भारत में 1 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था – अंग्रेजों से लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली। इसलिए हर साल इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। आजादी के बाद भारत में सबसे ज्यादा और सबसे कम दिनों तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड रहा है। लेकिन भारत में एक ऐसा दिन भी आया, जब भारत में 1 दिन के लिए किसी को प्रधानमंत्री बनाया गया हो। तो आइये जानते है इसके बारे में –
भारत में 1 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था (Bharat Me 1 Din Ke Liye PM Kaun Bana Tha)
केजी बडलानी 1 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे।
15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिल गई, लेकिन दादर और नगर हवेली सहित गोवा अभी भी विदेशी शासन के अधीन था। पुर्तगाल इन तीन जगहों को न छोड़ने पर अड़ा हुआ था। यहाँ तक कि अंतर्राष्ट्रीय जनमत भी पुर्तगाली सरकार के इस दृढ़ संकल्प को डिगा नहीं सका। जिसके कारण राष्ट्रवादियों ने गोवा में पुर्तगाल के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया, क्योंकि तीनों स्थानों की एकमात्र इच्छा स्वाधीनता थी।
उस समय महान पार्श्व गायिका लता मंगेशकर ने भी स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वालों की मदद करने में मदद की थी। पुणे में अपने एक कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने चंदा इकट्ठा किया और स्वतंत्रता संग्राम लड़ रहे लोगों के लिए हथियार खरीदने में मदद की। इतनी कठिनाइयों के बाद आखिरकार 21 जुलाई 1954 को दादर को पुर्तगाली शासन से मुक्त कर दिया गया। दो सप्ताह के बाद हवेली को भी आजादी मिल गई। आजादी का यह जश्न राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रगान गाकर मनाया गया।
आजादी के बाद दादर हवेली की वरिस्ता पंचायत का गठन किया गया। जो 1 जून 1961 तक जारी रहा। लेकिन फिर भी केंद्र शासित प्रदेश के रूप में दादर हवेली का आधिकारिक तौर पर भारत देश में विलय नहीं हुआ। जिसके कारण भारत सरकार द्वारा प्रशासन को नियंत्रित करने के लिए एक दूत भेजा गया। गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी के.जी. बडलानी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
इसके साथ ही केजी बडलानी ने पहले दिन प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। जिसके परिणामस्वरूप दादरा और नगर हवेली का आधिकारिक तौर पर भारत में विलय हो गया।
13 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था?
गुलजारी लाल नंदा 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे । वह प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद 27 मई 1964 से 9 जून 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। गुलजारी लाल नंदा पहले कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में सबसे कम समय तक देश के प्रधानमंत्री रहे। वह केवल 13 दिनों तक इस पद पर रहे।
भारत के 15 प्रधानमंत्री कौन है – भारत के सभी प्रधानमंत्रियों की सूची हिंदी में
- जवाहर लाल नेहरू (कार्यकाल समय – 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964)
- गुलजारी लाल नंदा (कार्यकाल समय – 27 मई 1964 से 9 जून 1964)
- लाल बहादुर शास्त्री (कार्यकाल समय – 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966)
- गुलजारी लाल नंदा (कार्यकाल समय – 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी 1966)
- इंदिरा गांधी (कार्यकाल समय – 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977)
- मोरारजी देसाई (कार्यकाल समय – 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979)
- चरण सिंह (कार्यकाल समय – 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980)
- इंदिरा गांधी (कार्यकाल समय – 14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984)
- राजीव गांधी (कार्यकाल समय – 31 अक्टूबर 1984 से 2 दिसंबर 1989)
- विश्वनाथ प्रताप सिंह (कार्यकाल समय – 2 दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990)
- चंद्रशेखर (कार्यकाल समय – 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991)
- पी. वी. नरसिम्हा राव (कार्यकाल समय – 21 जून 1991 से 16 मई 1996)
- अटल बिहारी वाजपेयी (कार्यकाल समय – 16 मई 1996 से 1 जून 1996)
- एच. डी. देव गौड़ा (कार्यकाल समय – 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997)
- इंदर कुमार गुजराल (कार्यकाल समय – 21 अप्रैल 1997 से 19 मार्च 1998)
- अटल बिहारी वाजपेयी (कार्यकाल समय – 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004)
- मनमोहन सिंह (कार्यकाल समय – 22 मई 2004 से 26 मई 2014)
- नरेंद्र मोदी (कार्यकाल समय – 26 मई 2014 से अब तक)
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको भारत में 1 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था, 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख भारत में 1 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था (Bharat Me 1 Din Ke Liye Pradhanmantri Kaun Bana Tha) अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।