सभी दालों के नाम (Sabhi Dalo Ke Naam) – All Pulses Name In English And Hindi

All Pulses Name In Hindi And English: हम अपने दैनिक जीवन में किसी न किसी दाल का सेवन जरूर करते हैं। जिनमें से कुछ दाल हमारी पसंदीदा दाल होती है। बात अगर खाने की थाली की हो और थाली में दाल न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। हमारी पारंपरिक थाली में दाल का अपना विशेष स्थान है। दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा दाल हमारे शरीर में कई आवश्यक खनिज और विटामिन की आपूर्ति भी करती है।

दालें हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। दालें कई विटामिन, फास्फोरस, खनिज और कार्बोहाइड्रेट जैसे गुणों से भरपूर होती हैं। दालों को खाने से न सिर्फ पोषण मिलता है बल्कि बीमारियां भी दूर रहती है।

आज के इस लेख में हम आपको पल्सेस नेम इन हिंदी एन्ड इंग्लिश (Name Of Pulses In Hindi And English) में बताने वाले है, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे।

तो चलिए आज का यह लेख शुरू करते है और जानते है पल्सेस नेम इन इंग्लिश एन्ड हिंदी (All Pulses Name In English And Hindi) –

सभी दालों के नाम (Sabhi Dalo Ke Naam) - All Pulses Name In English And Hindi - All Pulses Name In Hindi And English

दाल को अंग्रेजी में क्या कहते है (Pulses In Hindi)

दाल को अंग्रेजी में लेंटिल (Lentils) और पल्स (Pulses) कहते है।

दालों के नाम हिंदी एन्ड इंग्लिश में (Names Of Pulses In Hindi And English)

1. अरहर दाल / तुअर दाल – Pigeon pea / Red gram
2. मूंग दाल – Green gram / Mung bean
3. मसूर – Lentil
4. चना दाल – Chickpea split
5. उड़द – Black Gram / Urad bean
6. लोबिया / लोभिया – Black-eyed pea / black-eyed bean
7. राजमा – Kidney beans / Beans
8. कुलथी / कुरथी दाल – Horse Gram / Kulthi bean
9. मटर दाल – Yellow split peas
10. मोठ दाल / मटकी दाल – Moth bean / Matki
11. खेसारी दाल – Cicerchia / Grass pea
12. सोयाबीन – Soybean
13. सेम – Lima bean

सारी दालों के नाम (Sari Dalo Ke Naam)

  • मूंग दाल – Green Gram
  • मूंग हरी दाल – Green Gram
  • मूंग पीली दाल – Green Yellow Dal
  • साबुत मूंग – Green Gram Whole
  • मसूर – Lentil
  • मसूर की दाल – Lentil
  • मसूर छिलका दाल – Lentil Split
  • लाल मसूर दाल – Red Lentil
  • मसूर की साबुत दाल – Whole Red Lentil
  • उड़द दाल – Black Lentils / Black Gram
  • उड़द की दाल – Black Gram
  • काली उड़द की दाल – Black Gram Split
  • साबुत धुली उड़द की दाल – Black Gram White Lentil
  • तुअर दाल – Toor Dal
  • अरहर की दाल – Red Gram / Pigeon Pea
  • कुलथी दाल – Horse Gram
  • चना दाल – Chickpeas
  • चने की दाल – Chickpeas Split
  • छोले/ काबुली चना – Chickpeas
  • राजमा – Kidney Beans / Beans
  • सफेद लोबिया /सफ़ेद राजमा  – Black Eyes Beans / Black Eyed Pea / CowPea
  • मटर – Peas
  • हरी मटर – Green Peas
  • सफेद मटर – Dry Peas / White Peas
  • सूखे हरे मटर – Dried green peas (ड्राईड ग्रीन पीस)
  • सूखे सफेद मटर – Dried white peas (ड्राईड वाईट पीस)
  • सोयाबीन – Soybean
  • साबूदाना – Sago
  • सेम – Lima Beans/ Vaal Dal
  • छोला/काबुली चना – Chickpeasभट्ट की दाल – Dal Bhatt
  • मोठ दाल – Moth bean, Turkish gram, dew bean (मोठ बीन, तुरकिश ग्राम)

दालों के नाम (Dalo Ke Naam)

अरहर दाल – अरहर दाल को तुअर दाल के नाम से भी जानते है। अंग्रेजी में इसे पिजन पी/येलो स्प्लिट पिजन पीज़ (Peas/Yellow Split Pigeon Peas) कहते हैं। इसे रेड ग्राम के नाम से भी जाना जाता है। इसमें पोटैशियम, प्रोटीन, सोडियम, विटामिन ए, बी12 और कार्बोहाइड्रेट होते हैं।

मसूर दाल – अंग्रेजी में इसे रेड लेंटिल (Red Lentil) कहते हैं। । मसूर दाल प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होती है। पेट और पाचन संबंधी रोगों के लिए फायदेमंद है। साथ ही यह गले और आंतों के रोगों से भी बचाता है। दाल दो प्रकार की होती है। एक धुली दाल व दूसरी छिलके वाली। बिना छिलके वाली दाल को धूली दाल कहा जाता है जो गुलाबी रंग की होती है। इसकी तासीर गर्म होती है।

मूंग दाल – मूंग दाल को अंग्रेजी में ग्रीन ग्राम / येलो लेनटिल्स (Green Gram/Yellow Lentil) (धुली हुई दाल, बिना छिलके वाली) कहते हैं। इसमें से धुली मूंग की दाल जल्दी पच जाती है अर्थात आसानी से पचने वाली होती है, इसलिए बीमार व्यक्ति को मूंग की दाल या खिचड़ी खाने को कहा जाता है। मूंग दाल दो तरह की होती है, पहली साबुत मूंग दाल जिसे साबुत मूंग (Green Gram Whole) कहते हैं और दूसरी छिलके वाली मूंग दाल (Green Gram Spilt)।

उड़द दाल – इसे अंग्रेजी में ब्लैक ग्राम (Black Gram) कहते हैं। धुली उड़द की दाल में आयरन की मात्रा बहुत अधिक होती है। उड़द की दाल दो तरह से खाई जाती है. एक साबुत (Black Gram Whole ) और दूसरे धुली यानी बिना छिलके वाली (Husked Spilt Black Gram) ।

चने की दाल – इस अंग्रेजी में येलो लेंटिल (Yellow Lentil), बंगाल ग्राम (Bengal Gram) कहते है। इस दाल में फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

काला चने – काले चने की दाल यानि साबुत काले चने को अंग्रेजी में बंगाल ग्राम व्होल (Bengal gram Whole) या ब्लैक चिकपीस (Black Chickpeas) कहते हैं। यह दाल बहुत ही पौष्टिक होती है।

काबुली चने – इसे अंग्रेजी में व्हाइट चना (White Chickpeas) या गरबांजो बीन्स (Garbanzo Beans) कहते हैं।

राजमा दाल – इस दाल को इसके आकार के कारण रेड किडनी बीन्स (Red Kidney Beans)के नाम से जाना जाता है। इसकी तासीर ठंडी मानी जाती है। वैसे तो इसको किसी भी मौसम में खाना पसंद करते हैं लेकिन गर्मियों में इसे खाना ज्यादा फायदेमंद होता है. आमतौर पर हमें इसके 3 प्रकार या किस्में देखने को मिल जाती हैं। लाल, काला और सफेद।

छोले / सफेद मटर – इसे ड्राई पीज (Dry Peas) या वाइट पीज (White Peas) के नाम से जाना जाता है। इसे हरे मटर को सुखाकर बनाया जाता है।

लोबिया – लोबिया को ब्लैक आइड पीज़ (Black Eyed Peas) और काऊ पी (Cow Pea) के नाम से भी जाना जाता है। लोबिया में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कैंसर से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। साथ ही यह मधुमेह जैसी बीमारी में भी फायदेमंद है। यह दाल आसानी से पचने वाली होती है और गर्मी और सर्दी में समान रूप से खाई जा सकती है। इसमें लाल रंग की लोबिया भी पाई जाती है।

सोयाबीन – इस दाल को अंग्रेजी में सोयाबीन (Soyabeans) कहते हैं। सोयाबीन दो तरह की होती है एक सफेद और दूसरी काली।

कुल्थी दाल – इस दाल को अंग्रेजी में हॉर्स ग्राम (Horse Gram) कहते हैं।

मोठ/मटकी – इस दाल को अंग्रेजी में मोठ बीन्स (Moth Beans) के नाम से जाना जाता है।

दालों के बारे में (About Pulses In Hindi)

  • धुली उड़द की दाल में आयरन की मात्रा बहुत अधिक होती है। तथ्यों के अनुसार अगर उड़द की दाल को एक हफ्ते तक रोजाना खाया जाए तो यह लगभग सभी बीमारियों को दूर कर देती है।
  • मसूर दाल का सूप गले व आंतों के सभी रोगों को दूर करने में मददगार होता है।
  • चने की दाल में प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो टिश्यू बनाने में बहुत फायदेमंद होता है।
  • मसूर दाल में फाइबर और प्रोटीन काफी अच्छी मात्रा में होता है। इस दाल के सेवन से पाचन संबंधित लगभग सभी रोग दूर हो जाते हैं।
  • अरहर की दाल को दालों का राजा कहते है। इस दाल को तुवर की दाल के नाम से भी जाना जाता है।
  • लोबिया में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं, जो कैंसर के वायरस से लड़ने में काफी मदद करते हैं।
  • धुली मूंग दाल का इस्तेमाल ज्यादातर खिचड़ी बनाने में किया जाता है क्योंकि यह बहुत जल्दी पच जाती है।

यह भी पढ़े –

FAQs For Pulses Names In Hindi And English

दाल को अंग्रेजी में क्या कहते है?
दाल को अंग्रेजी में लेंटिल (Lentils) और पल्स (Pulse) कहते है।

दाल कितने प्रकार की होती है?
दालें कई प्रकार की होती हैं, जिनमें से कुछ अरहर, राजमा, उड़द, मसूर, मलका, मूंग, चना दाल, हरी मूंग, लोबिया आदि शामिलहैं।

दालों के राजा कौन है?
दालों का राजा अरहर की दाल को कहा जाता है।

10 दालें कौन सी है?
10 दालें है – अरहर, उड़द, मसूर, मूंग, चना, मोठ, राजमां, कुल्थी, सोयाबीन और मलका।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी (All Pulses Name In Hindi And English) में बताये है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख पल्सेस नेम इन हिंदी अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

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