एकादशी व्रत में केला खाना चाहिए या नहीं – हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। साल में 24 एकादशियां व्रत आते हैं, जिनमें से 26 एकादशियां अधिकमास के होने पार आती हैं। हर माह 2 एकादशियां होती हैं। एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। कहा जाता है कि जो व्यक्ति पूरे विधि-विधान से एकादशी का व्रत रखता है, उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे व्यक्ति के घर में धन और अन्न की कोई कमी नहीं होती है।
लेकिन क्या आप जानते है एकादशी व्रत में केला खाना चाहिए या नहीं, एकादशी व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –
एकादशी व्रत में केला खाना चाहिए या नहीं (Ekadashi Vrat Me Kela Khana Chahiye Ya Nahi)
एकादशी व्रत में केला खा सकते है। केला फलाहार में आता है और व्रत के दिन इसे खाने से कोई दिक्कत नहीं होती है। भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत के दौरान केला, आम, अंगूर आदि के साथ बादाम, पिस्ता आदि सूखे मेवे का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा चीनी, कुट्टू, आलू, साबूदाना, शकरकंद, जैतून, नारियल, दूध, बादाम, अदरक, काली मिर्च, सेंधा नमक आदि का सेवन कर सकते हैं।
एकादशी व्रत के नियम (Ekadashi Vrat Ke Niyam Hindi Me)
- एकादशी के दिन नियम और संयम से व्रत करने के बाद अगले दिन पारण में विशेष चीजों का ही सेवन करने का नियम है।
- एकादशी के दिन किसी पर गुस्सा या क्रोध नहीं करना चाहिए। इस दिन केवल मीठे वचन ही बोलने चाहिए।
- भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय है, उनकी पूजा में तुलसी की पूजा अवश्य की जाती है। एकादशी का व्रत तुलसी के पत्तों से खोलना चाहिए।
- एकादशी का व्रत करने वालों को दशमी के दिन से तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
- एकादशी व्रत के दिन चावल नहीं खाना चाहिए। एकादशी व्रत के दिन किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करना चाहिए।
- एकादशी व्रत के पारण के दिन हमेशा ध्यान रखें कि सात्विक भोजन ही करें। भोजन में मूली, बैंगन, दाल, लहसुन, प्याज को भूलकर भी शामिल नहीं करना चाहिए।
- एकादशी का व्रत सूर्योदय के बाद ही खोलना चाहिए। रात्रि के समय पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए तथा भोग-विलास से दूर रहना चाहिए।
- एकादशी व्रत के दिन स्नान करके गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए।
एकादशी व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं (Ekadashi Vrat Me Kya Kha Sakte Hai Aur Kya Nhi)
एकादशी व्रत में फल के रूप में शकरकंद, कुट्टू, आलू, साबूदाना, नारियल, काली मिर्च, सेंधा नमक, दूध, बादाम, अदरक, चीनी आदि खा सकते हैं। इसके अलावा आप केला, आम, अंगूर, बादाम, पिस्ता आदि का सेवन कर सकते हैं। वहीं, एकादशी का व्रत रखने वालों को दशमी के दिन से मांस, लहसुन, प्याज, दाल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा व्रत करने वाले व्यक्ति को इस दिन गाजर, जौ, बैंगन, सेम, शलजम, पालक, पत्तागोभी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
एकादशी व्रत में क्या करना चाहिए और क्या नहीं (Ekadashi Vrat Me Kya Karna Chahiye Aur Kya Nahi)
इस दिन किसी भी पेड़ के फूल और पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। इस दिन पेड़ों से पत्ते तोड़ना भी वर्जित है; तथा गिरे हुए पत्तों का सेवन करना भी वर्जित है।
बाल काटना और नाखून काटना भी निषिद्ध है। कहा जाता है कि ऐसा करने से धन की हानि होती है और इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और घर में अशांति रहती है।
एकादशी के दिन ज्यादा बोलना भी वर्जित है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ज्यादा बोलने पर कभी-कभी मुंह से कड़वे शब्द निकल जाते हैं। जिसके परिणामस्वरूप एकादशी का व्रत पूरा नहीं होता है।
एकादशी व्रत के दिन जुआ नहीं खेलना चाहिए। एकादशी की रात को सोना नहीं चाहिए बल्कि पूरी रात भगवान का स्मरण करना चाहिए।
एकादशी के दिन दान-पुण्य करना चाहिए। इस दिन गरीबों को खाना खिलाने और दान करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है और घर में समृद्धि आती है।
एकादशी व्रत और पूजा के दौरान पीले वस्त्र पहनने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु को पीला रंग पसंद है और इस रंग के कपड़े पहनने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है।
सुबह-सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए, इससे सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको एकादशी व्रत में केला खाना चाहिए या नहीं, एकादशी व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख एकादशी व्रत में केला खाना चाहिए या नही अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।