरु नानक जयंती
  • ईद उल फितर

कुछ त्योहारों के बारे में जानकारी (Information About Festivals In Hindi)

मकर संक्रांति – मकर संक्रांति का पर्व पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हालांकि देश के अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। हर साल यह पर्व 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने दिन की शुरुआत सुबह गंगा स्नान से करते हैं। उत्तर प्रदेश में इसे खिचड़ी पर्व कहते हैं, इस दिन सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं।

बसंत पंचमी – भारत में बसंत पंचमी के पर्व की एक अलग ही मान्यता है, क्योंकि यह पर्व ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा, आराधना की जाती है। बसंत पंचमी के इस पर्व को श्री पंचमी और ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है. यह प्रमुख त्योहार जनवरी या फरवरी के महीने में मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व माघ मास की शुक्ल पंचमी के दिन आता है।

महा शिवरात्रि – महाशिवरात्रि का पर्व हिन्दू धर्म के लोगों का एक प्रमुख पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखने के साथ ही नए वस्त्र पहनकर भगवान शिव की पूजा करते हैं। यह व्रत स्त्रियों के लिए विशेष माना जाता है। मान्यता है कि अगर कोई कन्या इस दिन व्रत करती है तो उसका विवाह बहुत जल्दी हो जाता है।

होली – होली के त्योहार को रंगों का त्योहार कहा जाता है, यह एक ऐसा त्योहार है जिसमें हर उम्र के लोग मस्ती में हिस्सा लेते हैं। होली का त्योहार रंगों का ही नहीं बल्कि भाईचारे और स्नेह का भी प्रतीक है। हर साल यह पर्व फाल्गुन (मार्च) के महीने में मनाया जाता है।

रामनवमी – राम नवमी का पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी (अप्रैल) को मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि रावण के अत्याचारों को समाप्त करने के लिए भगवान विष्णु ने इसी दिन भगवान राम के रूप में अवतार लिया था। भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार हैं।

बैसाखी – बैसाखी का त्यौहार सिखों का प्रमुख त्यौहार है, यह त्यौहार हर साल अप्रैल के महीने में मनाया जाता है। इस दिन पुरुष और महिलाएं रंग बिरंगे कपड़े पहनते हैं और भांगड़ा जैसे पारंपरिक लोक नृत्य करते हैं। इसके साथ ही कुश्ती, संगीत प्रदर्शन आदि का भी आयोजन किया जाता है।

ईद – ईद का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों का बहुत बड़ा त्योहार होता है। रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे एक महीने का उपवास रखते हैं, जिसे रोजा कहा जाता है. मुस्लिम समुदाय के अनुसार इस महीने में इस रस्म को करने से पूरा जीवन सुख-शांति से बीत जाता है।

रक्षाबंधन – रक्षाबंधन के इस पावन पर्व की मान्यता हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। मुख्य रूप से यह पर्व भाई-बहनों का पर्व है। हर साल यह पर्व श्रावण मास (अगस्त) की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस पर्व का संबंध भाई-बहन के रिश्ते से है, इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और भाई अपनी बहन को रक्षा का वचन देते है।

जन्माष्टमी – कृष्ण जन्माष्टमी सभी हिंदू त्योहारों की तरह ही महत्वपूर्ण है। यह पर्व हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ता है। विदेशों में बसे भारतीय भी इस पर्व को पूरी आस्था और उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था। कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है।

गणेश चतुर्थी – गणेश चतुर्थी भी हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस पर्व को भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दौरान लोग अपने घरों और मुहल्लों में बप्पा की मूर्तियों की स्थापना करते हैं, यह उत्सव लगभग 9 से 11 दिनों तक चलता है।

नवरात्रि – हिन्दू धर्म में नवरात्रि का बहुत ही प्रमुख स्थान है। नवरात्रि का त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है, पहला चैत्र (मार्च/अप्रैल) के महीने में और दूसरा आश्विन (सितंबर/अक्टूबर) के महीने में। यह पवित्र त्योहार पूरे भारत में अपनी-अपनी संस्कृति और परंपरा के अनुसार मनाया जाता है। इस पर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, साथ ही कन्या पूजन का भी विशेष महत्व है।

दशहरा – दशहरा हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है, इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार दिवाली से ठीक 20 दिन पूर्व अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है।

करवा चौथ – करवा चौथ का पर्व खासकर सुहागिन महिलाओं का पर्व होता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जल व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं और चंद्रमा को देखकर व्रत तोड़ती हैं।

धनतेरस – हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है और दिवाली की शुरुआत धनतेरस के पवित्र त्योहार से होती है। कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन नए बर्तन, गहने खरीदना शुभ माना जाता है।

दीपावली – दिवाली हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है, इस त्योहार को पूरे भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली का यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली को रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। भगवान श्री रामचंद्र जी इसी दिन 14 वर्ष का वनवास काटकर और असुर राजा रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको भारत के त्योहार (Religious Festival In Hindi) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख हिंदी फेस्टिवल (Hindi Festival) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

Leave a Comment

You cannot copy content of this page