अमावस्या के शत्रु नाशक टोटके – चाहे घर हो या कार्यस्थल, यदि आप शत्रुओं से परेशान हैं। इसका मतलब है कि हर जगह लोग समय-समय पर आपको परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। तो चिंता न करें, ये उपाय आपको इन समस्याओं से राहत दिला सकते है। तो आइए जानते है
अमावस्या के शत्रु नाशक टोटके / शत्रु का नाश करने का टोटका
1) अगर आप अपने शत्रु का नाश करना चाहते हैं तो अमावस्या या रविवार की रात को ये उपाय करें। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठें और अपने सामने काले कपड़े पर मां काली की तस्वीर रखें। मां काली की पूजा करें और पूजा समाप्त होने के बाद एक नींबू पर सिन्दूर से अपने शत्रु का नाम लिखें। इसके बाद रुद्राक्ष की माला से ‘क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट’ मंत्र का 11 बार जाप करें।
2) सनातन धर्म में दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या मां बगलामुखी हैं। मां का यह स्वरूप शत्रुओं का नाश करने वाला माना जाता है। तांत्रिक भी मां के इस रूप की बहुत पूजा करते हैं क्योंकि वह तंत्र की देवी भी हैं। युद्ध में विजय दिलाने वाली और वाणी की शक्ति देने वाली देवी माता बगलामुखी की पूजा युद्ध में विजय व शत्रुओं के नाश हेतु की जाती है।
ऐसी कहानी है कि महाभारत के युद्ध से पहले नलखेड़ा में कृष्ण और अर्जुन ने माता बगलामुखी की पूजा की थी। देवी बगलामुखी की पूजा से शत्रुओं का नाश होता है। मान्यता है कि अमावस्या की शाम मां बगलामुखी की पूजा करने से शत्रुओं का नाश होता है।
3) अगर आप शत्रुओं से परेशान हैं तो शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद शत्रुओं से मुक्ति के लिए मन ही मन प्रार्थना करें और पीपल के पेड़ की 101 परिक्रमा करें। मान्यता है कि अमावस्या की शाम को ऐसा करने से पीपल के पेड़ पर बैठे देवता प्रसन्न होते हैं और शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।
4) यदि किसी व्यक्ति के बहुत सारे शत्रु हैं जिसके कारण वह हमेशा परेशानियों से घिरा रहता है तो अमावस्या की रात को रोटी पर तेल लगाएं और उस रोटी को काले कुत्ते को खिला दें। ऐसा करने से शत्रुओं से होने वाली परेशानी से मुक्ति मिलेगी, और शत्रु बाधाएं दूर होने लगेंगी।
5) अगर आपका कोई शत्रु आपको बेवजह परेशान कर रहा है तो उससे छुटकारा पाने के लिए भोजपत्र पर लाल चंदन से उस व्यक्ति का नाम लिखें। इस पत्र को शहद की डिब्बी में भिगोकर रख दें। ऐसा करने से शत्रु अपने आप ही शांत हो जायेगा।
6) अगर कोई अपने शत्रु को शांत करना चाहता है तो उसे 38 दाने काली उड़द की दाल और 40 दाने चावल के मिलाकर एक गड्ढे में दबा देना चाहिए। इसके ऊपर नींबू निचोड़ दें, नींबू निचोड़ते समय अपने शत्रु का नाम लगातार जपते रहें। इस उपाय के प्रभाव से आपका शत्रु शांत हो जाएगा और आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा।
7) अगर कोई आपके पीछे पड़ा है और आपको किसी भी तरह से नुकसान पहुंचाना चाहता है तो नियमित रूप से हनुमान जी को गुड़ या बूंदी का भोग लगाएं। इसके अलावा हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी को लाल रंग के गुलाब चढ़ाएं और बजरंग बाण का पाठ करें।
8) जीवन में कभी-कभी आपका सामना ऐसे इंसान से हो जाता है जो दिन-रात बस आपको किसी न किसी तरह से परेशान करने के बारे में सोचता रहता है। ऐसे व्यक्ति से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार या शनिवार के दिन मोर पंख पर हनुमान जी के माथे के सिन्दूर से अपने शत्रु का नाम लिखें। इस मोर पंख को अपने घर के मंदिर में रखें और सुबह उठते ही बिना स्नान किए इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से आपका शत्रु जल्द ही शांत हो जाएगा।
9) अपने शत्रुओं का नाश हेतु शनिवार रात्रि को 7 लौंग लें और उन लौंग पर अपने शत्रु के नाम से 21 बार फूंक मारें। अगले दिन रविवार को इन 7 लौंग को जला दें। इस टोटके को लगातार 7 शनिवार तक करना है। इस टोटके से भी किसी व्यक्ति का वशीकरण किया जा सकता है। इस टोटके से आपका शत्रु भी शांत रहता है।
10) शत्रु से छुटकारा पाने के लिए सूर्योदय से पहले ‘नृसिंहाय विद्यहे,वज्र नखाय धीमही तन्नो नृसिंह प्रचोदयात्’’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप किसी शांत एवं एकांत स्थान पर करें। इस मंत्र का प्रतिदिन जाप करने से आपके शत्रुओं की सारी कोशिशें विफल हो जाएंगी।
इसके अलावा अगर आप अपने दुश्मन को परेशान करना चाहते हैं या उसे नुकसान पहुंचाकर किसी से बदला लेना चाहते हैं तो यह उपाय इस काम में आपकी मदद कर सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको अमावस्या के शत्रु नाशक टोटके / शत्रु का नाश करने का टोटका के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख शत्रु का नाश करने का टोटका / दुश्मन का नाश करने के उपाय अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।