Father’s Day Kab Ka Hai 2024 | Father Day Kab Ka Hai 2024: हम बचपन से देखते आ रहे हैं कि पिता अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए जीवन भर कड़ी मेहनत करते हैं। बच्चों को एक सफल जीवन देने के लिए कभी-कभी उन्हें सख्त भी होना पड़ता है, लेकिन सच्चाई यह है कि वे यह सब बच्चों के भविष्य को संवारने लिए ही करते हैं। हमारे समाज में पिता के परिचय को एक कठोर व्यक्तित्व के रूप में जाना जाता है, लेकिन यह भी सच है कि उनमें एक माँ की तरह बहुत ही कोमल मन का वास होता है।
खुशी हो या दुख, हमारे माता-पिता हमारे साथ खड़े होते हैं। जहां मां के प्यार की छाया हमें शांति देती है, वहीं पिता का संरक्षण हमें सुरक्षित महसूस कराता है। हालांकि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बच्चों के पास अपने माता-पिता के लिए समय नहीं है। इसका परिणाम कई बार यह होता है कि कम्युनिकेशन गैप की वजह से हमारे रिश्ते में तनाव पैदा होने लगता है और दूरियां बढ़ने लगती हैं। लेकिन रिश्तों को बनाए रखने और उनमें मिठास बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम अपने माता-पिता का ख्याल रखें। फिर भी अक्सर मां के साथ कुछ समय बिताने का मौका मिल जाता है, लेकिन पिता की व्यस्तता और बच्चों के खुद के काम, पढ़ाई, नौकरी आदि में व्यस्त रहने के कारण कई बार उनके साथ समय बिताने का भी समय नहीं मिल पाता है। ऐसे में कुछ बदलाव करके और फुर्सत के पल निकालकर अपने पिता के साथ कीमती पल बिताएं। ताकि आपका रिश्ता और मजबूत हो।
यह दिन पिता को समर्पित है। यह दिन पिता के बलिदान और उनके प्यार के प्रति बच्चों के पालन-पोषण में निभाई जाने वाली अहम भूमिका के लिए सम्मान दिखाने का अवसर देता है।
फादर्स डे हर साल जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। मां की तरह पिता का भी हमारे जीवन में महत्व कम नहीं है। यही कारण है कि जिस तरह हम हर साल मां के प्रति सम्मान दिखाने के लिए मदर्स डे मनाते हैं। उसी तरह हर साल जून के तीसरे रविवार को पिता के प्रति आभार प्रकट करने के लिए फादर्स डे मनाया जाता है। यह दिन पिता को समर्पित है। यह दिन पिता को समर्पित है। यह दिन पिता के बलिदान और उनके प्यार के प्रति बच्चों के पालन-पोषण में निभाई जाने वाली अहम भूमिका के लिए सम्मान दिखाने का अवसर देता है। और यही कारण है कि इस दिन को पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। बच्चों के जीवन में पिता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। पिता अपने बच्चों के रोल मॉडल होने के साथ-साथ उनके रक्षक भी होते हैं। उनका संरक्षण बच्चों को सुरक्षित महसूस कराता है।
इस साल 16 जून को मनाया जाएगा फादर्स डे
इस बार फादर्स डे 16 जून को मनाया जाएगा। यह दिन पिता के महत्व को दर्शाता है और इस खास दिन पर बच्चे पिता के प्रति अपना सम्मान दिखाते हैं। पिता हर बच्चे के लिए हीरो होता है। यही वजह है कि बच्चे इस दिन को खास तरीके से मनाते हैं। कोई अपने पिता के साथ समय बिताकर इस दिन को सेलिब्रेट करता है तो कोई इस खास मौके पर अपने पिता से केक कटवाता है और पिता को तोहफे दिए जाते हैं। वैसे तो इस खास दिन पर कुछ लोग घूमने आदि का भी कार्यक्रम बनाते हैं। लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए इसे घर में मनाया जाए तो सुरक्षा के लिहाज से बेहतर होगा।
फादर्स डे का विशेष है महत्व
जिस तरह बच्चों के जीवन में मां का बहुत महत्व होता है, उसी तरह पिता भी हर बच्चे के लिए बेहद खास होता है। पिता हमारे निर्माता और पालन-पोषण करने वाले हैं। पिता अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। पिता का सपना बच्चों के बेहतर भविष्य की कामना है। इसके लिए वे कितने प्रयास करते हैं? हालांकि पिता के महत्व को चंद शब्दों में बयां करना संभव नहीं है।
फादर्स डे का इतिहास
फादर्स डे क्यों मनाया जाता है। इस पर इतिहासकार एकमत नहीं हैं। कुछ का कहना है कि फादर्स डे पहली बार 1907 में वर्जीनिया में मनाया गया था। वहीं, कुछ का मानना है कि फादर्स डे सबसे पहले वाशिंगटन में 19 जून 1910 को मनाया गया था। वहीं कहा जाता है कि 1924 में अमेरिकी राष्ट्रपति केल्विन कोली ने फादर्स डे पर अपनी सहमति दी। इसके बाद 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाने की आधिकारिक घोषणा की। तभी से यह जून के तीसरे रविवार को मनाया जाने लगा।
एक मत ये भी है कि कि सोनोरा स्मार्ट डोड नाम की महिला ने इस खास दिन को सेलिब्रेट करना शुरू किया था। उनका पालन-पोषण उनके पिता ने पांच अन्य बच्चों के साथ सिंगलपैरेंट के रूप में किया था। उनकी मंशा पुरुषों के लिए मातृ दिवस के आधिकारिक समकक्ष की थी। 20 जून 1910 को वाशिंगटन ने इस दिन को फादर्स डे घोषित किया, लेकिन 1 मई 1972 को राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने फादर्स डे को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया। पहला आधिकारिक फादर्स डे कार्यक्रम 18 जून 1972 को मनाया गया था।
ये 5 बाते आपके पिता के साथ आपके रिश्ते को बनाएंगी मजबूत
मॉर्निंग वॉक के बहाने करीब आएं – अक्सर हमें अपने पिता के साथ समय बिताने का मौका कम ही मिलता है। इस व्यस्त जीवन में कई बार हमारे पास समय नहीं होता है तो कई बार हमारे पिता को अपनी जिम्मेदारियों आदि से कम समय मिलता है। ऐसे में सबसे अच्छा समय सुबह का होता है जब आप कुछ समय निकाल सकते हैं। अगर आपके पिता मॉर्निंग वॉक पर नहीं जाते हैं तो उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करें, ताकि उनका स्वास्थ्य स्वस्थ रहे। वहीं अगर उन्हें मॉर्निंग वॉक की आदत है तो उनके साथ वक्त बिताने का ये आपके लिए एक खूबसूरत बहाना बन सकता है। इसलिए इस बहाने अपने पिता के साथ कुछ समय जरूर बिताएं।
कम्युनिकेशन गैप न होने दें – अगर आप लॉकडाउन या कोरोना काल में अपने घर में ज्यादा समय बिता रहे हैं तो इसका पूरा फायदा आप अपने पिता के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में उठा सकते हैं। अक्सर बढ़ते बच्चों और माता-पिता के बीच कुछ बातों को लेकर तनाव पैदा हो जाता है। ऐसे में जब आप घर में ज्यादा समय बिता रहे हैं तो इस समय अपने रिश्ते के कम्युनिकेशन गैप को दूर करने की कोशिश करें।
सेहत पर पूरा ध्यान दें – बढ़ती उम्र में माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है। ऐसे में उनकी सेहत का पूरा ख्याल रखें। उनकी दवाएं और नुस्खे आदि व्यवस्थित रखें ताकि जब भी जरूरत हो उन्हें ढूंढने या डॉक्टर को दिखाने में कोई परेशानी न हो। आप कागजी कार्रवाई में उनकी मदद करके भी उनकी मदद कर सकते हैं।
वही करें जो आप दोनों को दिलचस्प लगे – कई बार पिता और बच्चे के रिश्ते में खटास आ जाती है। खासकर तब जब दोनों की रुचियां अलग-अलग हों। लेकिन थोड़े से प्रयास से आप कुछ ऐसा कर सकते हैं जो आप दोनों को दिलचस्प लगे। यानी पिता को जो अच्छा लगे उसकी तारीफ करें। अगर उन्हें कोई खेल पसंद है, तो इस बहाने उनके साथ समय बिताएं। सामान्य हितों के कारण जहां आप करीब आएंगे, पिता के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे। उदाहरण के लिए, यदि आपके पिता को बागवानी या खाना बनाना पसंद है, तो आप इसमें उनकी मदद कर सकते हैं। साथ ही अपनी पसंद की किताबों पर भी चर्चा कर सकते हैं।
भावनाओं का रखे ख्याल – सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जब भी किसी बात को लेकर आपके माता-पिता या पिता के बीच मतभेद हो तो उस पर प्रतिक्रिया देने से बचना चाहिए। अगर कुछ कहना ही है तो कुछ समय बाद विनम्रता से अपनी बात रखें। लेकिन अगर आप उस समय उग्र हो जाते हैं तो इससे आपके पिता का मन आहत होगा। वैसे भी वे केवल बच्चों का हित चाहते हैं, इसलिए उनकी भावनाओं का भी पूरा ख्याल रखें।
पिता को दें ये खास तोहफा
इस खास दिन पर आप अपने पिता को एक खूबसूरत कॉफी मग गिफ्ट कर सकते हैं। इस पर आप अपने पिता की तस्वीरें लगा सकते हैं या उनके लिए एक प्यारा सा संदेश भी लिख सकते हैं।
यदि आपके पिता बहुत अधिक व्यवसाय यात्रा करते हैं और उन्हें कई क्रेडिट, डेबिट और विजिटिंग कार्ड ले जाने पड़ते हैं, तो आपको उनके लिए रिज वॉलेट खरीदना चाहिए। यह एक सेफ लॉकर इलेक्ट्रिक गैजेट की तरह काम करता है जिसमें आप पिन जनरेट करके इसे अपने मोबाइल से कनेक्टेड रख सकते हैं। इसे चुराना लगभग असंभव है। आप इसे ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
यह भी आपके पिता के लिए एक काम का उपहार है। वे इसे रोजाना इस्तेमाल कर सकेंगे। आप ऐसे ग्रूमिंग सेट ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसमें रेज़र से लेकर ट्रिमर, आवश्यक तेल, शेविंग क्रीम, बाम और ब्रश शामिल हैं।
फादर्स डे पर, आप अपने पिता को एक सुंदर कस्टम फैमिली पोट्रेट बनवाकर दे सकते हैं। आप इसे ऑनलाइन साइट की मदद से भी कर सकते हैं।
अभी फिटनेस लोगों की जरूरत बन गई है। ऐसे में स्मार्ट वॉच आपको एक्टिव रखने में काफी मददगार साबित होती है। ऐसे में पिता के लिए स्मार्ट घड़ी खरीदें और उन्हें गिफ्ट करें।
अपने पिता को ऐसे कराए स्पेशल फील, अपनाएं ये तरीके
आप घर पर परिवार वालों के साथ सरप्राइज पार्टी जरूर कर सकते हैं। इस मौके पर आप फादर्स डे स्पेशल डेकोरेशन कर सकते हैं। पापा की पसंद का थीम मेन्यू बना सकते हैं, एक प्यारा सा लेटर लिख सकते हैं जिसमें आप परिवार के अन्य सदस्यों की भी मदद ले सकते हैं। सभी अच्छी तरह से तैयार होकर लंच और डिनर एक साथ करें और फोटो वीडियो लेना न भूलें। निश्चित रूप से आपके पिताजी विशेष महसूस करेंगे।
क्या होगा अगर आप घर पर थिएटर का आनंद लेते हैं? अगर आपके पिता को फिल्में देखना पसंद है, तो साथ में उनकी पसंदीदा फिल्में देखें और पॉपकॉर्न का आनंद लें। घर पर बने कई तरह के स्नैक्स (snacks) और मॉकटेल (mocktails) का एक साथ लुत्फ उठा सकते है।
यदि आपके पिता को खेलकूद पसंद है, तो अपने घर के बैकयार्ड या घर में परिवार के सभी सदस्यों के साथ खेल प्रतियोगिता का आयोजन करें। इसमें विजेता और उपविजेता के लिए पुरस्कार तय करें। यह निश्चित रूप से एक मजेदार और यादगार पल होगा।
अक्सर पिता अपने जीवन में इतने व्यस्त होते हैं कि वे अपने शौक की चीजें नहीं खरीद पाते हैं। इतना ही नहीं Life Time वे खुद से अधिक बच्चों की पसंद का ख्याल रखते हैं। ऐसे में इस दिन आप उनकी पसंद की चीजों की लिस्ट बनाकर उन्हें उपहार में दें। ये तोहफे उन्हें भावुक कर सकते हैं।
आज के बिजी शेड्यूल में लोगों के पास एक-दूसरे के लिए वक्त नहीं है। ऐसे में अगर आप एक दिन पिता के नाम कर देते हैं तो आपके पिता के लिए इससे बेहतर तोहफा कुछ नहीं हो सकता। आप ऑफिस से एक दिन की छुट्टी लें और अपने पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं। आज के दिन उनकी जरूरतें जानिए। अगर उनका कोई काम अटका हुआ है तो उसे पूरा करें। यदि आप अलग फ्लैट में रहते हैं तो फादर्स डे के दिन जल्दी अपने पिता के घर जाएं और उनका सारा काम अपने हाथों से करें। यकीन मानिए आपके पापा के लिए इससे अच्छा पल और कुछ नहीं हो सकता।
बढ़ती उम्र में रखें पिता की सेहत का ख्याल, डाइट में शामिल करें ये चीजें
आहार में मछली और अंडे शामिल करें – बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए युवाओं से ज्यादा विटामिन डी और कैल्शियम की जरूरत होती है। इसलिए बढ़ती उम्र में आहार में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ, कम वसा वाले और वसा रहित डेयरी उत्पाद, जैसे दूध और दही आदि शामिल करें। साथ ही, खाद्य पदार्थों में वसायुक्त मछली, जैसे सैल्मन और अंडे का सेवन करें। जो विटामिन डी प्रदान करते हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में अमीनो एसिड, प्रोटीन और विटामिन डी होता है। जिससे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और याददाश्त भी बढ़ती है।
फल और हरी सब्जियां बहुत जरूरी – बढ़ती उम्र के साथ फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, पालक, पत्ता गोभी आदि को आहार में शामिल करना चाहिए। उम्र के साथ शरीर में जिन पोषक तत्वों की कमी होती है, उनकी आपूर्ति उनके द्वारा ही की जाती है। इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे मैग्नीशियम, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से आंखों की रोशनी बढ़ती है और सेहत अच्छी बनी रहती है।
चाय और कॉफी का सेवन कम करें – चाय, कॉफी का ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। इसलिए बढ़ती उम्र में चाय, कॉफी और शराब आदि के सेवन से बचना चाहिए। वहीं अधिक नमक वाली चीजें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा देती हैं। इसलिए उन चीजों को खाने से बचें जिनमें नमक की मात्रा अधिक हो। साथ ही अधिक मसाले वाला खाना कम लें।
मोटे अनाज खाये – जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इसकी पूर्ति मोटे अनाज से होगी। इसलिए अपने आहार में मोटे अनाज जैसे बाजरा, दलिया, ब्राउन राइस आदि को शामिल करें। मोटे अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं। इससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
समय-समय पर आवश्यक जांच करवाएं – इसके अलावा अपने पिता के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें और इस संबंध में डॉक्टर को दिखाकर समय-समय पर शरीर की जांच भी कराते रहना चाहिए। जिससे आपको स्वास्थ्य के बारे में पता चल सके। इस उम्र में ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़ी बीमारियां बढ़ने लगती हैं। साथ ही बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों में समस्या होने लगती है। इसलिए अपनों के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखें।