Credit Card Kya Hai In Hindi: बहुत से लोगो ने क्रेडिट कार्ड के बारे में तो सुना तो होता है लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता की क्रेडिट कार्ड होता क्या है।
दरसल क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का लोन कार्ड (उधार कार्ड) है। जिसके आधार पर आप खरीदारी कर सकते हैं और बिल का भुगतान कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान देय तिथि तक किया जा सकता है।
आज के इस लेख में हम आपको क्रेडिट कार्ड से सम्बंधित सभी जानकारी देने वाले है इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे।
तो आइये शुरू करते है और जान लेते है की क्रेडिट कार्ड क्या होता है (Credit Card Kya Hota Hai In Hindi) –
क्रेडिट कार्ड क्या है? (What Is Credit Card In Hindi)
क्रेडिट कार्ड एक वित्तीय साधन (फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट) है जो बैंकों द्वारा पूर्व-निर्धारित क्रेडिट सीमा के साथ जारी किया जाता है जो आपको कैशलेस लेनदेन (ट्रांज़ैक्शन) करने की अनुमति देता है। कार्ड जारीकर्ता आपके क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री और आपकी आय के आधार पर क्रेडिट सीमा निर्धारित करता है।
क्रेडिट कार्ड वित्तीय संस्थानों (फाइनेंशियल संस्थानों) द्वारा जारी किया जाने वाला एक पतला प्लास्टिक कार्ड होता है जो आपको अपनी खरीदारी के भुगतान के लिए प्री-अप्रूव्ड सीमा से पैसे उधार लेने की अनुमति देता है।
क्रेडिट कार्ड रुपे, वीसा या मास्टरकार्ड हो सकता है। क्रेडिट कार्ड के अंदर बैंक आपको आपकी आमदनी (इनकम) के आधार पर एक निश्चित राशि की सीमा (लिमिट) देता है, जिसका इस्तेमाल आप ऑनलाइन शॉपिंग और ऑफलाइन शॉपिंग के लिए कर सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर निकाल भी सकते हैं।
अगर आप क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालते हैं तो आपको बैंक को ब्याज सहित भुगतान करना पड़ेगा, लेकिन यदि आप केवल क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं, तो आपको बैंक को कोई ब्याज नहीं देना पड़ता है, अर्थात जितने पैसे आपने खर्च किये उतने ही बैंक को आपको वापस करने पड़ते हैं।
क्रेडिट कार्ड दिखने में बिल्कुल डेबिट कार्ड (एटीएम कार्ड) की तरह होता है लेकिन यह डेबिट कार्ड से बहुत अलग होता है। डेबिट कार्ड सीधे आपके बैंक खाते से जुड़ा होता है, जिसका अर्थ है कि आपके बैंक खाते में जितना पैसा है, आप उसका उपयोग कर सकते हैं, लेकिन क्रेडिट कार्ड के मामले में ऐसा नहीं है। अगर आपके बैंक खाते में पैसा नहीं है, तब भी आप अपनी क्रेडिट सीमा के अनुसार पैसे का उपयोग कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा अपने ग्राहक को दिया जाने वाला एक ऋण है, जिसकी मदद से वे खरीदारी कर सकते हैं। और हर महीने इस कर्ज को वापस बैंक को चुकाना होता है।
क्रेडिट कार्ड सीमा क्या है? (What Is Credit Card Limit In Hindi)
क्रेडिट कार्ड की सीमा वह अधिकतम राशि है जो आप अपने कार्ड से खर्च कर सकते हैं। क्रेडिट सीमा आपके कार्ड जारीकर्ता द्वारा निर्धारित की जाती है।
क्रेडिट कार्ड का मतलब (Credit Card Meaning In Hindi)
क्रेडिट कार्ड का मतलब उधारी खाता होता है।
अगर आपके पास कैश नहीं है लेकिन आपको खरीदारी करनी है तो आप क्या करेंगे? तो इसका जवाब क्रेडिट कार्ड हो सकता है। जिनके पास क्रेडिट कार्ड होता है, वे टेंशन लेने के बजाय क्रेडिट कार्ड से बिल भर देंगे। क्रेडिट कार्ड से कैशलेस खरीदारी कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड एक उधार खाते की तरह है। इससे आप खरीदारी के बिलों का भुगतान करते रहते है और महीने के अंत में एक बार अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करते है।
उदाहरण के लिए मान लीजिए – आपके पास क्रेडिट कार्ड है जिसकी लिमिट 50000 रुपये है। और आप कोई सामान खरीदना चाहते है लेकिन अभी आपके पास पैसे नहीं है। तो आप क्या करेंगे की आप आपने क्रेडिट कार्ड लिमिट से उस बिल का भुगतान कर देंगे। और बाद में उस बिल का भुगतान जो आपने क्रेडिट कार्ड लिमिट से किया है, महीने के अंत में बैंक को कर देंगे।
नोट – क्रेडिट कार्ड लिमिट उधार दिए गए पैसे की तरह होती है, जिसका आपको बाद में भुगतान करना होता है।
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर (Difference Between Credit And Debit Card In Hindi)
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के बीच मूल अंतर यह है कि आप अपने चालू या बचत खाते से नकदी निकालने के लिए डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं। इस मामले में कोई ऋण (उधार) नहीं लिया जाता है इसलिए आपको निकाली गई राशि का पुनर्भुगतान नहीं करना पड़ता है। जबकि, क्रेडिट कार्ड में कार्ड जारीकर्ता द्वारा कार्डधारक को दिया गया क्रेडिट शामिल होता है। और आपको देय तिथि के भीतर उधार ली गई राशि चुकानी होती है।
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के बीच मुख्य अंतर यह है कि जब आप डेबिट कार्ड स्वाइप करते हैं, तो पैसे सीधे आपके बैंक खाते से कट जाते है। दूसरी ओर, क्रेडिट कार्ड से खरीदारी आपकी प्री-अप्रूव्ड सीमा से काट ली जाती है।
क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं द्वारा समय पर अपने बिलों का भुगतान नहीं करने पर ब्याज शुल्क का भुगतान करना पड़ता है, जबकि डेबिट कार्ड उपयोगकर्ता के लिए कोई ब्याज दर नहीं ली जाती है क्योंकि इसमें बैंक द्वारा कोई राशि उधार नहीं ली जाती है।
क्रेडिट कार्ड के प्रकार (Types Of Credit Card In Hindi)
शॉपिंग से लेकर बिजली बिल भरने तक हर तरह के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं, बस इनके बारे में जानना जरूरी है। आइए जानते हैं कि भारत में कितने प्रकार के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं और उनकी विशेषताएं क्या हैं –
क्रेडिट कार्ड और उनकी विशेषताएं –
ट्रैवल क्रेडिट कार्ड – ट्रैवल क्रेडिट कार्ड के होने से आप सभी एयरलाइन टिकट बुकिंग, बस और रेल टिकट बुकिंग, कैब बुकिंग और बहुत कुछ पर छूट का लाभ उठा सकते हैं। जब भी आप टिकट बुक करते हैं तो आपको कुछ प्वाइंट्स मिलते हैं जिन्हें आप बाद में रिडीम कर सकते हैं।
फ्यूल क्रेडिट कार्ड – फ्यूल क्रेडिट कार्ड की मदद से आप फ्यूल सरचार्ज छूट का लाभ ले सकते हैं, पेट्रोल पंपों द्वारा चलाए जा रहे ऑफर्स का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा आप अतिरिक्त रिवॉर्ड पॉइंट अर्जित करके साल भर में काफी पैसा बचा सकते हैं।
रिवार्ड क्रेडिट कार्ड – इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड के हर ट्रांजैक्शन के साथ कोई न कोई रिवॉर्ड जरूर मिलता है। कुछ कार्ड्स पर कैशबैक ऑफर भी मिल रहा है। अगर आप कहीं कार्ड से पेमेंट करते हैं तो आपको एक या दो फीसदी का कैशबैक मिलेगा।
शॉपिंग क्रेडिट कार्ड – शॉपिंग क्रेडिट कार्ड से खरीदारी या लेनदेन पर छूट का लाभ उठाने के लिए पार्टनर स्टोर्स पर ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी करें। इस कार्ड का उपयोग करके आप पूरे वर्ष पार्टनर स्टोर्स पर कैशबैक, डिस्काउंट वाउचर और बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं।
सुरक्षित क्रेडिट कार्ड – जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर यानी सिबिल स्कोर बहुत खराब है, उन्हें सुरक्षित क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना चाहिए। खराब क्रेडिट स्कोर वालों के लिए यह कार्ड काफी उपयोगी साबित होता है। चाहे आप एक नया खाता खोलें या ऋण के लिए आवेदन करें, आप सुरक्षित क्रेडिट कार्ड से अपना क्रेडिट स्कोर सुधार सकते हैं।
बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड – जब आप उच्च ब्याज या दंड से बचना चाहते हैं, तो आप बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड के लिए जा सकते हैं। यह आपके मौजूदा क्रेडिट कार्ड बकाया को कम करने में मददगार है। ऐसे कार्ड में आपको बकाया चुकाने के लिए 6 से 21 महीने का समय मिलता है। हां, इसका उपयोग करने के लिए आपको एकमुश्त बैलेंस ट्रांसफर शुल्क देना होगा, जो कुल राशि का 5% तक हो सकता है।
क्रेडिट कार्ड कैसे करता है काम? (How Does Credit Card Work In Hindi)
बैंक आपको क्रेडिट कार्ड तभी जारी करते हैं जब आप बैंक से कर्ज लेने के बाद कर्ज चुकाने में सक्षम होते हैं। क्रेडिट कार्ड से राशि खर्च करके, आप वास्तव में कार्ड जारी करने वाले बैंक से राशि उधार लेते हैं, जिसे आपको नियत समय में चुकाना होता है।
अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते हैं तो आपको उस पर जुर्माना देना होता है। क्रेडिट कार्ड बिल बनने और खरीदारी के बीच आपको 50-60 दिनों की ऋण मुक्त अवधि मिलती है।
क्रेडिट कार्ड कौन ले सकता है? (Who Can Take Credit Card In Hindi)
आपकी उम्र कम से कम अट्ठारह साल अवश्य होनी चाहिए। चाहे आप वेतनभोगी हों या स्व-नियोजित, आपके पास अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान करने के लिए आय का एक नियमित स्रोत होना चाहिए। आपकी क्रेडिट इतिहास यानी क्रेडिट हिस्ट्री खराब नहीं होनी चाहिए।
क्रेडिट कार्ड के फायदे (Benefits Of Credit Card In Hindi)
क्रेडिट कार्ड का बुद्धिमानी से उपयोग आपके वित्तीय जीवन को बहुत आसान बना देता है। क्रेडिट कार्ड के लाभ निम्नलिखित है –
क्रेडिट कार्ड की मदद से आप अपने नियमित खर्चों का प्रबंधन कर सकते हैं। नियमित खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से आपको उन पर नज़र रखने में भी मदद मिलती है।
डेबिट कार्ड से ऑनलाइन भुगतान करना खतरनाक साबित हो सकता है। डेबिट कार्ड से भुगतान का खतरा बड़ा है क्योंकि इससे कोई आपके बैंक खाते से जुड़ी पूरी राशि को एक बार में ही उड़ा सकता है। वापस आने में काफी समय लग सकता है। क्रेडिट कार्ड के मामले में गलती सुधारने के लिए समय मिल जाता है।
आपात स्थिति में क्रेडिट कार्ड बहुत मददगार होता है। बैंक खाते से अधिक पैसा निकालने या ऋण की प्रक्रिया में लगने वाले समय की तुलना में क्रेडिट कार्ड पैसे का सबसे आसान विकल्प है।
अगर आप क्रेडिट कार्ड से पैसा खर्च करते हैं और समय पर उसका भुगतान करते हैं तो आप बेहतर क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं। यह लंबे समय में आपकी बहुत मदद करता है, खासकर जब आप व्यवसाय ऋण या व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन करते हैं।
क्रेडिट कार्ड के होने से आपको कैशबैक और छूट प्राप्त होते है, एक्स्ट्रा बेनेफिट मिलता है, इंटरेस्ट फ्री क्रेडिट का फायदा मिल जाता है, रिवॉर्ड्स मिलते है और क्रेडिट स्कोर मजबूत होता है।
क्रेडिट कार्ड के नुकसान (Disadvantages Of Credit Card In Hindi)
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने के लिए आपको अपने बैंक को ब्याज शुल्क का भुगतान करना होता है। जबकि डेबिट कार्ड के साथ ऐसी कोई बाध्यता नहीं है।
आज के समय में लोगों के पास कई बैंकों के क्रेडिट कार्ड होते हैं। जिस कारण से सभी भुगतानों की लास्ट डेट याद रखना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में क्रेडिट कार्ड आपको भारी कर्ज के जाल में फंसा सकता है और आपका सिबिल स्कोर भी इससे काफी प्रभावित होता है। बता दें कि क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने के लिए आपको करीब 60 दिन मिलते हैं।
क्रेडिट कार्ड की नियम और शर्तें (Credit Card Terms And Conditions In Hindi)
क्रेडिट कार्ड लेते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं –
प्रारंभिक और वार्षिक शुल्क – कुछ उच्च-राशि वाले क्रेडिट कार्डों को छोड़कर कई क्रेडिट कार्ड जीवन भर के लिए निःशुल्क होते हैं। इसलिए ऐसे क्रेडिट कार्ड ही लेने चाहिए जिन पर कोई शुरुआती चार्ज न लगे।
बैलेंस ट्रांसफर सुविधा – कुछ ग्राहक क्रेडिट कार्ड का उपयोग अल्पावधि ऋण सुविधा के रूप में करते हैं। जब ग्राहक एक क्रेडिट कार्ड से कर्ज का बोझ नहीं संभाल पाता है, तो वह अपने कर्ज को दूसरे कार्ड में स्थानांतरित कर देता है।
ब्याज दर – यदि आप अल्पावधि ऋण के रूप में ऋण ले रहे हैं तो ब्याज दर को ध्यान में रखना चाहिए। यह दर आमतौर पर अलग-अलग क्रेडिट कार्ड के आधार पर 1.33 से 3.15 प्रतिशत प्रति माह के बीच होती है।
ऋण अवधि – आम तौर पर बैंक 21-52 दिनों की ऋण अवधि प्रदान करते हैं। यह क्रेडिट कार्ड के प्रकार और संग्रह की तिथि पर निर्भर करता है। यदि बिना ब्याज दर के ऋण की अवधि है, तो उतने ही दिनों तक बिना ब्याज चुकाए राशि चुकानी होगी।
क्रेडिट लिमिट – क्रेडिट लिमिट वह अधिकतम राशि है जो क्रेडिट कार्ड पर खर्च की जा सकती है।
ग्राहक सेवा – अच्छे संबंध वाले बैंक से क्रेडिट कार्ड लेना ज्यादा फायदेमंद होगा।
रिवॉर्ड पॉइंट्स और कैश बैक – सभी बैंक ग्राहकों को रिवार्ड पॉइंट्स (क्रेडिट पॉइंट्स) या कैश बैक देकर उन्हें आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। इसलिए नियमित रूप से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को इस योजना से जुड़ना चाहिए।
खरीदारी में आसानी – एक अच्छा क्रेडिट वह है जो देश के साथ-साथ विदेशों में भी दुकानदारों द्वारा स्वीकार किया जाता है। अधिकांश आउटलेट्स से संबद्ध, छूट सुविधा और खरीदारी सुविधाओं के साथ क्रेडिट कार्ड बहुत फायदेमंद है।
तो अब तक आप समझ गए होंगे कि क्रेडिट कार्ड क्या है और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैसे और किस काम के लिए किया जाता है। जानिए क्रेडिट कार्ड से जुड़े आपके सवालों के जवाब।
व्यापारियों के लिए क्रेडिट कार्ड की आवश्यकता (Need Credit Card For Merchants In Hindi)
क्रेडिट कार्ड आज के दौर में रोजाना की जरूरत बन गया है। लोग शॉपिंग से लेकर कई जरूरी कामों के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल व्यापार बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड एक तरह का लोन ही है। अंतर केवल यह है कि यह लोन अग्रिम रूप से उपलब्ध होता है, जिसका अर्थ है कि जब आपको आवश्यकता हो तब आप खरीदारी कर सकते हैं।
बिजनेस में भी कुछ ऐसी जरूरतें अचानक आ जाती हैं, जैसे किसी उपकरण की जरूरत या फिर किसी सामान की जरूरत, जिससे बिजनेस की प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ रहा हो, तो उसे किसी भी कीमत पर पूरा करना होता है। ऐसी किसी भी जरूरत के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। और अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर कर रहे हैं, तो आपको व्यवसाय ऋण या व्यक्तिगत ऋण प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं होगी।
क्रेडिट कार्ड हेतु कैसे करें आवेदन? (How To Apply For Credit Card In Hindi)
क्रेडिट कार्ड की बढ़ती मांग के कारण बैंकों ने क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना बहुत आसान कर दिया है। क्रेडिट कार्ड के लिए आप बैंक में जाकर मोबाइल और ऑफलाइन दोनों माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन – क्रेडिट कार्ड के लिए
- ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको संबंधित बैंक के ऑनलाइन पोर्टल पर जाना होगा।
- इसके बाद आपको क्रेडिट कार्ड के आवेदन फॉर्म को ढूंढ़ना होगा और उसमें अपनी बेसिक जानकारी जैसे नाम, पता डालना होगा। फोन नंबर आदि भरना होगा। और अपने खाते की पूरी जानकारी देनी होगी।
- आईडी प्रूफ के तौर पर आप वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के बाद, आपको कुछ दिनों के भीतर बैंक एजेंट का फोन आएगा और वह आपको आगे की कार्रवाई के बारे में सूचित करेगा।
ऑफलाइन आवेदन – क्रेडिट कार्ड के लिए
ऑफलाइन क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना बहुत आसान है। इसके लिए आपको अपने बैंक में जाकर ब्रांच मैनेजर से बात करनी होगी। बैंक मैनेजर आपको क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया बताएगा।
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FAQs For Credit Card Kya Hota Hai In Hindi
क्रेडिट कार्ड क्या है?
क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को प्रदान किया जाने वाला एक कार्ड है, जिसके तहत कार्ड धारक बैंक द्वारा दी गई क्रेडिट सीमा के आधार पर, पैसे का उपयोग खरीदारी, बिलों का भुगतान करने के लिए कर सकता है। आपको हर महीने बैंक के क्रेडिट कार्ड द्वारा उपयोग की गई राशि का भुगतान करना होगा।
क्रेडिट सीमा क्या है?
क्रेडिट कार्ड की सीमा वह अधिकतम राशि है जो आप अपने कार्ड से खर्च कर सकते हैं। क्रेडिट सीमा आपके कार्ड जारीकर्ता द्वारा निर्धारित की जाती है।
उच्च क्रेडिट सीमा कैसे प्राप्त कर सकते है?
एक अच्छा पुनर्भुगतान इतिहास बनाकर आप अपने कार्ड जारीकर्ता को एक उच्च सीमा प्रदान करने के लिए प्रभावित कर सकते हैं। यह आपकी आय प्रोफ़ाइल और सिबिल स्कोर जैसे कारकों पर भी निर्भर करता है।
क्रेडिट कार्ड में देय न्यूनतम राशि क्या होती है?
न्यूनतम देय राशि कुल बकाया देय राशि की एक छोटी राशि है जिसका भुगतान करके लेट पेमेंट पेनल्टी से बच सकते है।
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में मुख्या अंतर क्या है?
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के बीच मूल अंतर यह है कि आप अपने चालू या बचत खाते से नकदी निकालने के लिए डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं। इस मामले में कोई ऋण (उधार) नहीं लिया जाता है इसलिए आपको निकाली गई राशि का पुनर्भुगतान नहीं करना पड़ता है। जबकि, क्रेडिट कार्ड में कार्ड जारीकर्ता द्वारा कार्डधारक को दिया गया क्रेडिट शामिल होता है। और आपको देय तिथि के भीतर उधार ली गई राशि चुकानी होती है।
क्रेडिट कार्ड जारी कौन करता है?
बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा क्रेडिट कार्ड जारी किए जाते हैं। इन संस्थानों से क्रेडिट कार्डधारक क्रेडिट (पैसा) उधार लेकर खरीदारी कर सकते हैं या विभिन्न सेवाओं के लिए भुगतान कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड लेने के फायदे क्या हैं?
क्रेडिट कार्ड के जरिए आप शॉपिंग शॉपिंग कर सकते हैं, घर, फोन और बिजली का बिल भी जमा कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड लेने के नुकसान क्या हैं?
कई बार एक से अधिक क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से कर्ज के जाल में फंसने की संभावना बढ़ जाती है। एक से अधिक कार्ड का अर्थ है एक से अधिक देय तिथि। अगर आप एक बार फिर से किसी कार्ड का बिल चुकाना भूल जाते हैं तो आपको भारी ब्याज चुकाना पड़ेगा। साथ ही आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होगा।
क्रेडिट कार्ड पर कितना लगता है ब्याज?
क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर आमतौर पर 2.5 फीसदी से 3.5 फीसदी प्रति माह होती है। लेकिन यह बैंक दर बैंक के अनुसार भिन्न होता है।
निष्कर्ष
हमे उम्मीद है आपको यह लेख क्रेडिट कार्ड क्या है (Credit Card Kya Hai In Hindi) अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे। इस लेख क्रेडिट कार्ड इन हिंदी के अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद। इसी तरह हमारे ब्लॉग पर आते रहे।
Very Informative Article Sir