भारत के तीसरे प्रधानमंत्री कौन थे – भारत के तीसरे प्रधानमंत्री का नाम क्या है?

भारत के तीसरे प्रधानमंत्री कौन थे – भारत का प्रधान मंत्री देश में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार का नेता हैं। भारत का संविधान प्रधान मंत्री के चुनाव और नियुक्ति के लिए कोई विशिष्ट प्रक्रिया प्रदान नहीं करता है। अनुच्छेद 75 केवल के अनुसात प्रधान मंत्री की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी। पद ग्रहण करने से पूर्व, प्रधानमंत्री को भारत देश के राष्ट्रपति द्वारा पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई जाती है।

भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहे. सबसे कम समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा हैं। नंदा भारत के पहले कार्यवाहक प्रधान मंत्री भी थे और 13 दिनों तक इस पद पर रहे।

लेकिन क्या आप जानते है भारत के तीसरे प्रधानमंत्री कौन थे – भारत के तीसरे प्रधानमंत्री का नाम क्या है? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।

भारत के तीसरे प्रधानमंत्री कौन थे (Bharat Ke Teesre Pradhanmantri Kaun The In Hindi)

भारत के दूसरे और तीसरे प्रधानमंत्री – लाल बहादुर शास्त्री जी रहे है। श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सात मील दूर एक छोटे से रेलवे शहर मुगलसराय में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे। जब लाल बहादुर शास्त्री केवल डेढ़ वर्ष के थे, तब उनके पिता की मृत्यु हो गई।

भारत के सभी प्रधानमंत्रियों की लिस्ट हिंदी में (List Of All Prime Ministers Of India In Hindi)

1) जवाहर लाल नेहरू
2) गुलज़ारीलाल नंदा (कार्यकारी)
3) लाल बहादुर शास्‍त्री
4) इंदिरा गांधी
5) मोरारजी देसाई
6) चौधरी चरण सिंह
7) राजीव गांधी
8) विश्‍वनाथ प्रताप सिंह
9) चंद्र शेखर
10) पीवी नरसिम्हा राव
11) अटल बिहारी वाजपेयी
12) एचडी देवेगौड़ा
13) इंदर कुमार गुजराल
14) मनमोहन सिंह
15) नरेंद्र मोदी

लाल बहादुर शास्त्री के बारे में जानकारी (Information About Lal Bahadur Shastri In Hindi)

लाल बहादुर शास्त्री 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक भारत के प्रधान मंत्री रहे। इन 18 महीनों में उन्होंने अद्वितीय कार्य किए हैं। जिसकी वजह से उन्हें आज भी याद किया जाता है। शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनके पिता का नाम मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव था। उनके पिता एक शिक्षक थे और सभी उन्हें ‘मुंशी जी’ कहते थे।

जब शास्त्री जी 18 महीने के थे, तभी दुर्भाग्य से उनके पिता की मृत्यु हो गयी। उनकी माँ रामदुलारी अपने पति की मृत्यु के बाद अपने पिता के घर आ गयीं। शास्त्री जी का बचपन अपनी नानी के घर में बीता। अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने हरिश्चंद्र हाई स्कूल और काशी विद्यापीठ से पढ़ाई की। काशी विद्यापीठ में उन्हें शास्त्री जी की उपाधि मिली।

इसके बाद उन्होंने अपने नाम से जातिसूचक शब्द ‘श्रीवास्तव’ को हमेशा के लिए हटा दिया और अपने नाम के आगे शास्त्री जोड़ लिया। 1928 में उनका विवाह मिर्ज़ापुर निवासी गणेश प्रसाद की पुत्री ललिता से हुआ।

शास्त्री जी का राजनीतिक सफर –

शास्त्री जी गांधीवादी विचारधारा के व्यक्ति थे, और उन्होंने अपना पूरा जीवन सादगी से जीया। उन्होंने अपना जीवन गरीबों और असहायों की सेवा में समर्पित कर दिया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों और आंदोलनों में शास्त्री जी की सक्रिय भागीदारी देखी गयी, और इसी वजह से उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा. स्वतंत्रता संग्राम में 1921 के असहयोग आंदोलन, 1930 के दांडी मार्च, 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में शास्त्री जी की भूमिका उल्लेखनीय है।

द्वितीय युद्ध के समय इंग्लैण्ड की स्थिति अत्यंत जटिल थी। तब नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने आज़ाद हिन्द फ़ौज को ‘दिल्ली चलो’ का नारा दिया। उसी समय, गांधीजी ने स्थिति का लाभ उठाते हुए देशवासियों के लिए 8 अगस्त 1942 की रात को मुंबई से ‘भारत छोड़ो’ नारा अंग्रेजों के लिए और ‘करो या मरो’ का नारा दिया था, और स्वयं येरवडा पुणे में स्थित आगा खान पैलेस में सुरक्षा में चले गए थे।

तब शास्त्री जी 9 अगस्त 1942 को इलाहाबाद पहुंचे और बड़ी चतुराई से गांधी जी के नारे को ‘मरो नहीं मारो’ में बदल दिया, और पूरे भारत में क्रांति की एक बड़ी लहर दौड़ गई। 11 दिनों तक भूमिगत रहने के बाद 19 अगस्त 1942 को शास्त्री जी को गिरफ्तार कर लिया गया।

लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु –

11 जनवरी 1966 को प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री की अचानक मृत्यु हो गई। हत्या का कारण दिल का दौरा बताया गया। शास्त्री जी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ यमुना के तट पर शांतिवन में किया गया। और उस स्थान का नाम ‘विजय घाट’ रखा गया।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको भारत के तीसरे प्रधानमंत्री कौन थे – भारत के तीसरे प्रधानमंत्री के नाम के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख भारत के तीसरे प्रधानमंत्री कौन थे (Bharat Ke Teesre Pradhanmantri Ka Naam)अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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